संताल परगना में 1000 करोड़ से अधिक का हुआ इलिगल स्टोन माइनिंग, पंकज मिश्रा के पास 42 करोड़ की अवैध संपत्ति

ईडी ने दावा किया है कि संताल परगना में 1000 करोड़ से अधिक का इलिगल माइनिंग हुआ है। ईडी ने रांची स्थित ईडी की स्पेशल कोर्ट में पिछले दिनों पंकज मिश्रा, बच्चू यादव व प्रेम प्रकाश पर दाखिल चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया है। इसमें आरोप है कि संताल परगना में आरोपितों ने इलिगल स्टोन माइनिंग से 1000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है। इसमें अकेले पंकज मिश्रा के पास करीब 42 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति है।

संताल परगना में 1000 करोड़ से अधिक का हुआ इलिगल स्टोन माइनिंग, पंकज मिश्रा के पास 42 करोड़ की अवैध संपत्ति
  • ईडी की चार्जशीट का दावा

रांची। ईडी ने दावा किया है कि संताल परगना में 1000 करोड़ से अधिक का इलिगल माइनिंग हुआ है। ईडी ने रांची स्थित ईडी की स्पेशल कोर्ट में पिछले दिनों पंकज मिश्रा, बच्चू यादव व प्रेम प्रकाश पर दाखिल चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया है। इसमें आरोप है कि संताल परगना में आरोपितों ने इलिगल स्टोन माइनिंग से 1000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है। इसमें अकेले पंकज मिश्रा के पास करीब 42 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति है।

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ईडी ने एक बयान जारी कर बताया कि स्पेशल कोर्ट ने 20 सितंबर को चार्जशीट और अभियोजन पक्ष की शिकायत का संज्ञान लिया। ईडी ने बुधवार को दावा किया कि मनी लांड्रिंग से जुड़े एक मामले में अरेस्ट पंकज मिश्रा को 'राजनीतिक संरक्षण' प्राप्त है। क्योंकि वह झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का विधायरक प्रतिनिधि है। उनके विधानसभा क्षेत्र में संचालित कथित इलिगल माइनिंग गतिविधियों को पंकज अपने सहयोगियों के जरिये 'नियंत्रित' करता है। ईडी ने रांची की विशेष पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) कोर्ट में मिश्रा और उसके दो सहयोगियों-बच्चू यादव व प्रेम प्रकाश के खिलाफ 16 सितंबर को एक चार्जशीट दाखिल किया था। उल्लेखनीय है कि सीएम हेमंत सोरेन झारखंड के साहिबगंज जिले की बरहेट विधानसभा सीट से एमएलए हैं। 

राज्य में अब तक इलिगल माइनिंग से अर्जित लगभग एक हजार करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की 'पहचान
ईडी ने बयान में आरोप लगाया, “पीएमएलए जांच से खुलासा हुआ है कि पंकज मिश्रा, जिसे सीएम और बरहैट के विधायक का प्रतिनिधि होने के नाते राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, अपने सहयोगियों के माध्यम से साहिबगंज और उसके आसपास के क्षेत्रों में इलिगल माइनिंग कारोबार और क्षेत्रीय नौका परिवहन सेवाओं को नियंत्रित करता है।”पंकज मिश्रा साहिबगंज में विभिन्न माइनिंग स्थलों पर स्टोन चिप्स और बोल्डर के माइनिंग के साथ-साथ विभिन्न क्रशर के संचालन से जुड़े मामलों में अच्छा-खासा नियंत्रण रखता है।”ईडी बयान के अनुसार, पंकज मिश्रा द्वारा अवैध गतिविधियों से 'अर्जित' लगभग 42 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति की पहचान की गई है। ईडी द्वारा अरेस्ट पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश फिलहाल ज्यूडशियल कस्टडी में हैं। ईडी ने कहा कि उसने राज्य में अब तक इलिगल माइनिंग से अर्जित लगभग एक हजार करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की 'पहचान' की है।

मनी लांड्रिंग से जुड़े इस मामले के सिलसिले में 47 सर्च ऑपरेशन चलाये गये
     
ईडी के अनुसार मनी लांड्रिंग से जुड़े इस मामले के सिलसिले में 47 सर्च ऑपरेशन चलाये गये। इनमें 5.34 करोड़ रुपये कैश, 13.32 करोड़ रुपये बैंक जमा राशि, 30 करोड़ रुपये मूल्य की नाव, पांच स्टोन क्रशर और दो ट्रक जब्त किये गये हैं। ईडी के अनुसार, रेड में दो एके-47 राइफल भी बरामद हुए हैं, जिन्हें बाद में झारखंड पुलिस ने अपना बताया था। ईडी की जांच तब शुरू हुई थी, जब एजेंसी ने अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों को लेकर आठ जुलाई को झारखंड के साहिबगंज, बरहैट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा इलाके में मिश्रा और उसके कथित सहयोगियों के 19 ठिकानों पर रेड की थी। ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज करने के बाद रेड शुरू की थी। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया गया था कि मिश्रा ने 'अवैध रूप से बड़े पैमाने पर संपत्ति हड़पी या अर्जित की है। ईडी ने साहिबगंज जिले के बरहरवा पुलिस स्टेशन में मिश्रा के खिलाफ दर्ज राज्य पुलिस की एफआइआर और आर्म्स, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, आदि की विभिन्न धाराओं के तहत अवैध खनन व्यापार मामलों में दायर कुछ अन्य पुलिस कंपलेन का संज्ञान लिया था।
19 जुलाई को पंकज मिश्रा हुआ था अरेस्ट
पंकज मिश्रा सीएम हेमंत सोरेन का विधायक प्रतिनिधि हैं। ईडी ने 19 जुलाई को उन्हें अरेस्ट किया था। ईडी ने राजनेताओं व ब्यूरोक्रैट्स के करीबी प्रेम प्रकाश को 25 अगस्त को अरेस्ट किया था। पंकज मिश्रा का खास सहयोगी व दाहिना हाथ बच्चू यादव चार अगस्त को अरेस्ट किया गया था। तीनों ही आरोपित तब से ही ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं।
ईडी की जांच जारी
ईडी ने जारी बयान में बताया है कि साहिबगंज जिले के बड़हरवा में टेंडर विवाद में दर्ज एफआइआर में मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर आरोपित पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध ईडी ने इन्विस्टीगेशन शुरू किया था। इसके बाद ईडी ने अवैध खनन, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व आर्म्स एक्ट में दर्ज कई कांडों को भी अपने अनुसंधान की कड़ी में जोड़ा और इन्विस्टीगेशन तेज की। इन्विस्टीगेशन में अब तक इस बात का खुलासा हो चुका है कि आरोपितों ने इलिगल माइनिंग से 1000 करोड़ रुपये से अधिक की इलिगल कमाई की है। इस मामले में ईडी का इन्विस्टीगेशन जारी है।