Jharkhand Liquor Scam : नेक्सजेन के मालिक ने IAS विनय चौबे की वाइफ के अकाउंट में 1.26 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया

झारखंड में शराब घोटाले की जांच के दौरान ऑटोमोबाईल बिजनसमैन सह नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह द्वारा स्वप्ना संचिता के बैंक अकाउंट में 1.26 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जाने के सबूत मिले हैं। ईडी की जांच में पाया गया है कि लगभग सात वर्ष के दौरान विनय सिंह की कंपनी के अकाउंट से स्वप्ना संचिता के अकाउंट में यह रकम ट्रांसफर किया गया है।

Jharkhand Liquor Scam : नेक्सजेन के मालिक ने IAS विनय चौबे की वाइफ के अकाउंट में 1.26 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया
विनय सिंह, विनय चौबे व स्वप्ना संचिता )।

रांची। झारखंड में शराब घोटाले की जांच के दौरान ऑटोमोबाईल बिजनसमैन सह नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह द्वारा स्वप्ना संचिता के बैंक अकाउंट में 1.26 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये जाने के सबूत मिले हैं। ईडी की जांच में पाया गया है कि लगभग सात वर्ष के दौरान विनय सिंह की कंपनी के अकाउंट से स्वप्ना संचिता के अकाउंट में यह रकम ट्रांसफर किया गया है। स्वप्ना संचिता, आइएएस अफसर विनय चौबे की वाइफ हैं।
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 ईडी की टीम ने शराब घोटाले में इसीआइआर दर्ज करने के बाद तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे, उनके संबंधी शिपिज त्रिवेदी, नेक्सजेन के मालिक सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर रेड मारा था। ईडी रेड के दौरान मिले दस्तावेज और बैंक अकाउंट्स की जांच के दौरान विनय सिंह की कंपनी के अकाउंट से विनय चौबे की वाइफ के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने का मामला पकड़ में आया।
ईडी की जांच में पाया गया कि विनय सिंह की कंपनी से स्वप्ना संचिता के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने का सिलसिला वर्ष 2017 में शुरु हुआ। यह सिलसिला वर्ष 2023 तक चला। छत्तीसगढ़ ईडी द्वारा शराब घोटाले की जांच के दौरान विनय चौबे को समन कर छत्तीसगढ़ बुलाये जाने के बाद कंसल्टेंसी फीस के नाम पर पैसा ट्रांसफर करने का सिलसिला बंद हो गया।
ईडी द्वारा जांच में पाया गया है कि विनय सिंह ने यह रकम स्वप्ना संचिता को अपनी कंपनी में कंसल्टेंसी फीस के रूप में दी है. हालांकि कंसल्टेंट के रूप में विनय सिंह की कंपनी में स्वप्ना संचिता की नियुक्त से संबंधित कोई दस्तावेज जांच एजेंसी को नहीं मिला। नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह की ओर से स्वप्ना संचिता को मौखिक रूप से ही कंसल्टेंट नियुक्त किये जाने का दावा पेश किया गया।
विनय सिंह की और से बताया गया कि विनय चौबे की वाइफ ने आइआइएम से फाइनेंस आर मार्केटिंग में एमबीए की डिग्री हासिल की है। वह विनय सिंह को उनके बिजनस में मदद करती थीं। काफी अनुरोध के बाद उन्होंने कंपनी को व्यवसायिक तौर पर सलाह देने के लिए तैयार हुई थी। उन्हें कंसल्टेंसी फीस के रूप में प्रति माह 1.00-1.25 लाख रुपये तक दिय जाते थे।
वह कंपनी के लिए डाटा एनालिसिस, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राहकों की पसंद आदि का एनालिसिस तक करके कंपनी का बिजनस बढ़ाती थीं। लेकिन शराब घोटाले की जांच के दौरान पैदा हुई कानूनी परेशानियों के मद्देनजर स्वप्ना संचिता ने वर्ष 2023 से कंसल्टेंट के रूप में काम करना बंद कर दिया था। ईडी द्वारा की गयी पूछताछ के दौरान विनय सिंह ने चौबे की वाइफ के साथ 20 साल से पारिवारिक संबंध होने की बात स्वीकार की। साथ ही यह भी कहा कि दोनों के पूर्वज काफी पहले से एक दूसरे परिवार को जानते थे और मित्रता थी।ऑटोमोबाईल बिजनसमैन विनय सिंह के विरुद्ध वारंट लेगी ACB !
शराब घोटाला की जांच कर रही एसीबी जल्द ही IAS विनय चौबे के करीबी और रांची के चर्चित ऑटोमोबाईल कारोबारी विनय सिंह के खिलाफ वारंट मांग सकती है। इसके लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। जानकार सोर्सेज के अनुसार ACB के अफसर विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से कोर्ट में विनय सिंह के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट मांगने के लिए आवेदन देंगे।
उल्लेखनीय है कि शराब घोटाला की अब तक जांच में एसीबी ने विनय सिंह को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन अब तक विनय सिंह एसीबी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं। इसके बाद अब एजेंसी उसके विरुद्ध वारंट मांगेगी। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ से जुड़े शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ED ने भी विनय सिंह के ठिकानों पर रेड की थी। झारखंड में एसीबी शराब घोटाला की जांच कर रही है।
एसीबी ने अब तक की जांच में राज्य के वरीय IAS अफसर री विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह समेत अन्य को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। अब तक इस केस में कुल पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। विनय चौबे के विरुद्ध आय से अधिक सम्पति अर्जित करने का मामला दर्ज कर भी जांच की जा रही है।