देश में एक दिन में मिले 3 लाख 46 हजार 786 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले, ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों पेसेंट की सांसें अटकीं

देश में कोरोना वायरस संक्रमण हर दिन नया रिकार्ड बना रहा है। इंडिया में पिछले 24 घंटे में भारत में तीन लाख 46 हजार 786 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं। इस दौरान दो हजार 624 लोगों की मौतो हुई है। वहीं दूसरी ओर से देश में अक्सीजन की कमी से हॉस्पीटल में हाहाकार मचा हुआ है।

देश में एक दिन में मिले 3 लाख 46 हजार 786 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले, ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों पेसेंट की सांसें अटकीं

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण हर दिन नया रिकार्ड बना रहा है। इंडिया में पिछले 24 घंटे में भारत में तीन लाख 46 हजार 786 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं। इस दौरान दो हजार 624 लोगों की मौतो हुई है। वहीं दूसरी ओर से देश में अक्सीजन की कमी से हॉस्पीटल में हाहाकार मचा हुआ है।
सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में  2,19,838  कोरोना पेसेंट ठीक भी हुए हैं। अबतक देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,66,10,481 पहुंच गया है। एक्टिव मामलों की संख्या 25,52,940 हो गयी है। देश में कोरोना मरनेवालों की संख्या उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से देश में तीन लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश में सख्त प्रतिबंध भी लगाये हैं। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अधिकांश स्टेट में वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है।
वैक्सीनेशन की स्पीड हुई तेज
देश में एक ओर जहां तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वहीं इससे बचने के लिए वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से चल रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगावाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। देश में कोरोना के खिलाफ शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान के तहत अबतक 13,83,79,832 वैक्सीनेशन किया जा चुका है। 

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से इंडिया ही नहीं वर्ल्ड के कई देश  जूझ रहे हैं। सबसे ज्यादा ताकतवर देश अमेरिका भी कोरोना संक्रमण की चपेट में टॉप-1 पर बना हुआ है। इंडिया संक्रमितों देशों में दूसरे नंबर पर है। इंडिया में लगातार कई दिनों में तीन लाख से ज्यादा संक्रमित केस मिलने से हॉस्पीटल में स्थितियां बिगड़ रही है। ज्यादातर हॉस्पीटल में ऑक्सीजन की कमी के चलते कई पेसेंट की जान भी चली गई है। हालांकि, गवर्नमेंट से संकट की इस घड़ी से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। लगातार प्रपीएम नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के सीएम व अफसरों के साथ भी बैठक कर रहे हैं। पीएम ने सभी से एकजुट होकर काम करने की अपील भी है। 
दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 पेसेंट की मौत 
दिल्ली के कई हॉस्पीटल में अब भी ऑक्सीजन की भारी किल्लत बनी हुई है। गंभीर रूप से पीड़ित कोरोना पेसेंट को ऑक्सीजन की कमी के चलते राजधानी के किसी भी हॉस्पीटल में जगह नहीं मिल पा रही है। इससे लोगों के बीच खौफ और भय का माहौल है। दिल्ली के जयपुर गोल्डन हॉस्पीटल में शुक्रवार रात 20 मरीजों की मौत हो गई। यहां ऑक्सीजन की कमी अब भी बरकरार है। 200 से अधिक मरीजों की सांसों पर संकट बना हुआ है। यहां शाम 5 बजे ऑक्सीजन सप्लाई आनी थी, लेकिन रात 12 बजे ऑक्सीजन मिली और वो भी आधी। हॉस्पीटल में अभी आधे घंटे की ऑक्सीजन बची है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि मरने वाले सभी 20 मरीज ऑक्सीजन पर थे, ऑक्सीजन न होने से हमें फ्लों कम करना पड़ा था। मैं ये नहीं कह रहा कि ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई हैं, लेकिन एक बड़ी वजह ये भी हो सकती है। 

ऑक्सीजन संकट का ऐसा ही हाल शनिवार को बत्रा अस्पताल में भी देखने को मिला, स्टॉक खत्म होने से मरीजों की सांस पर बन आई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन की तरफ से की गई SOS कॉल के बाद ऑक्सीजन खत्म होने से ठीक पहले ही यहां पर 500 लीटर ऑक्सीजन की सप्लाई कर दी गई। बत्रा हॉस्पीटल के मेडिकल डायरेक्टर डा.एस.सी.एल. गुप्ता ने कहा कि दिल्ली गवर्नमेंट ने हमें ऑक्सीजन टैंकर मुहैया कराया है। हमारे पास हमारे सभी पेसेंट के लिए एक से डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन है। हमें एक दिन में 8,000 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत होती है। हमें 12 घंटे हाथ जोड़ने के बाद 500 लीटर ऑक्सीजन मिली है।अगला 500 लीटर कब मिलेगा पता नहीं? हॉस्पीटल में 350 पेसेंट हैं और 48 मरीज ICU में हैं।
वहीं, दिल्ली के सरोज सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के कोविड प्रभारी ने शनिवार को बताया कि हम ऑक्सीजन की कमी के कारण नये पेसेंट को एडमिट करना बंद कर रहे हैं। हम अपने हॉस्पीटल से भी पेसेंट को डिस्चार्ज कर रहे हैं।
गंगाराम हॉस्पीटल में 25 पेसेंट  की मौत
दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पीटल में भी गुरुवार की रात गंभीर रूप से बीमार 25 कोविड पेसेंट की मौत हो गई थी। कई और मरीजों की जिंदगी ऑक्सीजन की कमी के कारण संकट में पड़ गई थी। इस घटना के पीछे संभावित वजह कम दबाव वाली ऑक्सीजन हो सकती है। हॉस्पीटल ने शुक्रवार सुबह आठ बजे मौतों की घोषणा की थी।गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डी.एस. राणा ने कहा कि यह कहना गलत है कि मौतें ऑक्सीजन की कमी से हुई। हमने गैर मशीनी तरीकों से मरीजों को ऑक्सीजन दी जब आईसीयू में दबाव घट गया था।
ऑक्सीजन के लिए हॉस्पीटल नोडल अफसरों से संपर्क करें: हाईकोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राजधानी के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे ऑक्सीजन की जरूरतों के लिए केन्द्र सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अफसरों से संपर्क करें। सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से ऑक्सीजन सुनिश्चित करने के लिए एक कंच्रोल रुम स्थापित किए जाने के बारे में कोर्ट को सूचित किए जाने के बाद यह फैसला आया है।