रूस का दावा, कोरोना वैक्सीन लेने के बाद दो सालों तक छू नहीं सकेगा वायरस

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के लिए रूस ने 'स्पूतनिक वी' नामक वैक्सीन बनाई है। रूसी प्रसिडेंट पुतिन ने दावा किया है कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और असरदार है। हालांकि, वर्ल्ड के कई एक्सपर्ट्स इसके पूरी तरह से सुरक्षित होने के दावे पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अब रूस के एक सीनीयर अफसर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन 'स्पूतनिक वी' कम से कम दो सालों तक कोरोना वायरस से सुरक्षा प्रदान करेगी। 

रूस का दावा, कोरोना वैक्सीन लेने के बाद दो सालों तक छू नहीं सकेगा वायरस

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के लिए रूस ने 'स्पूतनिक वी' नामक वैक्सीन बनाई है। रूसी प्रसिडेंट पुतिन ने दावा किया है कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और असरदार है। हालांकि, वर्ल्ड के कई एक्सपर्ट्स इसके पूरी तरह से सुरक्षित होने के दावे पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अब रूस के एक सीनीयर अफसर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन 'स्पूतनिक वी' कम से कम दो सालों तक कोरोना वायरस से सुरक्षा प्रदान करेगी। 
रूसी न्यूज एजेंसी टीएसएसएस के अनुसार, गामालेया रिसर्च सेंटर व एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के डायरेक्टर अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा है कि रूस की कोरोना वैक्सीन का असर सिर्फ छह महीने या सालभर तक के लिए नहीं होगा, बल्कि यह दो साल तक असर करेगी और वायरस को दूर रखेगी। गामालेया रिसर्च सेंटर व एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने ही कोरोना वायरस की वैक्सीन को विकसित किया है। रूस के हेल्थ अफसरों का कहना है कि वर्ल्ड की पहली कोरोना वैक्सीन का पहला बैच दो सप्ताह के अंदर ही आ जायेगी। हेल्थ मिनिस्टर मिखाइल मुराशको ने बुधवार को कहा कोरोनो वायरस संक्रमण के खिलाफ वैक्सीन के पहले पैकेजेस अगले दो सप्ताह के भीतर मिल जायेंगे।

वहीं, रूस की कोरोना वैक्सीन पर वर्ल्ड के कई देशों के एक्सपर्ट्स सवाल उठा रहे हैं। पिछले सप्ताह जहां डब्लूएचओ ने वैक्सीन की जल्दबाजी को लेकर आगाह किया था। वहीं अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ एंथोनी फॉसी ने वैक्सीन को लेकर रूस और चीन दोनों के ऊपर सही प्रक्रिया का पालन करने पर संदेह जताया। WHO के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि संगठन अतिरिक्त जानकारी प्राप्त करने के लिए रूस के साथ संपर्क में है।

अन्य देशों को भी उपलब्ध कराई जायेगी वैक्सीन 

रूसी हेल्थ मिनिस्टर मिखाइल मुराशको ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ विकसित की गई वैक्सीन निश्चित रूप से कारगर है। यह अन्य देशों को भी उपलब्ध कराई जायेगी, लेकिन घरेलू स्तर पर इसकी मांग को ध्यान में रखकर सप्लाई करना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं कि हमारे विदेशी साथी वैक्सीन विकसित करने में मामले में प्रतिस्पर्धा महसूस कर रहे हैं इसलिए उन्होंने ऐसे विचार व्यक्त किए हैं जिन्हें हम आधारहीन मानते हैं। रूस ने वैक्सीन का विकास निश्चित क्लीनिकल जानकारी और डाटा को ध्यान में रखकर किया है।