Jharkhand: DGP ने सभी जिलों के SSP व SP के साथ की मीटिंग,संगठित क्रिमिनल गैंग्स पर कार्रवाई का निर्देश

झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने स्टेट के सभी एसएसपी व एसपी के साथ बैठक की। स्टेट में एक्टि संगठित क्रिमिनल गैंग्स पर जल्द से जल्द नकेल कसने का निर्देश दिया।  जेल में बैठकर क्राइम को अंजाम दिलवाने वाले गैंगस्टर पर विशेष नजर रखते हुए उन पर कार्रवाई करने को कहा गया।

Jharkhand: DGP ने सभी जिलों के SSP व SP के साथ की मीटिंग,संगठित क्रिमिनल गैंग्स पर कार्रवाई का निर्देश

रांची। झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने स्टेट के सभी एसएसपी व एसपी के साथ बैठक की। स्टेट में एक्टि संगठित क्रिमिनल गैंग्स पर जल्द से जल्द नकेल कसने का निर्देश दिया।  जेल में बैठकर क्राइम को अंजाम दिलवाने वाले गैंगस्टर पर विशेष नजर रखते हुए उन पर कार्रवाई करने को कहा गया।
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डीजीपी अजय सिंह ने बताया कि बैठक में विशेषकर सभी जिलों में सक्रिय संगठित अपराधिक गैंग और उसके सदस्यों की गतिविधियों को लेकर चर्चा हुई। बैठक में स्टेट के चिन्हत बड़े क्रिमिनलों पर कार्रवाई के लिए योजना बनी है। मीटिंग में मुख्य तौर पर संगठित आपराधिक गिरोहों को लेकर ही फोकस किया गया। सभी एसपी को जिम्मा दे दिया गया है कि अगर जेल में बंद अपराधी अगर अंदर से रंगदारी मांग रहे हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी शिकंजा कसें। एसपी को निर्देश दिया गया कि जेल से बेल पर छूटकर क्राइम कर रहे क्रिमिनलों पर के लिए जिलाबदर की कार्रवाई और अपराधिक मामलों में संलिप्तता पाए जाने पर उनकी जमानत रद्द कराने की दिशा में कार्रवाई करें। 
झारखंड में एक्टिव क्रिमिनल गैंग्स 
पुलिस रिकार्ड के अनुसार झारखंड में फिलहाल एक दर्जन से ज्यादा संगठित क्रिमिनल गैंग्स एक्टिव हैं। इसमें डॉन अखिलेश सिंह, डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन सिंह, अमन साहू, सुशील श्रीवास्तव, भोला पांडे और अनिल शर्मा जैसे कुख्यात गैंग शामिल हैं। इनमें से कई गैंग के सरगना जेल में बंद हैं। वर्तमान में अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अनिल शर्मा, अमन सिंह और अमन साव जेल में बंद हैं। भोला पांडे और सुशील श्रीवास्तव की मर्डर वर्षों पहले हो चुकी है। हालांकि पांडेय व श्रीवास्तव का गैंग अभी भी बेहद सक्रिय है। इन सभी गैंग्स पर कार्रवाई के लिए योजना पूर्व में भी बनी है। इस पर बेहतर तरीके से काम करने का निर्देश डीजीपी ने दिया है।बैठक में संगठित क्रिमिनल गैंग के अंदर जो नये-नये क्रिमिनल  शामिल हुए, उनकी भी एक लिस्ट तैयार करने को कहा गया है। ताकि समय पर उनकी पहचान कर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके।
सजा दिलाने की बिंदु पर तेजी से करें काम

झारखंड में क्रिमिनल केस में अरेस्ट किये गये आरोपियों  के सजा के बिंदु पर पुलिस क्या कर रही है. इसकी विस्तृत जानकारी भी डीजीपी को दी गई। डीजीपी ने निर्देश दिया है कि गिरफ्तार अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के बिंदु पर कार्य करें, ताकि कानून का भय हर क्रिमिनलों के मन में कायम हो। इस बैठक में सभी जिलों के एसपी और रेल एसपी के कामकाज की बारी बारी से समीक्षा की जा रही है। मढ4र, लूट, डकैती, अपहरण और रंगदारी जैसी वारदातों को अंजाम देने वाले बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए जो योजनाएं बनी हैं, उन पर कितना अमल किया गया है उसका भी रिपोर्ट डीजीपी के सामने रखा गया है।
डीजीपी ने संगठित क्रिमिनल गैंग और साइबर क्रिमिनलों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया। बैठक में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में पुलिस को मिली उपलब्धियों, थानों में लंबित मामलों के निपटारे, राज्य में अपराध को नियंत्रित करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गयी। पुलिस कप्तानों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये गये। बैठक में राज्य के सभी थानों में लंबित कांडों की स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट भी डीजीपी के सामने पेश की गई।बताया गया कि राज्य भर के अधिकांश थानों में लंबित मामलों को निपटा लिया गया है। जो मामले अभी भी लंबित हैं, उन्हें जल्द से जल्द निपटाने का निर्देश जारी किया गया।इसके अलावा पिछले दो सालों का प्रतिवेदित कांडों का आंकड़ा, प्रतिवेदित और निष्पादित कांड, संगठित अपराधियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई, मानव तस्करी के वैसे कांड, जिसमें विक्टिम अभी तक मिसिंग हैं, के साथ ही वारंट और कुर्की निष्पादन की स्थिति की समीक्षा की गई।
बैठक में सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता, एडीजी ऑपरेशन, एडीजी हेडक्वार्टर, अन्य एडीजी,आईजी,डीआईजी और सभी जिलों के एसएसपी व एसपी शामिल थे।