तीन चिट्ठियों का असर! सेंट्रल गवर्नमेंट की आपत्ति के बाद झारखंड DGP अनुराग गुप्ता ने पद छोड़ा !

केंद्र सरकार की आपत्ति के बाद झारखंड DGP अनुराग गुप्ता ने पद से इस्तीफा दिया। सेवानिवृत्ति के बाद की नियुक्ति पर मचा था विवाद, सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था मामला।

तीन चिट्ठियों का असर! सेंट्रल गवर्नमेंट की आपत्ति के बाद झारखंड DGP अनुराग गुप्ता ने पद छोड़ा !
अनुराग गुप्ता (फाइल फोटो)।
  • केंद्र की आपत्ति पर झुके झारखंड DGP अनुराग गुप्ता
  • सेवानिवृत्ति के बाद मिली नियुक्ति बनी मुश्किल
  • सेवानिवृत्ति के बाद की गई नियुक्ति पर केंद्र ने जताई थी आपत्ति
  • राज्य सरकार पर बढ़ा दबाव—गुप्ता ने इस्तीफा देकर मचाई हलचल

रांची। झारखंड पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता ने मंगलवार की शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। केंद्र सरकार की आपत्तियों और बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच गुप्ता ने यह कदम उठाया। उउनके इस्तीफे को सरकार ने स्वीकार किया है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। 

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अभी तक यह भी स्पष्ट हो पाया है कि अनुराग गुप्ता के स्थान पर नये डीजीपी कौन होंगे। डीजी रैंक के आईपीएस अफसर प्रशांत सिंह और एमएस भाटिया के नाम नये डीजीपी के लिए चर्चा में है। भाटिया अभी डीजी होमगार्ड व प्रशांत सिंह अभी डीजी हेडक्वार्टर हैं। वैसे इतना तय है कि इन दोनों में से किसी एक अफसर को डीजीपी बनाया जायेगा।

सेवानिवृत्ति के बाद नियुक्ति पर विवाद

1990 बैच के आईपीएस अफसर अनुराग गुप्ता को सेवानिवृत्ति के बाद झारखंड का डीजीपी बनाया गया था। इस नियुक्ति पर केंद्र ने आपत्ति जताई थी, वहीं यूपीएससी की बैठक में भी उन्हें शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला। इसको लेकर सरकार और केंद्र के बीच ठनी हुई थी। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को लगातार तीन चिट्ठियां लिखकर अनुराग गुप्ता की सेवानिवृत्ति के बाद की गई नियुक्ति को नियम विरुद्ध करार दिया था। इसके बाद राज्य सरकार पर दबाव बढ़ गया था और गुप्ता ने खुद इस्तीफा देकर स्थिति को सहज करने की कोशिश की।
मामला पहुंचा था सुप्रीम कोर्ट तक

झारखंड में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था।

केंद्र की नाराजगी के बीच इस्तीफा

सूत्रों के अनुसार, गुप्ता की भूमिका पर सवाल उठने के बाद केंद्र ने उनके कार्यकाल को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। यूपीएससी ने भी कुछ प्रमोशन फाइलों पर फैसला रोक दिया था। इसके बाद से ही यह तय माना जा रहा था कि गुप्ता का पद पर बने रहना मुश्किल है।

अब झारखंड सरकार के सामने नई चुनौती

डीजीपी गुप्ता के इस्तीफे के बाद अब राज्य सरकार को नये पुलिस प्रमुख की तलाश करनी होगी। माना जा रहा है कि सनीयर आईपीएस अफसर के पैनल से जल्द ही नया नाम तय किया जायेगा।

देर शाम अनुराग गुप्ता के ऑफिस पहुंचने के बाद शुरु हो गयी चर्चा

अनुराग गुप्ता के इस्तीफे की खबर मंगलवार की शाम से तब शुरु हुई, जब ऑफिस बंद होने के बाद रात के लगभग 7.30 डीजीपी ऑफिस में दुबारा गतिविधियां शुरु हुईं। डीजीपी अनुराग गुप्ता भी ऑफिस पहुंचे। इसके बाद वह कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। कुछ देर के बाद वहां से घर लौट गये। इन दोनों घटनाओं के बाद उनके इस्तीफे की चर्चा शुरु हो गई. हालांकि किसी भी लेवल से इस खबर की ऑफिसियल पुष्टि नहीं की गयी है। इस मामले में सीनीयर अफसरों और अनुराग गुप्ता से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी है। 

फरवरी माह में डीजीपी बने थे अनुराग गुप्ता

झारखंड गवर्नमेंट ने अनुराग गुप्ता को वर्ष 2025 की फरवरी माह में डीजीपी बनाया था। उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक था। सरकार ने एसीबी और सीआईडी डीजी का एडीशनल चार्ज भी उन्हें ही दे रखा था। विगत सितंबर माह में सरकार ने एसीबी को एसीबी का प्रभार वापस ले लिया।जिसके बाद से उन्हें हटाये जाने की चर्चा लगातार होती रही।  

2022 में डीजी के रैंक में प्रोमोशन मिली

अनुराग गुप्ता को वर्ष 2022 में पुलिस महानिदेशक (डीजी) के रैंक में प्रोमोशन मिली थी। प्रोमोशन के बाद अनुराग गुप्ता डीजी ट्रेनिंग बनाये गये थे।. झारखंड सरकार ने 26 जुलाई 2024 को उनको झारखंड का प्रभारी डीजीपी नियुक्त किया था। चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें इस पद से हटा दिया गया। फिर 28 नवंबर 2024 में उनको फिर से झारखंड का डीजीपी बनाया गया।तीन फरवरी 2025 को अनुराग गुप्ता को नियमित डीजीपी बना दिया गया था।

झारखंड सरकार ने अनुराग गुप्ता को नियमित डीजीपी बनाने की जो अधिसूचना जारी की थी, उसमें इस बात का कोई उललेख नहीं है कि उनका कार्यकाल कब से शुरू होगा। इस अधिसूचना में सिर्फ इतना ही लिखा है कि अनुराग गुप्ता का कार्यकाल ‘महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड (पुलिस बल प्रमुख) का चयन एवं नियुक्ति नियमावली 2025’ के नियम 10 (1) के अनुरूप होगा। नियमावली के अनुसार डीजीपी का कार्यकाल दो वर्ष का होगा। 

झारखंड सरकार ने पहली बार 26 जुलाई 2024 को अनुराग गुप्ता को झारखंड का प्रभारी डीजीपी नियुक्त किया था। हालांकि, झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने उन्हें डीजीपी के पद से हटाने का निर्देश दिया था। चुनाव के बाद हेमंत सोरेन सरकार की सत्ता में वापसी हुई, तो 28 नवंबर 2024 को फिर से अनुराग गुप्ता को डीजीपी नियुक्त कर दिया गया।