बिहार: नवगछिया में स्कार्पियो चालक को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला, पांच दिनों से हवालात में था बंद

भागलपुर जिले की नवगाछिया पुलिस जिला के झंडापुर ओपी का हवालात में विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार नामक स्कार्पियो ड्राइवर की मौत हो है। पुलिस ने गौरीपुर निवासी शंभू कुमार दास के पुत्र मनीष को 23 अप्रैल को स्कार्पियो लूट के आरोप में अरेस्ट किया था। 

बिहार: नवगछिया में स्कार्पियो चालक को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला, पांच दिनों से हवालात में था बंद
विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार(फाइल फो

पटना। भागलपुर जिले की नवगाछिया पुलिस जिला के झंडापुर ओपी का हवालात में विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार नामक स्कार्पियो ड्राइवर की मौत हो है। पुलिस ने गौरीपुर निवासी शंभू कुमार दास के पुत्र मनीष को 23 अप्रैल को स्कार्पियो लूट के आरोप में अरेस्ट किया था। 
बताया जाता है कि मनीष 23 अप्रैल से अब तक पुलिस हवालात में ही था। परिजनों ने पुलिस पुलिस पर मनीष की मारपीट कर मर्डर करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पकड़े जाने के बाद उसे जेल भेजा जाना चाहिए था, उसे अब तक पुलिस हवालात में में क्योंा रखा।
पुलिस पर उठे कई सवाल
मृतक मनीष के भाई ने पुलिस को बताया कि 23 अप्रैल को स्कार्पियो लूट के आरोप में विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार रो पुलिस ने अरेस्ट किया था। पुलिस कस्टडी में उसकी जमकर पिटाई हुई। इसके बाद उसकी मौत हुई। मनीष के गले तथा शरीर में कई जगह चोट का निशान है। कांधा छिला हुआ है। नाक और मुंह से खून बह रहा था। पीठ पर जगह-जगह लाल निशान हैं। चेहरे पर काला निशान है। पैर के तलबे और दोनों हथेली पर काफी चोट है।
पुलिस की सफाई
पुलिस का कहना है कि हवालात में सोमवार की देर रात विभूति कुमार उर्फ मनीष ने गले में फांसी का फंदा बना कर सुसाइड किया है। संतरी ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल ने अहले सुबह उसे देखा।आनन-फानन में उसे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। 
बंदी हवलात में फांसी कैसे लगा सकता है?

पुलिस का कहना हैं कि विभूति ने गले में गमछा का फंदा बनाकर सुसाइड किया है। जबकि ओपी का हाजत बांस और खपड़ैल का बना हुआ हैं। उसकी उंचाई काफी काम हैं। बांस में फंदा बनाकर उसमें झूलना मुश्किल है। प्रश्न यह भी है कि हाजत में उसके पास गमछा कहां से आया। हाजत में डालने से पहले गमछा, बेल्ट, झोला, पर्स और अन्य समान निकाल लिया जाता हैं। आखिर गमछा उसके पास कहां से आ गया। हाजत की उचाई भी काफी कम हैं।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा के दौरान बिहपुर पुलिस कस्टडी में मारपीट के दौरान अशुतोष पाठक की मर्डर हो गई थी। उस केस में मुख्य आरोपित तात्कालिक थानाध्यक्ष फरार है।
परिजनों ने किया हंगामा

अनुमंडल अस्पताल में अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार, एसडीपीओ दिलीप सिंह परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। परिजनों ने कहा कि पोस्टपमार्टम दबाव में गलत रिपोर्ट बनाया जा सकता है। पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के दौरान स्वाजनों ने काफी विरोध किया। झंडापुर ओपी प्रभारी हरि शंकर कश्यप है। वे अभी छुट्टी पर है। अभी हरि किशोर सिंह ओपी के प्रभार में हैं। नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बताया विभूति ने हाजत में गमछा से फांसी लगाकर सुाशिड कर लिया। किसकी लापरवाही से इस तरह की घटना हुई है, इसकी जांच की जा रही है।

क्या है मामला

विभूति गांव के ही फूलो मंडल का स्कार्पियो चलाता था। वह 22 को स्कार्पियो गाड़ी गौरीपुर से मड़वा बारात गया। बारात पहुंचने के बाद एक अननोन ने कहा गौरीपुर पहुंचा दो। गौरीपुर के पास घात लगाये पांच क्रिमिनलों ने उसे बंधक बनाकर स्कार्पियो व उसका मोबाइल लूट लिया। इसके बाद उसे साहेबपुर कमाल में छोड़ दिया। विभूति ने दूसरे के मोबाइल से उसने गाड़ी मालिक फूलो मंडल को फोन कर इसकी जानकारी दी। पुलिस जांच में ड्राइवर विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार की संलिप्तता सामने आई थी। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए कस्टडी में लिया था।