बिहार: भागलपुर में दिनदहाड़े दो सगे भाइयों की गोली मारकर मर्डर, डबल मर्डर की इस दहशत

भागलपुर जिले के मधुसूदनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के किशनपुर निवासी दो सगे भाइयों गोविंद यादव और राजकुमार यादव की बुधवार को दिनदहाड़े गोली मारकर मर्डर कर दी गई। दोनों भाइयों को किशनपुर बाइपास किशनपुर बाइपास के महाकाल ढाबे में दोपहर में सोई हुई अवस्था में सिर पर गोली मारी गई, मौके पर दोनों की मौत हो गयी। 

बिहार: भागलपुर में दिनदहाड़े दो सगे भाइयों की गोली मारकर मर्डर, डबल मर्डर की इस दहशत
  • चश्मदीद छोटे भाई ने बताई आंखों देखी
  • प्रतिशोध की संभावना, इलाका छावनी में तब्दील

भागलपुर। जिले के मधुसूदनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के किशनपुर निवासी दो सगे भाइयों गोविंद यादव और राजकुमार यादव की बुधवार को दिनदहाड़े गोली मारकर मर्डर कर दी गई। दोनों भाइयों को किशनपुर बाइपास किशनपुर बाइपास के महाकाल ढाबे में दोपहर में सोई हुई अवस्था में सिर पर गोली मारी गई, मौके पर दोनों की मौत हो गयी है। 

डबल मर्डर के बाद से इलाके में दहशत व टेंशन है। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है। नाथनगर पुलिस सर्किल के मधुसूदनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के किशनपुर बाइपास में महाकाल ढाबा पर गोविंद यादव और राजकुमार यादव सोए हुए थे। दोनों के सिर और कनपटी में काफी नजदीक से गोली मारी गयी, चंद मिनटों में ही उनकी मौत हो गई। मर्डर करने के बाद बदमाश अपाचे और पल्सर बाइक से भाग निकले। गोविंद और राजकुमार के अलावा उसके तीसरे सबसे छोटे भाई गुलशन भी ढाबे पर मौजूद था। उसने अपने दोनों भाइयों (गोविंद और राजकुमार) की मर्डरहोते देख ढाबे में खाट की ओट में छिप गया। वह रोते हुए सब कुछ चुपचाप देखता रहा। वि्क्रम यादव, विक्की यादव, विशुनदेव यादव, बमबम यादव, रितिक यादव, सुमन यादव ने डबल मर्डर को अंजाम दिया है। 

गुलशन ने देखा कि विक्रम यादव और विशुनदेव समेत अन्य ने कमर से पिस्तौल निकाल खाट पर सोये उसके भाई को नजदीक से गोली मार दी। गोली लगते ही वह सहम कर खाट की ओट में हो गया। थर-थर पांत हुए उसने अपनी दोनों बाई की मर्डर होते हुए देखा। भय से मुंह से आवाज निकालते नहीं निकल रही थी। मर्डर कर बदमाश वहां से भाग निकले तब गुलशन शोर मचाना शुरू किया। सूचना मिलते ही नाथनगर और मधुसूदनपुर की पुलिस मौके पर पहुंची। खून से लथपथ हालत दोनों बाईयों को में जवाहर लाल नेहरू हॉस्पीटल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया।

एसएसपी ने मर्डर करने वाले बदमाशों  को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने का दिया निर्देश 

एसएसपी निताशा गुड़िया ने सिटी एएसपी पूरण कुमार झा समेत चार पुलिस स्टेशन की पुलिस को मौके पर भेजा। एसएसपी ने मर्डर करने वाले बदमाशों  को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। डबल मर्डर को लेकर किशनपुर में दो पक्षों में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस दो लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।प्रारंभिक छानबीन में मर्डर को महाकाल ढाबा के स्वामित्व का विवाद बताया जा रहा है। किशनपुर बाइपास के समीप सरकारी जमीन पर महाकाल ढाबा पहले मारे गये दोनों भाइयों के चाचा रामदेव यादव उर्फ रामू यादव ने खोला था। बाद में वह ढाबा अपने भतीजे गोविंद और राजकुमार को दे दी थी। दोनों ढाबा चला रहे थे। एक माह पूर्व बहन के विवाह के सिलसिले में ढाबा दोनों भाइयों ने बंद कर रखा था। दोनों भाइयों से ढाबा विक्रम यादव और उसके बहनोई ने संचालन के लिए ले लिया। ढाबा चलने लगा।

मृतक के छोटे भाई गुलशन का कहना है कि विक्रम और उसके साथियों ने इलाके के कई प्लाटरों और अपने संपर्क और प्रभाव के बल परभीड़ जुटाने लगे थे। शराब भी चोरी-छुपे पिलाई जाने लगी थी। ढाबा को चलता देख विक्रम को लालच हो गया था। इस बीच शादी से निवृत होने पर दोनो भाइयों ने ढाबा खुद चलाने की बात कही तो विक्रम ने मना कर दिया। कहा कि हम बहुत पैसा लगा दिये हैं। तुम भी यहां काम करो।
ढाबा फिर से वापस लेने को लेकर बुधवार को ही पंचायत होनी थी। सरकारी जमीन पर ढाबा था इसलिए दोनों भाई पुलिस की मदद भी नहीं ले सकते थे। विक्रम प्रभावशाली पड़ रहा था। पंचायत को लेकर सभी जुटे थे। लेकिन सुबह पंचायत नहीं हुआ। ढाबा पर बैठे-बैठे सो गये। विक्रम पहले से ही गोविंद और राजकुमार की मर्डर की प्लानिंग पर काम कर रहा था। जब ढाबा मिलने में देरी से दोनों भाइयों ने भी विक्रम के बारे में कहना शुरु कर दिया था कि हम ढाबा का सुख नहीं भोगेंगे तो विक्रम को भी नहीं भोगने देंगे। प्लानिंग के तहत दोनों भाइयों को पंचायती के लिए बुलाया लेकिन सुबह पंचायत नहीं हुई। वहीं खाकर सोने लगे तभी मर्डर कर दी गयी।
 भइया दुनहू पटयलो छलै, माथा म गोली मारी देलकै...
अपने दो बड़े भाइयों की मौत को देखने वाला सबसे छोटा भाई गुलशन यादव, बार-बार बदहवास हो जाता है। उसका गला भर आता है। बस वो अंगिका में बार-बार पुलिस वालों से कह रहा है कि चाचा उन्हें पकड़ लो।गुलशन पुलिस वालों से कहता है कि 'भइया दुनहू पटयलो छलै, माथा म गोली मारी देलकै, हम्मैं आपनो आंखु स देखलियै'। ये कहते-कहते गुलशन का गला भर आता है। इसके बाद वो कहता है कि मैं दोनों भाइयों की हत्या होते देख ढाबे में खाट की ओट में छिप गया। सबकुछ सिसक-सिसक कर देखता रहा। विक्रम यादव, विक्की यादव, विशुनदेव यादव, बमबम यादव, रितिक यादव, सुमन यादव ने मर्डर किया है। 

क्रिमिनलों के भागने के दौरान गिरा फोन उठा लिया

गुलशन ने बताया कि दोनों भाइयों को गोली मारने के बाद सभी बदमाश भागने लगे। हड़बड़ी में विक्रम यादव का मोबाइल गिर गया। विक्रम ने अपना मोबाइल छोड़ वहीं पड़ा गोविंद का मोबाइल उठा लिया। उनलोगों के भागने के बाद गुलशन ने विक्रम की मौके पर छूटा मोबाइल उठा लिया। उसे सिटी एएसपी को सौंप दिया।