जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की मोबाइल एप होगी लॉन्च,श्रद्धालु कर सकेंगे सीधे दर्शन

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च करने की प्लान बना रहा है। इससे श्री माता वैष्णो देवी के पवित्र तीर्थ स्थल के सीधे दर्शन हो। इस एप को 17 अक्टूबर को लॉन्च करने की तैयारी है। 

जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की मोबाइल एप होगी लॉन्च,श्रद्धालु कर सकेंगे सीधे दर्शन

श्रीनगर। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च करने की प्लान बना रहा है। इससे श्री माता वैष्णो देवी के पवित्र तीर्थ स्थल के सीधे दर्शन हो। इस एप को 17 अक्टूबर को लॉन्च करने की तैयारी है। 
जम्मू-कश्मीर के एलजी व श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने इधर, श्री माता वैष्णो देवी के भक्तों को घर बैठे प्रसाद पहुंचाने की सेवा की औपचारिक शुरुआत की। श्राइन बोर्ड ने पिछले माह अगस्त में इस सेवा को शुरू किया था। अब तक श्राइन बोर्ड प्रसाद के लगभग 1500 पैकेज देशभर में श्रद्धालुओं को भेज चुका है। देश के किसी भी हिस्से में बैठे श्रद्धालु श्राइन बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर प्रसाद की बुकिंग करवा सकते हैं।

बुकिंग की पुष्टि होने पर बोर्ड 72 घंटों के भीतर स्पीड पोस्ट से  प्रसाद भेज रहा है। इस र्सविस के लिए बोर्ड ने डाक विभाग के साथ एक स्पेसल एग्गीमेंट किया है। कोरोना काल में जो श्रद्धालु श्री माता वैष्णो देवी यात्रा पर नहीं आ पा रहे थे, उन तक प्रसाद पहुंचाने को लेकर यह सेवा शुरू की गई थी। एलजी मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में सोमवार को श्राइन बोर्ड की 67वीं बैठक हुई। जम्मू कश्मीर का एलजी बनने के बाद मनोज सिन्हा ने पहली बार श्राइन बोर्ड की बैठक में भाग लिया। एलजी ने जमीनी हालात का आकलन करते हुए जम्मू कश्मीर के बाहर से यात्रा पर आने के इच्छुक श्रद्धालुओं की संख्या में चरणबद्ध बढ़ोतरी के निर्देश भी दिए। उन्होंने कोविड-19 के मद्देनजर श्रद्धालुओं, स्टाफ और जन साधारण की सुरक्षा के लिए किए गए प्रबंधों का जायजा भी लिया।

उल्लेखनीय है कि कोरोना काल में वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा 16 अगस्त से  शुरू किया गया है। श्रद्धालुओं को विशेष पूजा व अन्य अनुष्ठानों में भाग लेने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा बैटरी कार, यात्री रोपवे और हेलीकॉप्टर सेवा भी कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुपालन को सुनिश्चित बनाते हुए सामान्य रूप से बहाल की जा चुकी हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ताराकोट मार्ग पर निशुल्क लंगर और सांझीछत में प्रसाद केंद्र भी शुरू किया जा चुका है। भवन मार्ग पर भोजनालय भी खोले गये हैं।