बिहार: मुजफ्फरपुर में जेडीयू लीडर ने थानाध्यक्ष को दी को धमकी, दो घंटे में औकात बता देंगे, ऑडियो वायरल

जेडीयू लीडर संतोष कुमार भास्कर पटेल को मुजफ्फरपुर में ऑन ड्यूटी थानाध्यक्ष को अपशब्द और धमकी देना महंगा पड़ गया। मामले में जेडीयू लीडर के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है। जिले में शुक्रवार से ही एक ऑडियो वायरल हो रहा है, इसमें जेडीयू लीडर ने औराई थानाध्यक्ष को फोन कर धमकी देते हुए दो घंटे में ट्रांसफर कराने की बात कही है।हलांकि थ्री सोसाइटीज ऐेसे किसी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। 

बिहार: मुजफ्फरपुर में जेडीयू लीडर ने थानाध्यक्ष को दी को धमकी, दो घंटे में औकात बता देंगे, ऑडियो वायरल
  • हमको पहचानते नहीं हो मेरा नाम हुआ संतोष कुमार भास्कर पटेल 

मुजफ्फरपुर। जेडीयू लीडर संतोष कुमार भास्कर पटेल को मुजफ्फरपुर में ऑन ड्यूटी थानाध्यक्ष को अपशब्द और धमकी देना महंगा पड़ गया। मामले में जेडीयू लीडर के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है। जिले में शुक्रवार से ही एक ऑडियो वायरल हो रहा है, इसमें जेडीयू लीडर ने औराई थानाध्यक्ष को फोन कर धमकी देते हुए दो घंटे में ट्रांसफर कराने की बात कही है।हलांकि थ्री सोसाइटीज ऐेसे किसी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। 
क्या है मामला
जिले के औराई थाना क्षेत्र में एक गांव में दो पक्षों में विवाद के बाद एक पक्ष की पैरवी करने को लेकर जदयू नेता के फोन करने का है। जेडीयू लीडर ने फोन पर थानाध्यक्ष से कहा कि हमको पहचानते नहीं हो मेरा नाम संतोष कुमार भास्कर पटेल हुआ। नाम तो सुना ही होगा। दो घंटे के अंदर तुम्हारा औकात बता देंगे। सस्पेंड करा देंगे। तुम्हारे... का थाना नहीं है। वहीं दूसरी ओर थानाध्यक्ष फोन पर बताते रहे कि मैंने केस कर दिया है। जांच चल रही है, लेकिन जेडीयू सत्ता के नशे में चूर होकर एक पक्ष के लोगों तुरंत गिरफ्तार करने की बात कही। थानाध्यक्ष को धमकी देते हुए कहा कि अगर औराई हम आ गये तो तुम्हारा औकात ठिकाने लगा देंगे। बावजूद थानाध्यक्ष बात करते हुए समझाने की कोशिश करते रहे।

उक्त मामले में थानाध्यक्ष राजेश कुमार की कंपलेन पर जेडीयटू लीडर संतोष भास्कर पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी कर्मी को ऑन ड्यूटी रहते जाति सूचक शब्दों के साथ गाली देने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एफआइआर दर्ज किया गया है। मामला सीनीयर अफसरों के संज्ञान में चला गया है।अब मामले में सीनीयर अफसरों के दिशा निर्देश व मार्गदर्शन के अनुसार ही जांच और आगे की कार्रवाई की दिशा तय होगी।