बिहार:जेडीयू MLA गोपाल मंडल ने कटेनमेंट जोन में तोड़ी बैरिकेडिंग, बोले-भूख लगी थी, आखिर मैं करता भी तो क्या करता

सीएम नतीश कुमार के विवादास्पद एमएलए नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल एक बार फिर कानून तोड़ने को लेकर चर्चा में हैं। गोपालपुर के जेडीयू एमएलए गोपाल मंडल ने नवगछिया मकंदपुर चौक स्थित एक होटल में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन और कंटेनमेंट जोन में लगी बैरिकेडिंग तोड़ने की मामले में प्रेस कांफ्रेस कर सफाई दी। 

बिहार:जेडीयू MLA गोपाल मंडल ने कटेनमेंट जोन में तोड़ी बैरिकेडिंग, बोले-भूख लगी थी, आखिर मैं करता भी तो क्या करता

भागलपुर। सीएम नतीश कुमार के विवादास्पद एमएलए नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल एक बार फिर कानून तोड़ने को लेकर चर्चा में हैं। गोपालपुर के जेडीयू एमएलए गोपाल मंडल ने नवगछिया मकंदपुर चौक स्थित एक होटल में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन और कंटेनमेंट जोन में लगी बैरिकेडिंग तोड़ने की मामले में प्रेस कांफ्रेस कर सफाई दी। 

भूख लगी थी और शौच भी जाना था
एमएलए ने कहा कि-घर जाना जरुरी था, भूख लगी थी और शौच भी जाना था। क्या करता। खुद फोर व्हीलर से उतरकर बैरिकेडिंग तोड़ दिया। किसी कार्यकर्ता से तुड़वाता तो उसपर कार्रवाई हो जाती। इसलिए उन्होंने खुद तोड़ा।उन्होंने कहा कि मंगलवार की रात हम एसडीओ और डीएसपी से मिलकर वे वापस लौट रहे थे। नवगछिया बाजार में जगह जगह बैरिकेडिंग थी। पोस्ट आफिस रोड स्थित बैरिकेडिंग से हम लोग किसी तरह निकले तो स्टेशन रोड पर बैरिकेडिंग था। भूख और शौच लगी हुई थी। जल्दी जाना था। इस लिए वहां बैरिकेडिंग को हटाकर अपनी गाड़ी को निकाल कर आगे बढ़ गये। एमएलए ने कहा कि हम बैरिकेडिंग का विरोध नहीं करते हैं। बैरिकेडिंग के जगह बैरियर लगा होना चाहिए। बैरियर लगाकर पुलिस तैनात कर देते। जब जरूरत होती बैरियर उठाकर गाड़ी पास करवाते।

बैरिकेटिंग से नवगछिया के लोग परेशान
उन्होंने कहा कि नवगछिया बाजार से एमएलए को निकलने में इतनी परेशानी हुई तो आम लोगों को कितनी हुई होगी। हमने कोई गलत काम नहीं किया हैं। यह भी सूचना मिली थी। दो कोरोना संक्रमित रोगी नवगछिया बाजार से भागलपुर हॉस्पीटल म्बुलेंस से जा रहे थे। उन दोनों को आक्सीजन की जररूत थी। बैरिकेडिंग के वजह से उसको निकलने में परेशानी हुई। पुल पर भी जाम था। उसमें से एक की मौत पुल पर ही हो गई। सरकार का गाइड लाइन हैं कि कैसे कोरोना से बचा जाए। यहां तो कोरोना रोगी की मौत हो रही हैं।एमएलए ने कहा कि बैरिकेटिंग से नवगछिया के लोग परेशान हैं। बैरेकेटिंग करने में काफी रुपये आता हैं।अफसर  और अन्य लोग मिलकर रुपये का बंदरबांट करते हैं। ठीक से काम नहीं होता हैं। गोपाल मंडल ने कहा कि हम लड़ाकू आदमी हैं। अपने से काम करते हैं। किसी कार्यकर्ता को कुछ होगा तो सीधे बंदूक रायफल लेकर उतरेंगे। बाजार के लोगों को काफी परेशानी हो रही हैं। उन लोगों ने हमको वोट देकर जिताया हैं। उसकी तो हम सुनेंगे ही। उन्होंने कहा कि मैंने सुना था कि इस मामले में एफआइआर दर्ज होगी। वे केस मुकदमा से नहीं डरते हैं। उनका अधिकांश जीवन जेल में ही बीता हैं। आरजेडी के समय वे सात वर्ष तक जेल में ही रहे थे। कहीं कोई घटना होती थी तो मेरा नाम डाल दिया जाता था। मेरे उपर मर्डर का भी आरोप लगा। मेरा एक पांव जेल में ही रहता हैं। एमएलए ने कहा कि नवगछिया बाजार उनके घर में दुकान है। वह दुकान खोल कर झाड़ू भी लगाते हैं तो उसका मोबाइल से फोटो खींच लिया जाता हैं। वह घूम-घूम कर कहता हैं केस होगा। नवगछिया थाना का एक मुंसी हैं मुनचुन उसे थाना बुलाते हैं। उससे थाना या रास्ते में ही रुपया लेकर छोड़ देते हैं। इस तरह की शिकायत कई लोगों ने किया हैं। 
विपक्ष ने उठाया सवाल

एक्स एमपी शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने कहा है कि कोरोना महामारी पर रोकथाम को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने लॉकडाउन लगा दिया हैं। इस नियम का पालन जनता कर रही हैं। कोरोना चेन तोड़ने के लिए यह जरूरी भी हैं। लेकिन सत्ता पक्ष के लिए नियम केवल कागज पर ही अच्छा लगता हैं। एमएलए ही नियम को तोड़ रहे हैं।