संसदीय स्थायी समिति के साथ लेह लद्दाख व मुंबई का दौरा कर लौटे धनबाद एमपी ढुलू महतो
धनबाद के एमपी ढुलू महतो ऊर्जा तथा जल विद्युत से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति के सदस्य हैं। उन्होंने समिति के सदस्यों के साथ निम्मो–बाजगो जलविद्युत संयंत्र दौरा किया है।

- ऊर्जा तथा जल विद्युत से जुड़ी स्थायी समिति के सदस्य हैं ढुलू
धनबाद। धनबाद के एमपी ढुलू महतो ऊर्जा तथा जल विद्युत से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति के सदस्य हैं। उन्होंने समिति के सदस्यों के साथ निम्मो–बाजगो जलविद्युत संयंत्र दौरा किया है।
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लेह लद्दाख में ऊर्जा से संबंधित परियोजनाओं विशेष रूप से निम्मो -वाजगो जल विद्युत संयंत्र पर ध्यान देने वाला और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने की अभिरुचि दर्शाता है। यह अत्याधुनिक संयंत्र सिंधु नदी पर स्थित है, जिसकी 45 मेगावाट (15 मेगावाट की तीन इकाइयों) की स्थापित क्षमता है। यह एक "रन-ऑफ-द-रिवर" परियोजना है, जो नदी के प्राकृतिक प्रवाह का उपयोग कर बिजली उत्पादन करती है और इसमें एक छोटा बांध भी शामिल है।
संसदीय समिति ने निम्मो वाजगो HEP दौरा किया।इस दौरान मैगनेटिक हिल्स का अवलोकन किया। क्षेत्रीय ऊर्जा परियोजनाओं की तकनीकी पर्यावरण समक्ष समन्वय स्थानीय विकास प्रस्ताव दिया गयाा।धनबाद एमपी समिति सदस्यों के साथ मिलकर परियोजना स्थल पर वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने तकनीकी अफसरों से यह जानकारी भी प्राप्त किया कि झारखंड में ऐसे पर्यावरण-मित्र संयंत्र कैसे स्थापित किए जा सकते हैं, जिससे जनता को स्वच्छ ऊर्जा और नौकरी के अवसर मिल सकें। एमपी ढुलू महतो ने कहा कि झारखंड के संसाधनों का समुचित उपयोग कर राज्य को ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना हमारा संकल्प है।
प्रमुख गतिविधियां
निम्मो -वाजगो जलविद्युत परियोजना सिंधु नदी का दौरा -स्टेशन क्षमता 45 M W (3× 15 MW इकाईयां)
लेह के मेग्नोटिक हिल जेसे पर्यटक स्थल की भी संस्कृति और उर्जा दृष्टिकोण से समीक्षा
परियोजना स्थल पर वृक्षारोपण जैसे पर्यावरण पहल पर्यावरण को बढ़ावा देना
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय एवं ऊर्जा कंपनियों के अधिकारी भी बैठक में सम्मिलित थे।
मुंबई में उर्जा स्थायी समिति अध्ययन दौरा
धनबाद एमपी ढुलू महतो एक व दो जुलाई को मुंबई में उर्जा स्थायी समिति अध्ययन दौरे में शामिल हुए। उर्जा क्षेत्र की कंपनियों से बैठक कोल इंडिया, NLC इंडिया लिमिटेड , SAIL के उच्च अधिकारियों, सीएमडी से व्यापक विचार विमर्श किया गया।
दुसरे सत्र में IOCL, GAIL, ONGC जेसे प्रमुख उर्जा कंपनी भी शामिल हुए। उर्जा नीति एवं ग्रीन ऊर्जा बैठक के दौरान ऊर्जा नीति एवं हरित उर्जा Green Energy पर चर्चा हुई और भविष्य की नीति दिशा पर ध्यान केंद्रित किया गया।इस दौरे का मकसद मुंबई जैसे उर्जा केंद्र में प्रमुख उर्जा कंपनीयों की कार्य शैली नीति चुनोतियो ओर नवाचारों को समझना था।एमपी ने यह भी रेखांकित किया कि इस तरह की बैठकों से भविष्य की उर्जा नीति को नई दिशा मिल सकती है।