दुमका: आइसक्रीम फैक्ट्री खोलने की प्लानिंग बना काजल मंडल मर्डर का कारण, दो आरोपी अरेस्ट

पुलिस ने टोंगरा पुलिस स्टेशन एरिया में  दो नवंबर को महिषामुंगेर जंगल के समीप कार में जलाकर मारे गये कुंडहित (जामताड़ा) के बाबुपुर निवासी काजल मंडल (42) की मर्डर का खुलासा कर लिया है। पुलिस जामताड़ा कुंडहित के बाबूपुर निवासी सष्टमजीत बागती और नारायण मंडल को अरेस्ट किया है। मेन आरोपी जयप्रकाश मंडल अभी फरार है।

दुमका: आइसक्रीम फैक्ट्री खोलने की प्लानिंग बना काजल मंडल मर्डर का कारण, दो आरोपी अरेस्ट
  • गांव के दबंग के मना करने पर भी आइसक्रीम फैक्ट्री खोलने चाहता 
  •  जामताड़ा के कारोबारी दुमका में कार में जलाकर की गयी थी मर्डर

दुमका। पुलिस ने टोंगरा पुलिस स्टेशन एरिया में  दो नवंबर को महिषामुंगेर जंगल के समीप कार में जलाकर मारे गये कुंडहित (जामताड़ा) के बाबुपुर निवासी काजल मंडल (42) की मर्डर का खुलासा कर लिया है। पुलिस जामताड़ा कुंडहित के बाबूपुर निवासी सष्टमजीत बागती और नारायण मंडल को अरेस्ट किया है। मेन आरोपी जयप्रकाश मंडल अभी फरार है। एसपी अंबर लकड़ा ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी।मौके पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, टोंगरा थाना प्रभारी रविशंकर कुमार,  और रानीश्वर थाना प्रभारी संजय कुमार भी मौजूद थे।

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बिजनस की रंजिश में मंर्डर
युवा बिजनसमैन काजल मंडल की मर्डर बिजनस की रंजिश में के कारण की गयी। वह गर्मी के समय में आइसक्रीम फैक्ट्री शुरू करने वाला था। इसके लिए उसने तैयारी शुरू भी कर दी थी। जब इस बात की जानकारी बाबूपुर के ही रहनेवाले प्रभावकारी एवं दबंग किस्म के जयप्रकाश मंडल को हुई, तो उसने इस धंधे में नहीं उतरने की धमकी दी।जयप्रकाश को यह डर सताने लगा था कि काजल ने अगर फैक्ट्री शुरू कर दी, तो अरसे से चल रहा उसका अच्छा- खासा धंधा पर प्रतिकुल असर पड़ेगा। उसने काजल को मना किया लेकिन नहीं मानने पर उसे रास्ते से हटाने का मन बना लिया था। जय प्रकाश ने  अपने दो सहयोगी षष्टमजीत बागती एवं नारायण मंडल की मदद ली।

जंगल में उसकी मर्डर करबॉडी को वैन में रखकर जला दिया

काजल की एक नवंबर की रात दुमका जिले के टोंगरा पुलिस स्टेशन एरिया के मैशामुंगेर गांव के बाहर जंगल में उसकी मर्डर कर दी। बॉडी को वैन में रखकर जला दिया था। इससे पहले दरवाजे में लगे रबर को निकालकर उससे गला घोंटने का भी प्रयास किया गया था। सिर पर प्रहार भी किया गया था। पुलिस को घटनास्थल से एक काले रंग का चप्पल मिली थी।वह चप्पल षष्टमजीत का था। दूसरा चप्पल उसकी निशानदेही पर बरामद कर लिया गया है। वारदात के बाद उसने दूसरी चप्पल खरीद ली थी। षष्टमजीत व नारायण का मोबाइल भी जब्त हुआ है।

DSP विजय के नेतृत्व में SIT को मिली सफलता
SP ने उक्त मर्डर के खुलासे के लिए DSP हेडक्वार्टर विजय कुमार के नेतृत्व में SIT का गठन किया था।  SIT टीम में रानीश्वर के इंस्पेक्टर वकार हुसैन, टोंगरा थाना प्रभारी रविशंकर कुमार, रानीश्वर थाना प्रभारी संजय कुमार, मसलिया थाना प्रभारी गौतम कुमार राय, मसानजोर थाना प्रभारी मनोज कुमार रायकुंडहित थाना प्रभारी प्रणय सत्यम शामिल थे।
कुंडहित से ही किया जा रहा था काजल पीछा 
काजल बराबर अपनी ओमनी कार से सवारी को लेकर दुमका जाता था। आरोपी को पता चला था कि वह एक नवंबर की शाम को किसी को पहुंचाने के लिए टोंगरा गया हुआ है। इसके बाद तीनों ने कुंडहित से बाइक लेकर उसका पीछा किया। जंगल के पास उसके लौटने का इंतजार करने लगे। काजल जैसे ही देर रात को जंगल के पास पहुंचा तो तीनों ने उसकी कार को रोक लिया। पिटाई करने के बाद कार के सामने शीशे में लगने वाली रबड़ से गला घोंटकर मार डाला। फिर बॉडी को कार में डालकर जला दिया।