पश्चिम बंगाल में TMC की हैट्रिक, असम में BJP व केरल में LDF की वापसी, तमिलनाडु में DMK सराकर, पुडुचेरी में NDA जीता

पश्चिम बंगाल में 200 से से ज्यादा विधानसभा सीटों के साथ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार सरकार बनायेगी। हलांकि ममता खुद नंदीग्राम से चुनाव हार गयी है। असम में बीजेपी ने फिर 68 से ज्यादा सीटें लाकर फिर से सरकार बनाने जा रही है।

पश्चिम बंगाल में TMC की हैट्रिक, असम में BJP व केरल में LDF की वापसी, तमिलनाडु में DMK सराकर, पुडुचेरी में NDA जीता
  • ममता के हार से बंगाल में टीएमसी का जशन फीका

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में 200 से से ज्यादा विधानसभा सीटों के साथ ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार सरकार बनायेगी। हलांकि ममता खुद नंदीग्राम से चुनाव हार गयी है। असम में बीजेपी ने फिर 68 से ज्यादा सीटें लाकर फिर से सरकार बनाने जा रही है। केरल में सत्ताधारी एलडीएफ ने 94 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक को हराकर स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके- कांग्रेस गठबंधन 146 सीटों के साथ सत्ता में आ रही है। पुडुचेरी में एनडीए की सरकार बननी तय है। 
मता नहीं बचा पाईं अपनी सीट 
चार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के रुझान और नतीजे ने मोटे तौर पर सत्ता विरोधी लहर को भी खारिज कर दिया है। 

देशभर की निगाहें बंगाल के चुनाव पर टिकी थी। यहां तृणमूल ने 200 से ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में वापसी तो कर ली है, लेकिन ममता अपनी सीट नहीं बचा पाई। सीएम ममता बनर्जी को बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में हरा दिया। बीजेपी इस बार 76 सीटों पर जीत हासिल करती दिख रही है। पार्टी का वोट प्रतिशत 10 से 38 पर पहुंच गया है। वहीं पिछली बार 211 सीटें जीतने वाली तृणमूल के खाते में 214 सीटें आती दिख रही हैं। पार्टी का वोट प्रतिशत 44 से 48 पर पहुंच गया है। कांग्रेस और वामदलों का बंगाल में खाता भी नहीं खुला है। 
असम में कांग्रेस की वासपी का सपना टूटा

असम में भी कांग्रेस के लिए परिणाम अच्छे नहीं रहे। यहां सत्ता विरोधी लहर के बावजूद126 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी और उसके सहयोगी दल 75 सीटों पर जीत हासिल करते दिख रहे हैं। अकेले भाजपा 56 सीटें जीत रही है। उसकी सहयोगी अगप के खाते में 11 और यूपीपीएल के खाते में आठ सीटें आती दिख रही हैं।

केरल में राहुल की मेहनत नहीं ला सकी रंग
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से संसद में पहुंचे राहुल गांधी ने यहां विधानसभा चुनाव में पार्टी की कमान संभाली थी। अभियान का ज्यादातर समय उन्होंने केरल में ही बिताया था। इसके बावजूद उनकी मेहनत काम नहीं आई। सीएम पी विजयन के नेतृत्व में वाम गठबंधन एलडीएफ 140 सदस्यीय विधानसभा में 99 सीटों पर जीत हासिल करती दिख रही है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के खाते में 41 सीटें आ रही हैं।
तमिलनाडु में स्टालिन का चमत्कार
तमिलनाडु में की 234 सदस्यीय विधानसभा में डीएम व कांग्रेस गठबंधन 121 सीटों पर जीत रही है। इसका पूरा श्रेय पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन को जाता है। द्रमुक की सहयोगी के तौर पर लड़ी कांग्रेस को 16 सीटें मिल रही हैं। सत्ताधारी अन्नाद्रमुक 80 सीटों पर सिमटती दिख रही है।