Jharkhand : गैंगस्टर सुनील मीणा ने मयंक सिंह होने से किया इनकार, कोर्ट ने भेजा जेल
झारखंड में कुख्यात गैंगस्टर सुनील मीणा ने खुद को मयंक सिंह मानने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा। जानें पूरा मामला।

- झारखंड पुलिस ने जारी कराया था रेड कॉर्नर नोटिस
- राजस्थान का रहने वाला है सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक
- अमन साहू और लॉरेंस बिश्नोई से थे कनेक्शन
रामगढ़। गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा को झारखंड एटीएस की टीम ने शनिवार को एंटी लैंड माइंस वाहन से भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच रामगढ़ अपर न्यायिक दंडाधिकारी संदीप बर्मन की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में गैंगस्टर ने साफ कहा कि वह मयंक सिंह नहीं है। इस नाम का कोई और व्यक्ति होगा।
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कोर्ट ने एटीएस और गैंगस्टर सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक सिंह के वकील की दलीलें सुनने के बाद उसे रामगढ़ उपकारा भेजने का निर्देश दिया। एटीएस की तमाम दलीलों के बावजूद कोर्ट ने गैंगस्टर की रिमांड नहीं दी। इसके बाद गैंगस्टर को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया।
झारखंड पुलिस ने जारी कराया था रेड कॉर्नर नोटिस
मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा पर रामगढ़, पतरातू पुलिस स्टेशन समेत झारखंड के कई पुलिस स्टेशन में मामले दर्ज हैं। झारखंड एटीएस ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था। इसी के आधार पर अजरबेजान से अरेस्ट कर उसे झारखंड लाया गया है। रामगढ़ जिले के पतरातू पुलिस स्टेशन एरिया के भदानीनगर ओपी कांड संख्या 175/2022 में उसे कोर्ट में पेश किया गया। उस पर रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है।
राजस्थान का रहने वाला है गैंगस्टर
मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा मूल रूप से राजस्थान के नयी मंडी पुलिस स्टेशन एरिया के जीडीएस पुरानी मंडी घड़ासाहन का रहने वाला है। पुलिस को कई मामलों में उसकी तलाश थी। उसके खिलाफ झारखंड, राजस्थान और पंजाब समेत अन्य राज्यों में दर्ज 50 से अधिक मामले दर्ज है। इन मामलों में वह वांछित है। पुलिस के अनुसार वह कुख्यात अमन साहू गैंग का एक प्रमुख सदस्य बताया जा रहा है। राजस्थान में रहने वाले अन्य गैंगस्टरों के साथ संपर्क बनाने में अहम भूमिका निभाता है।
अमन साहू और लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन
गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा को अजरबेजान के दातू में अक्टूबर 2024 में अरेस्ट किया गया था। जिसके बाद से मयंक सिंह बाकू के जेल में कैद था। पुलिस का दावा है कि झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का वह करीबी रहा है। उसके संबंध इंटरनेशनल क्रिमिनल लॉरेंस बिश्नोई से भी रहे हैं। ये लोग ऑपरेशन को अंजाम देने में एक-दूसरे की मदद करते रहे हैं। अमन साहू को पिछले दिनों झारखंड पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था।
रामगढ़ कोर्ट में पेशी से पहले अजरबेजान से प्रत्यर्पण के बाद झारखंड एटीएस ने गैंगस्टर मयंक सिंह को शनिवार सुबह रांची वापस लाया गया। झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ कुमार झा के नेतृत्व में एटीएस के दल ने दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि के अनुसार औपचारिकताएं पूरी कीं। इसके बाद गैंगस्टर को वापस लाने के लिए आजरबेजान का दौरा किया।
झारखंड पुलिस के इतिहास में पहला प्रत्यर्पण
एटीएएस एसपी ऋषभ झा ने कहा कि झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला सफल प्रत्यर्पण है। हमें उम्मीद है कि विदेश में मौजूद बाकी अपराधियों को भी जल्द ही प्रत्यर्पण या निर्वासन के जरिये वापस लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह बड़ी उपलब्धि है और इसका श्रेय डीजीपी, सीएम और राज्य एवं केंद्र सरकार के सहयोग को जाता है।