Maharashtra: महाराष्ट्र में हिंसक हुआ मराठा आरक्षण आंदोलन, आंदोलनकारियों ने NCP MLA का घर फूंका

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का आंदोलन हिंसक हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने बीड जिले में स्थित NCP एमएलए प्रकाश सोलंके के आवास में आग लगी दी है। घर पर पथराव करते हुए गाड़ियों में आग लगा दिया गया है। 

Maharashtra: महाराष्ट्र में हिंसक हुआ मराठा आरक्षण आंदोलन, आंदोलनकारियों ने NCP MLA का घर फूंका
NCP एमएलए प्रकाश सोलंके का घर जलाया।

मुंबई। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का आंदोलन हिंसक हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों ने बीड जिले में स्थित NCP एमएलए प्रकाश सोलंके के आवास में आग लगी दी है। घर पर पथराव करते हुए गाड़ियों में आग लगा दिया गया है। 

यह भी पढ़ें:Dhanbad: पुलिस के खिलाफ बिजनसमैन में आक्रोश, दुकानें रही बंद, दिया धरना
एमएलएऔर उनका परिवार सुरक्षित
डिप्टी सीएम अजित पवार के गुट के एमएलए प्रकाश सोलंके के घर पर आंदोलनकारियों ने पहले पथराव किया। इसके बाद उन्होंने आवास पर तोड़फोड़ करते हुए वहां आग लगा दी।NCP विधायक प्रकाश सोलंके ने बताया कि जब उनके घर पर आंदोलनकारियों की भीड़ ने हमला किया। उस समय वह अपने घर के अंदर ही मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान मेरे परिवार का कोई भी सदस्य या कर्मचारी घायल नहीं हुआ। हम सभी सुरक्षित हैं, लेकिन आगजनी के कारण संपत्ति को नुकसान हुआ।प्रकाश सोलंके माजलगांव से ही एमएलए हैं। एनसीपी में फूट के बाद वह अजित पावर के साथ हैं। वह मराठा समुदाय से ही आते हैं।
मराठा प्रदर्शनकारियों की हिंगोली से एमपी हेमंत पाटिल के साथ भी बहस हो गई। बीड़ और हिंगोली दोनों ही मराठवाड़ा में ही हैं। इस इलाके में मराठा आंदोलन बेहद मजबूत है। कई गांवों में ऐलान कर दिया गया है कि वहां किसी भी राजनेता को प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा। वहीं मनोज जरांगे पाटिल ने एक बार फिर अनिश्चितकालीन भख हड़ताल शुरू कर दी है। वह 22 अक्टूबर से फिर से अनशन पर बैठे हैं। वहीं बीते कुछ सप्ताह में मराठा समुदाय के कई लोगों ने खुदकुशी भी कर ली है।  पिछले महीने ही सीएम शिंदे और दूसरे मंत्रियों की तरफ से आश्वासन मिलनेके बाद जरांगेपाटिल नेअपना अनशन खत्म किया था। उन्होंने पिछली बार 17 दिनों की भूख हड़ताल की थी। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को 40 दिन का अल्टीमेटम दे दिया था। इसके बाद सरकार ने रिटायर्ड जज संदीप शिंदे की अध्यक्षता में सात  सितंबर को एक कमेटी बना दी थी। इसके तहत समुदाय के लोगों को कुंबी सर्टिफिकेट देनेके बारे में विचार किया जाना था। अब तक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।

मराठा समुदाय की यह मांग
दशकों पुरानी है। हालांकि राज्य सरकार ने 2018 में 16 पर्सेंट रिजर्वेश देनेका फैसला किया था। हाई कोर्ट ने इसे नौकरियों में घटाकर 13 परसेंट और पढ़ाई में 12 परसेंट कर दिया। वहीं 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने इस आरक्षण को ही कैंसल कर दिया।

ट्रिपल ईंजन सरकार की विफलता 
NCP एमएलए प्रकाश सोलंके के आवास पर हुए हमले पर शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि महाराष्ट्र में जो ट्रिपल ईंजन की सरकार है, ये उनकी विफलता है। आज एक एमएलए का घर जलाया गया है। गृह मंत्रालय और गृह मंत्री क्या कर रहे हैं, ये उनकी जिम्मेदारी है।
गलत दिशा में जा रहा मराठा आरक्षण
सीएम एकनाथ शिंदे ने घटना की निंदा की है। एनसीपी एमएलए प्रकाश सोलंके के बीड आवास पर हमले पर सीएमदे ने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल को इस घटना पर ध्यान देना चाहिए कि यह विरोध क्या मोड़ ले रहा है। यह विरोध अब गलत दिशा में जा रहा है। मराठा समुदाय लंबे समय से अपने लिए अलग से सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है जब मराठा आरक्षण के लिए प्रदर्शन कर रहे लोगों ने किसी राजनेता पर इस तरह का अटैक किया है।