Jharkhand: झारखंड पुलिस मुख्यालय बनाम एडीजी जैप: थानों में मुंशी पदस्थापन पर बड़ा विवाद

झारखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा आईआरबी, जैप व एसआईआरबी जवानों को थानों में मुंशी पद पर पदस्थापित करने के आदेश पर विवाद। एडीजी जैप प्रिया दुबे ने आदेश को नियमों के खिलाफ बताया और अनुपालन से किया इनकार।

Jharkhand: झारखंड पुलिस मुख्यालय बनाम एडीजी जैप: थानों में मुंशी पदस्थापन पर बड़ा विवाद
झारखंड पुलिस मुख्यालय (फाइल फोटो)।
  •  प्रिया दुबे बोलीं- नियमविरुद्ध आदेश मान्य नहीं

रांची। झारखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा राज्य के विभिन्न थानों में मुंशी पद पर आईआरबी, जैप और एसआईआरबी जवानों की पोस्टिंग के आदेश ने विवाद खड़ा कर दिया है। एडीजी जैप प्रिया दुबे ने इस आदेश को नियमों के खिलाफ बताया और कहा कि इसका पालन संभव नहीं है।
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प्रिया दुबे ने डीआईजी (कार्मिक) को पत्र लिखकर कहा कि थानों में मुंशी के पद पर इन जवानों का प्रतिनियुक्ति आदेश नियमों और परिपाटी के खिलाफ है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के तबादले के लिए बनी कमेटी ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया और एडीजी जैप की सहमति भी नहीं ली गई। वैसे भी थानों में मुंशी का पदस्थापन जिलों के एसपी स्तर पर किया जाना चाहिए।
पुलिस मुख्यालय ने 25 सितंबर को 212 जवानों को थानों में मुंशी के पद पर पोस्ट किया, जबकि इससे पहले 23 जुलाई और 3 जुलाई को सीआईडी डीजी स्तर से महिला पुलिसकर्मियों की महिला थाना में पोस्टिंग हुई थी। इन आदेशों की जानकारी एडीजी जैप को नहीं दी गयी।
एडीजी ने अपने पत्र में कहा कि डीजीपी कार्यालय ने अपने ही पूर्व आदेशों का उल्लंघन किया है और कनीय अधिकारियों से अनुपालन अपेक्षित करना अनुचित है। उन्होंने यह भी बताया कि आईआरबी जवान थानों में अपराध नियंत्रण के लिए नहीं, बल्कि नक्सलियों से मुकाबले हेतु आर्म्स ड्यूटी के लिए प्रशिक्षित हैं।
इसके अलावा, जैप और आईआरबी जवानों के स्थानांतरण के लिए 28 जनवरी 2025 को बोर्ड बनाया गया था, जिसकी अनुशंसा और अनुमोदन एडीजी जैप द्वारा होना आवश्यक था। वर्तमान आदेश इस प्रक्रिया का पालन नहीं करता।प्रिया दुबे ने स्पष्ट किया कि ऐसे आदेशों का पालन संभव नहीं है और पुलिस मुख्यालय को इसे रद्द करना चाहिए। अगर आदेश लागू हुआ, तो नियम और परिपाटी का उल्लंघन होगा और थानों में कार्यशैली प्रभावित हो सकती है।