नई दिल्ली: कर्नाटक से एमपी तक बीजेपी के सीएम के बदले जाने के आसार, पार्टी देख रही रिपोर्ट कार्ड

उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन और सेंट्रल कैबिनेट में व्यापक फेरबदल और विस्तार के बाद बीजेपी की सत्ता वाले कई राज्यों में नेतृत्व परिवर्तन के आसार हैं। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, हरियाणा और त्रिपुरा के सीएम के साथ हाल में सेंट्रल लीडरशीप की मुलाकातों और चर्चाओं के बाद संबंधित स्टेट में भी परिवर्तन की स्थिति बन रही है।

नई दिल्ली: कर्नाटक से एमपी तक बीजेपी के सीएम के बदले जाने के आसार, पार्टी देख रही रिपोर्ट कार्ड

नई दिल्ली। उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन और सेंट्रल कैबिनेट में व्यापक फेरबदल और विस्तार के बाद बीजेपी की सत्ता वाले कई राज्यों में नेतृत्व परिवर्तन के आसार हैं। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, हरियाणा और त्रिपुरा के सीएम के साथ हाल में सेंट्रल लीडरशीप की मुलाकातों और चर्चाओं के बाद संबंधित स्टेट में भी परिवर्तन की स्थिति बन रही है।

बीजेपी अन्य स्टेट में भी एक-एक कर समीक्षा कर रही है, इनमें सरकार और बगैर गवर्नमेंट वाले सभी स्टेट शामिल हैं। पिछले दिनों हुए पांच स्टेट के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट  और कोरोना काल के दौरान बीजेपी को देश भर से मिले फीडबैक के बाद शीर्ष स्तर पर व्यापक मंथन जारी है। इसमें आने वाले चुनावों के लिए रणनीति तय करने के साथ भविष्य की बीजेपी को भी तैयार करना है।

बीजेपी में कई स्टेट में दशकों से चले आ रहे नेतृत्व को बदलना और नये लोगों को सामने लाने पर काम शुरू हो चुका है। पार्टी लीडरशीप के अनुसार, जिन स्टेट में अगले एक साल के भीतर चुनाव हैं वहां पर परिवर्तन हो चुके है। जहां उसके बाद चुनाव हैं उसके लिए परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

 कर्नाटक में येदियुरप्पा सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार

बताया जाता है कि बीजेपी लीडरशीप ने कर्नाटक में येदियुरप्पा का विकल्प तलाशना शुरु कर दिया है। पार्टी ने येदियुरप्पा को दिल्ली बुलाकर उनको सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार कर लिया है। हालांकि येदियुरप्पा की अपनी कुछ शर्तें है जिसपर सेंट्रल लीडरशीप ने उनको इसका भरोसा भी दिलाया है। स्टेट में लिंगायत और वोक्कलिगा दोनों समुदायों के बीच संतुलन कायम करते हुए ही नया नेतृत्व तय किया जायेगा। इनमें सेंट्रल मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी, राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, डिप्टी सीएमलक्ष्मण सवदी व अश्वथ नारायण, एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सदानंद गौड़ा, व स्टेट के मिनिस्टर अशोक मुर्गेश निराणी व बसवराज एतनाल भी शामिल है।

 मुकुल राय के टीएमसी में वापसी से त्रिपुरा पर बीजेपी गंभीर

त्रिपुरा के सीएमविप्लव देव को भी दिल्ली बुलाया गया था। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। त्रिपुरा में हाल में बीजेपी में काफी असंतोष सामने आया था। मुकुल रॉय के बीजेपी से तृणमल कांग्रेस में वापस जाने के बाद त्रिपुरा में भी पार्टी के लिए समस्याएं आ सकती हैं। ऐसे में पार्टी भविष्य की चिंता करते हुए वहां नेतृत्व परिवर्तन कर सकती है।

 मध्य प्रदेश संभावित रणनीति

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पिछले दिनों दिल्ली आकर बीजडेपी प्रसिडेंट जेपी नड्डा से मुलाकात की। सीएंम ने इस मुलाकात के बाद किसी से कोई चर्चा नहीं की। बताया जाता है कि मध्यप्रदेश में भविष्य की रणनीति को देखते हुए पार्टी नेतृत्व में जरूरी बदलाव करना चाहता है। संभवत इसी को लेकर शिवराज सिंह से चर्चा भी की गई है।

 हरियाणा को लेकर चिंतित

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी दिल्ली आकर गृह होम मिनिस्टर अमित शाह से पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में मुलाकात की है। स्टेट में मंत्रिमंडल विस्तार का एक मुद्दा तो है ही, किसान आंदोलन से लेकर कोरोना काल व राज्य की भावी राजनीति को देखते हुए पार्टी वहां पर भी बदलाव पर विचार कर रही है।

स्टेट में नये लीडरशीप को उभारने की प्लान

बीजेपी सोर्सेज के अनुसार पार्टी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी भविष्य का लीडरशीप तैयार करने की कोशिश में है। इन दोनों राज्यों का मौजूदा नेतृत्व के साथ पार्टी नया लीडरशीप भी लाना चाहती है, जो अगले चुनाव के तक पूरी तरह तैयार हो सके। पार्टी लीडरशीप के साथ संघ नेतृत्व का भी मानना है कि बीजेपी को अब नये युवा नेताओं को आगे लाना चाहिए जिससे कि अगले कुछ सालों में पार्टी नये और युवा नेताओं की एक टीम तैयार कर सके।