धनबाद: भौंरा ओपी के पूर्व प्रभारी SI हिमांशु को मिली हॉस्पिटल से छुट्टी, 53 दिनों बाद आज पहुंचेंगे भौंरा

सिंदरी में 25 अगस्त को हुए हिंसक बवाल में गंभीर रुप से जख्मी तत्कालीन भौंरा ओपी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर हिमांशु कुमार को डेढ़ माह से अधिक इलाज चलने के बाद हिमांशु को दिल्ली के गुड़गांव स्थित मेदांता हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है। हिमांशु 53 दिन बाद 17 अक्टूबर को भौंरा पहुंचेंगे। 

धनबाद: भौंरा ओपी के पूर्व प्रभारी SI हिमांशु को मिली हॉस्पिटल से छुट्टी, 53 दिनों बाद आज पहुंचेंगे भौंरा

धनबाद। सिंदरी में 25 अगस्त को हुए हिंसक बवाल में गंभीर रुप से जख्मी तत्कालीन भौंरा ओपी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर हिमांशु कुमार को डेढ़ माह से अधिक इलाज चलने के बाद हिमांशु को दिल्ली के गुड़गांव स्थित मेदांता हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है। हिमांशु 53 दिन बाद 17 अक्टूबर को भौंरा पहुंचेंगे। 

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हिमांशु के भौंरा लौटने की खबर से यहां के लोगों में खुशी की लहर पड़ी है।डॉक्टर्स ने विभिन्न जांच के बाद हिमांशु को खतरों से बाहर बताया है। परिजनों को उनका विशेष ध्यान रखने को कहा है। हॉस्पिटल से छुट्टी के बाद कुछ दिन हिमांशु व उनके स्वजन पास के गेस्ट हाउस में रुके। दिल्ली एयरपोर्ट से सोमवार को एयरपोर्ट से दुर्गापुर पहुंचेंगे। हिमांशु के साथ उनकी मां गीता देवी, जीजा अभिषेक कुमार व भूली ओपी के एसआइ उनके बैचमेच कुंदन कुमार भी दिल्ली से लौट रहे हैं। सभी दुगार्पुर से से भौंरा पहुंचेंगे। हिमांशु के भौंरा आने से पूर्व उनके छोटे भाई दीपक रविवार को ही दिल्ली से धनबाद पहुंच चुके हैं। सोमवार उनके पिता संजय कुंवर, दादी व बहन भौंरा आयेंगे।

भौंरा के लोगों में हर्ष
भौंरा ओपी के पूर्व प्रभारी हिमांशु के स्वास्थ्य बेहतर के लिए भौंरा क्षेत्र काफी अच्छा होगा। क्योंकि हिमांशु को होश आने के बाद उन्हें पूरी याददाश्त नहीं आ पाई है। कई लोगों को अब भी वह नहीं पहचान पा रहे हैं। भौंरा से उनका काफी लगाव है। इसलिए होश आने के बाद से अपने पुलिस साथियों व भौंरा के कुछ लोगों के बारे में हालचाल पूछ रहे हैं। इसलिए डॉक्टर्स ने परिजनों से कहा है कि जहां इनका ज्यादा समय बीता है, वहां अभी रहना उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा। हिमांशु के परजनों ने भौंरा के लोगों व उन्हें चाहने वालों का आभार व्यक्त किया है। कहा कि लोगों के प्यार व दुआ को ईश्वर ने कबूल कर ली है। इसके कारण वे भौंरा आ रहे हैं। धनबाद एसएसपी, पुलिस परिवार का भरपूर सहयोग मिला।

धनबाद जिला पुलिस परिवार ने एसआइ हिमांशु कुमार के स्वस्थ होने पर खुशी जताई है। उनके स्वास्थ्य को लेकर न केवल धनबाद जिला बल्कि झारखंड का पुलिस प्रशासन काफी चिंतित था। उनकी बेहतरी के लिए प्रयास कर रहा था। हिमांशु जब पूरी तरह से स्वस्थ हो जायेंगे तो  उनको सम्मानित किया जायेगा। एससएसपी समेत सीनीयर पुलिस अफसर लगतार हिमांशु के परिजनों के संपर्क में है। प्रशासन का प्रयास होगा कि धनबाद लौटने के बाद हिमांशु पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएं।

फ्लैश बैक
सिंदरी के शहरपुरा में दो गुटों में भिड़ंत के दौरान 25 अगस्त को भौरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार को सिर के पीछे हिस्से में गंभीर चोट लगी थी। उनके सिर के पीछे की हड्डियां कई जगह टूट गई है।हिमांशु कुमार को गंभीर अवस्था में अशर्फी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। वहां से बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। मिशन में हिमांशु का ऑपरेशन किया गया था। अभी तक हालत उसकी हालत में धीमी गति से सुधारहो रहा है। 
लोकल पुलिस की लापरवाही से घटी घटना
शहरपुरा में हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर जमसं और सिंह मेंशन समर्थक लक्की सिंह के ऑफिस में तोड़फोड़ की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। लगभग एक सप्ताह से लक्की सिंह और बड़दाहा के कुछ ग्रामीणों की पिटाई के बाद यहां दोनों पक्षों में काफी टेंशन का माहौल था। कुछ दिन पूर्व लक्की समर्थकों की ओर से बड़दाहा के छह ग्रामीणों सहित एक्स एमपी विनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई के बाद माहौल और गर्म हो गया। लेकिन सिंदरी पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लक्की सिंह के ऑफिस में तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस की तैनाती तो कर दी गई थी लेकिन रात में पुलिस चली गई। इसके कारण ग्रामीणों ने पिछले दिनों देर रात रात में लक्की के ऑफिस में हमला कर तोड़फोड़ की।शक्ति प्रदर्शन करने के लिए बलियापुर और बड़दाहा के ग्रामीण सुबह सुबह से ही हवाई अड्डा कैंपस में जुटने लगे थे। लोगों को अनहोनी की आशंका होने लगी थी। 
पुलिस गंभीर नहीं हुई
लोगों के जुटान के बावजूद इसके बलियापुर और सिंदरी पुलिस स्टेशन की पुलिस गंभीर नहीं हुई। सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बलियापुर से पहुंचे सैकड़ों ग्रामीणों ने शहरपुरा में पारंपरिक हथियारों के साथ खूब तांडव मचाया। बलियापुर, सिंदरी और आसपास के थानों की पुलिस के अलावा धनबाद से भी जवानों को स्थिति नियंत्रण में करने के लिए बुलाया गया था। लेकिन ग्रामीणों के आगे इनकी एक न चली। ग्रामीणों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए लाठी-डंडे तलवार चलाएं। फायरिंग भी की। भौंरा ओपी प्रभारी सहित कई लोग जख्मी हुए। आधा दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस कुछ नहीं कर सकी। ग्रामीण हिंसक शक्ति प्रदर्शन कर चले गये। इससे पहले लक्की सिंह एवं उसके समर्थकों ने तीन दिन पूर्व झामुमो संस्थापक बिनोद बिहारी महतो के रिश्तेदार की पिटाई की थी। इसके विरोध में बलियापुर के युवकों ने उसी रात लक्की सिंह के ऑफिस पर हमला किया था। लक्की सिंह के विरोध में 25 अगस्त को बलियापुर से प्रदर्शन करने ग्रामीण सिंदरी पहुंचे थे।शहहपुरा में कई दिनों से सिंह मेंशन समर्थक लकी सिंह उनके लोगों और ग्रामीणों के बीच चल रही तनातनी के बाद हिंसक झड़प हुई। मामले को बाहरी भीतरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।