धनबाद: जेल में बंद युवक की इलाज के दौरान SNMMCH में मौत, कतरास में हंगामा, पुलिस पर पथराव, लाठी चार्ज

लोहा चोरी के आरोप में ज्यूडिशियल कस्टडी  धनबाद जेल में बंद कतरास के लकड़का चार नंबर निवासी सुमित तुरी उर्फ झूपड़ा (26) शनिवार को SNMMCH में मौत हो गयी। मौत की सूचना मिलते ही  झूपड़ा के परिजन व ग्रामीणों ने कतरास थाना चौक जाम कतर दिया। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जबाव में पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

धनबाद: जेल में बंद युवक की इलाज के दौरान SNMMCH में मौत, कतरास में हंगामा, पुलिस पर पथराव, लाठी चार्ज
  • परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप 50 हजार घूस नहीं देने पर मारपीट कर भेजा गया था जेल

धनबाद। लोहा चोरी के आरोप में ज्यूडिशियल कस्टडी  धनबाद जेल में बंद कतरास के लकड़का चार नंबर निवासी सुमित तुरी उर्फ झूपड़ा(26) शनिवार को SNMMCH में मौत हो गयी। मौत की सूचना मिलते ही झूपड़ा के परिजन व ग्रामीणों ने कतरास थाना चौक जाम कतर दिया। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जबाव में पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

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मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने 50 हजार रुपये नहीं देने के कारण सुमित को कई दिनों तक गैर कानूनी तरीके से कतरास पुलिस स्टेशन में रखा। उसके साथ मारपीट की। इसके बाद में बिना किसी क्राइम के झूठे केस में जेल भेज दिया गया। पुलिस प्रताड़ना के कारण सुमित की मौत हुई है।

तीन नवंबर को भेजा गया था जेल
कतरास पुलिस लोहा चोरी के आरोप में सुमित तुरी को तीन नवंबर को जेल भेजा था। उसे दो नवंबर को लकड़का के समीप से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार छह अप्रैल 2021 को मंगल पासी के घर में रेड के दौरान पांच क्विंटल अवैध लौह सामग्री जब्त की गयी थी। मामले में एसआइ जीतेंद्र कुमार के बयान पर अवैध लौह तस्करी के आरोप में मंगल पासी, सुमित तुरी, विजय पासी, लालू,बासु भुइयां पर कतरास पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 114/21 के तहत एफआइआर दर्ज किया गया था। केस के आइओ सह एसआइ चंदन भैया ने सुमित को अरेस्ट किया था। उसके खिलाफ  एक-दो और मारपीट,चोरी के पुराने केस दर्ज हैं।
पिता ने की कंपलेन, कार्रवाई की मांग
किशोर तुरी ने कतरास पुलिस स्टेशन में आवेदन देकर कहा है कि मेरा पुत्र सुमित तुरी को एक नवंबर की शाम सात बजे बिना कोई केस के एसआइ चंदन भैया और अन्य चार पुलिसवाले पकड़ कर कतरास पुलिस स्टेशन ले गये। पुलिस स्टेशन हमलोगों को पुत्र से मिलने नहीं दिया गया। गाली-गलौज कर भगा दिया गया। उसे छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये मांगे गये। मामले में चार नवंबर को पुलिस स्टेशन के बड़ा बाबू को जानकारी दी। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद पांच नवंबर को जब  पुलिस स्टेशन आये, तो बताया गया कि सुमित को जेल भेज दिया गया है।  चार दिसंबर की सुबह सूचना मिली कि जेल में मेरे पुत्र की मौत हो गयी है। सुमित मेरा कमाऊ पुत्र था। किशोर तुरी ने आवेदन में दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग किया है।
जॉन्डिस से पीड़ित था सुमित: एसडीपीओ
एसडीपीओ निशा मुर्मू ने बताया कि जेल में बीमार पड़ने के बाद सुमित को इलाज के लिए SNMMCH भेजा गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। जेलर ने बताया कि सुमित को जॉन्डिस हुआ था। अभी मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जहां तक चार-पांच दिन कस्टडी में रखे जाने की बात है, तो इसकी जांच की जायेगी। वहीं जेल सुपरिटेंडेंट ने कतरास पुलिस स्टेशन को सूचना दिया है कि एक दिसंबर को बंदी सुमित तुरी की तबीयत बिगड़ने के बाद SNMMCH भेजा गया। इलाज के दौरान चार दिसंबर को उसकी मौत हो गयी।