झारखंड: बिहार के मिनिस्टर नितिन नवीन पर हमला करने वाला अरेस्ट, पुलिस की ताबड़तोड़ रेड,15 कस्टडी में 

झारखंड की राजधानी रांची के मेन रोड के डेली मार्केट के पास उपद्रव व हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस टीम ने शनिवार और रविवार की देर रात रेड कर एक दर्जन से ज्यादा लोगों को उठाया है। इनमें एक की गिरफ्तारी की ऑफिसियल जानकारी दी गई है। मो. अनीस नामक पहाड़ीटोला निवासी को बिहार के मंत्री नितिन नवीन पर जानलेवा हमला करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। 

झारखंड: बिहार के मिनिस्टर नितिन नवीन पर हमला करने वाला अरेस्ट, पुलिस की ताबड़तोड़ रेड,15 कस्टडी में 

रांची। झारखंड की राजधानी रांची के मेन रोड के डेली मार्केट के पास उपद्रव व हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस टीम ने शनिवार और रविवार की देर रात रेड कर एक दर्जन से ज्यादा लोगों को उठाया है। इनमें एक की गिरफ्तारी की ऑफिसियल जानकारी दी गई है। मो. अनीस नामक पहाड़ीटोला निवासी को बिहार के मंत्री नितिन नवीन पर जानलेवा हमला करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। 

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हिंदपीढ़ी, लोअर बाजार और डोरंडा में रेड
जबकि पुलिस कस्टडी में लिये गये अन्य लोगों का पुलिस सत्यापन कर रही। घटना में उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। हालांकि, पुलिस की ओर से इन संदिग्धों की गिरफ्तारी की अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही। सीसीटीवी फुटेज व प्रतिनियुक्त वीडियोग्राफरों की वीडियो फुटेज के जरिये उपद्रवियों को चिह्नित कर पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है। पुलिस ने हिंदपीढ़ी, लोअर बाजार और डोरंडा इलाकों में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों को कस्टडी में लिया गया। जबकि कई संदिग्ध फरार हो गये हैं। पुलिस उनकी तलाश में संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है। हालांकि घटना वाले दिन कुछ लोगों को कस्टडी में लिया गया था। जिन्हें पुलिस ने सत्यापन के बाद छोड़ दिया था।

एक दर्जन से ज्यादा डीएसपी, 50 से ज्यादा इंस्पेक्टर-सबइंस्पेक्टरों के होने के बावजूद उपद्रवियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है। जांच के नाम पर पुलिस केवल हाथ-पांव मार रही।10 जून को जुमे की नमाज के बाद रांची में भारी हिंसा, उपद्रव हुआ था। इस दौरान मेन रोड में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की गाड़ी पर उपद्रवियों ने हमला किया था। मंत्री निजी कार्यक्रम में भाग लेने रांची आये थे। इसी दौरान मेन रोड में उनकी गाड़ी पर हमला हुआ और कार का शीशा तोड़ दिया गया था। नितिन नवीन किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहे।

पुलिस से आर्म्स छीनने की हुई कोशिश, 80 राउंड फायरिंग

रांची हिंसा के दौरान मेन रोड के डेली मार्केट के पास उपद्रवियों ने पुलिस का आर्म्स छीनने की कोशिश की। जबकि पुलिस पर 60 से 80 राउंड फायरिंग की गई। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया। इस मामले में एफआइआर के बाद पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की तलाश की जा रही है। पुलिस की ओर से 22 नामजद सहित आठ से दस हजार नामजदों के खिलाफ FIR दर्ज कराया गया था। इनलोगों पर आर्म्स से लैस होकर पथराव करने, मारपीट, तोड़फोड़, जान मारने की नियत से पुलिस पर फायरिंग करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की नियत मंदिर पर पत्थरबाजी करने के आरोप में केस दर्ज कराया गया है।रांची हिंसा के नेम्ड आरोपितों में मोहम्मद सरफराज,कैफी, नदीम अंसारी,शाहबाज,मो. तबारक,मो. साहिल,मो. मोदस्सिर,मो. सुफियान, शबीर अंसारी,मो. उस्मान,तबारक, मो. अफसर,सद्दाम हुसैन,शदाब आलम,मो. अजीम, मो. सद्दाम,जमाल गद्दी,मजीद आलम,खालिद उमर नकीब,मुन्ना गद्दी,सद्दाम गद्दी शामिल हैं। 
डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा-रांची हिंसा के दोषी नहीं बख्शे जायेंगे
डीजीपी नीरज सिन्हा रविवार को रांची के मेन रोड सहित अन्य प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना की बारीकियों को जाना। उन्होंने पूरे इलाके में सख्ती बरकरार रखने, हर स्थिति में अलर्ट मोड पर रहने और दोषियों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। इस दौरान डीआइजी अनीश गुप्ता, रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा सहित कई सीनीयर पुलिस अफसर मौजूद थे। 
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों की प्रशंसा की
डीजीपी ने कहा कि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुख्ता सबूत के बाद ही लोगों को दबोचा जा रहा है। जो लोग भी हिंसा में शामिल थे, उन्हें किसी भी हाल में नहीं बख्शा जायेगा। नीरज सिन्हा ने कहा कि रांची पुलिस ने हिंसा के दौरान धैर्य का परिचय दिया। विपरित परिस्थिति में स्थिति को संभाला गया। हमें अपने पुलिस बल के जवानों पर गर्व है। नीरज सिन्हा ने कहा कि वे जल्द ही घायल जवानों से भी मिलने जाएंगे। पुलिस प्रशासन किसी तरह के दबाव में नहीं है और जो कानून सम्मत है वहीं कार्रवाई होगी।
यह है मामला
राजधानी रांची के मेन रोड स्थित एकरा मस्जिद के पास बीते दस जून को बीजेपी से निलंबित नेता नुपूर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था। भीड़ वहां से अलबर्ट एक्का चौक की तरफ बढ़ने लगी, तब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। भीड़ में शामिल उप्रदवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी।इनलोगों की ओर से फायरिंग भी की गयी। पत्थरबाजी में दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आयी। उपद्रवियों को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की, डंडे बरसाये। हिंसक घटना के बाद रांची में इंटरनेट सेवा 36 घंटे तक बंद रही। फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गयी। शहर की दुकानें अभी तक बंद हैं। शहर के छह थाना क्षेत्र में धारा 144 अभी भी लागू है।