धनबाद: पुलिस इंस्पेक्टर जगदेव भगत को प्राइवेट हॉस्पीटल ने नहीं लिया एडमिट, एसएनएमएमसीएच में मौत

स्पेशल ब्रांच रांची में पोस्टेड इंस्पेक्टर जगदेव भगत (59) की रविवार को एसएनएमएमसीएच में मौत हो गयी। एसएनएमएमसीएच ले जाने के पहले परिजन उन्हें पाटलीपुत्र नर्सिंग होम ले गये थे। को गया। इसके बाद परिजन एसएनएमएमसीएच लेकर पहुंचे। कुछ ही देर में उनकी मौत हो गयी।

  • स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर को सांस लेने में थी परेशानी,
  • कई दिनों से  रहा था बुखार

धनबाद। स्पेशल ब्रांच रांची में पोस्टेड इंस्पेक्टर जगदेव भगत (59) की रविवार को एसएनएमएमसीएच में मौत हो गयी। एसएनएमएमसीएच ले जाने के पहले परिजन उन्हें पाटलीपुत्र नर्सिंग होम ले गये थे। को गया। इसके बाद परिजन एसएनएमएमसीएच लेकर पहुंचे। कुछ ही देर में उनकी मौत हो गयी।

इंस्पेक्टर जगदेव की पत्नी वर्षा भगत सिंह ने सरायढेला पुलिस को बताया है कि अगर समय रहते पाटलीपुत्र नर्सिंग होम एडमिट कर इलाज करता, तो शायद उनकी जान बच सकती थी। कोरोना जांच नहीं रहने के कारण पाटलीपुत्र नर्सिंग होम एडमिट करने से इनकार कर दिया था।
कई दिनों से हल्का बुखार आ रहा था इंस्पेक्टर को
वर्षा अपने तीन बच्चों के साथ बस्ताकोला में रहती है। उनके पति इंस्पेक्टर जगदेव भगत रांची स्पेशल ब्रांच में पोस्टेड थे। वह 12 अप्रैल तक ड्यूटी पर थे। उन्हें हल्का बुखार आ रहा था। वह रांची में ही इलाज करवा रहे थे। उन्होंने 14 अप्रैल को फोन कर तबीयत खराब होने के बारे में बताया तो पत्नी वर्षा अपने बच्चों के साथ रांची गयी। डॉक्टर से इलाज कराने के बाद उनको लेकर16 अप्रैल को बस्ताकोला लौट गयी।

रांची से लौटे थे धनबाद

पुलिस इंस्पेक्टर को 18 अप्रैल को सांस लेने में परेशानी होने लगी। पत्नी अपने पति को लेकर पाटलीपुत्र नर्सिंग होम पहुंची, लेकिन डॉक्टरों ने बगैर कोरोना जांच के एडमिट करने से इनकार कर दिया। वह बेटा के साथ सदर अस्पताल पहुंची, तो पता चला कि यहां कोविड-19 जांच नहीं किया जा सकता है। एसएनएमएमसीएच में जांच की जा रही है। बेटे के साथ पति को लेकर एसएनएमएमसीएच पहुंची। पति एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट हुए इसके तुरंत बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जगदेव भगत 1994 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने थे। पहले वह धनबाद जिला भी पोस्टेड थे। वाइफ व बच्चे बस्ताकोला में किराये के मकान में रहते हैं।