उत्तर प्रदेश: ललितपुर में गैंगरेप पीड़ित नाबालिग से पुलिस स्टेशन में एसओ ने की दरिंदगी, सस्पेंड, FIR, फरार

उत्तर प्रदेश के ललितपुर के पाली पुलिस स्टेशन में गैंग पीड़िता नाबालिग किशोरी के साथ सरकारी क्वार्टर में एसओ ने रेप किया है। पीड़िता ने एसपी को आपबीती सुनाई तो उन्होंने आरोपित एसओ को लाइन हाजिर कर दिया। एसपी के आदेष पर आरोपी एसओ के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है। 

उत्तर प्रदेश: ललितपुर में गैंगरेप पीड़ित नाबालिग से  पुलिस स्टेशन में एसओ ने की दरिंदगी, सस्पेंड, FIR, फरार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ललितपुर के पाली पुलिस स्टेशन में गैंग पीड़िता नाबालिग किशोरी के साथ सरकारी क्वार्टर में एसओ ने रेप किया है। पीड़िता ने एसपी को आपबीती सुनाई तो उन्होंने आरोपित एसओ को लाइन हाजिर कर दिया। एसपी के आदेष पर आरोपी एसओ के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है। 

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FIR दर्ज होने की जानकारी होते हुए आरोपित दारोगा फरार हो गया है। इस पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में दारोगा सहित पीड़िता की मौसी और चार अन्य पर एफआइआर हुई है। पुलिस ने एक आरोपित अरेस्ट कर लिया है।ललितपुर एसपी निखिल पाठक ने बताया कि एक किशोरी ने आफिस आकर बताया कि उसे चार युवकर फुसलाकर भगा ले गये थे। चारों उसके साथ रेप किया। जब वह कंपलेन करने पुलिस स्टेशन पहुंची तो थानाध्यक्ष ने भी रेप किया। नाबालिग के आरोपों को गंभीरता से लेकर उन्होंने पुलिस स्टेशन पहुंच घटना की जानकारी ली। इसके बाद बाल कल्याण अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी मड़ावरा केशव नाथ ने 181 हेल्पलाइन यूनिट में पीड़िता के बयान लिए। पीड़ित किशोरी अपनी आपबीती सुनाते हुए रो पड़ी।

एसपी ने तत्काल प्रभाव से पाली के प्रभारी निरीक्षक तिलकधारी सरोज को लाइन हाजिर कर दिया। छह नामजद आरोपितों के खिलाफ FIR  दर्ज करने को कहा। इसमें पाली थाना प्रभारी भी शामिल है। लाइन हाजिर होने के बाद आरोपित प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस लाइन में आमद दर्ज नहीं कराई। इस पर SP ने उसे सस्पेंड कर फरार घोषित कर दिया है। थाना पाली प्रभारी निरीक्षक पर रेप का मामला दर्ज होने  के बाद झांसी रेंजके डीआइजी जोगेंद्र सिंह मंगलवार शाम एसपी निखिल पाठक के साथ थाना पाली पहुंचे। यहां उन्होंने अफसर व स्टाफ के घटनाक्रम से जुड़े बिंदुओं के बारे में जानकारी ली। आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

बताया जाता है कि एक महिला ने एसपी से शिकायत की कि उसकी नाबालिग बेटी को पाली के चंदन, राजभान, हरिशंकर एवं महेंद्र चौरसिया 22 अप्रैल को बहला कर भोपाल ले गये। उसे रेलवे स्टेशन के पास तीन दिन तक छिपाकर रखा। चारों ने उसके साथ रेप किया। चारों लड़की को 26 अप्रैल को वापस पाली पुलिस स्टेशन में छोड़ कर भाग गये। पुलिस ने लड़की को उसकी मौसी के पास पहुंचा दिया। मौसी ने उसे ककड़ारी गांव भेज दिया, जहां रेप करने वाले एक युवक की बहन रहती है। 27 अप्रैल की सुबह किशोरी को थाने बुलाकर बयान दर्ज किया गया। शाम को मौसी उसे इंसपेक्टर तिलकधारी सरोज के कमरे में ले गयी। जहां उसके साथ रेप किया गया। रेप के बाद पुलिस ने उसे फिर मौसी को सौंप दिया गया।

बरामदगी या बयान की सूचना माता-पिता को नहीं दी गई। महिला ने कहा कि 30 अप्रैल को उसकी बेटी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया। जहां काउंसलिंग में उसने सारी घटना बताई। महिला की कंपलेन पर एसपी ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया। मामले में चारों आरोपी चन्दन, राजभान, हरिशंकर, महेन्द्र चौरसिया के अलावा  प्रभारी निरीक्षक पाली तिलकधारी सरोज व मौसी गुलाबबाई के खिलाफ किनडैप, गैगरेप, साजिश आदि की सेक्शन तथा पाक्सो एक्ट में FIR दर्ज किया गया है।