गोवा: नशे में धुत शराबियों को घर तक पहुंचायेंगे बार  का स्टाफ, स्टेट में जल्द लागू हो सकता है नियम

गोवा में नशे में घुत शराबियों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बार की होगी। यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी बार की होगी कि शराब के नशे में धुत ग्राहक गाड़ी न चलाएं। गोवा के परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने मंगलवार को ये जानकारी दी। गोडिन्हो ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही एक नया मानदंड लागू करेगी। 

गोवा: नशे में धुत शराबियों को घर तक पहुंचायेंगे बार  का स्टाफ, स्टेट में जल्द लागू हो सकता है नियम

पणजी। गोवा में नशे में घुत शराबियों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बार की होगी। यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी बार की होगी कि शराब के नशे में धुत ग्राहक गाड़ी न चलाएं। गोवा के परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने मंगलवार को ये जानकारी दी। गोडिन्हो ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही एक नया मानदंड लागू करेगी। 

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ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के अनुसार, प्रमुख बार और शराब परोसने वाले रेस्तरां के पास टैक्सी खड़ी की जायेगी, ताकि नशे में धुत गेस्ट घर लौटने के लिए अपना खुद का वाहन न चलाएं। उन्होंने कहा, “मैं संपर्क अफसरों से जहां भारी भीड़ होती है वहां के बार और रेस्तरां के मालिकों से बात करने के लिए कह रहा हूं। अगर कस्टमर्स नशे में है, तो बार मालिक की जिम्मेदारी है कि वह कैब बुक करके उन्हें घर भेज दे।"

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गोडिन्हो ने सोमवार को 11वें स्टेट रोड सेफ्टी वीक के उद्घाटन के मौके पर कहा, "नशे में धुत मेहमानों को टैक्सी से घर ले जाना होगा। वे अगले दिन अपनी कार ले जा सकते हैं। केवल उन मेहमानों को जो नशे में नहीं हैं उन्हें वाहन चलाने की अनुमति दी जानी चाहिए।” गोडिन्हो ने दुर्घटना दर में वृद्धि को सरकार के लिए चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इसके कई कारण हैं लेकिन इसका प्रमुख कारण शराब पीकर गाड़ी चलाना है। उन्होंने कहा, "इसलिए, मैं नियम को लागू करना चाहता हूं।" 

मिनिस्टर ने कहा कि मुख्य रूप से शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की वजह से बेगुनाह और कानून का पालन करने वाले लोगों की जान जा रही है। इनके कारण वे लोग अपंग हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नियम पर्यटकों पर भी लागू होगा। गोडिन्हो ने कहा कि यातायात कर्मियों को सख्त कदम उठाने चाहिए। उल्लंघन करने वालों पर संशोधित मोटर वाहन अधिनियम (2019) के अनुसार भारी जुर्माना लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवहन निदेशालय को अपने सभी प्रवर्तन अधिकारियों के लिए एक गोल सेट करना चाहिए कि वे उल्लंघन करने वाले मोटर चालकों पर नकेल कसें। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर उल्लंघन दर्ज किया जाए, चाहे अपराधी कोई भी हो और कुछ भी हो। गोडिन्हो ने कहा कि जब उन्होंने परिवहन मंत्री के रूप में पदभार संभाला, तो उन्होंने चालान जारी करने के लिए अधिकारियों को लक्ष्य देने का निर्णय वापस ले लिया था। उन्होंने कहा, "लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि हमें लक्ष्य प्रणाली को फिर से शुरू करने की आवश्यकता है।"