बोकारो: रिलीव होकर भी 25 दिनों से काम कर रहे हैं तीन-तीन थाना प्रभारी, अपना ही आदेश अनुपलान नहीं करवा पा रहे हैं एसपी

बोकारो पुलिस का अपना आदेश व अपना मैनुअल है। जिला पुलिस के सीनीयर अफसर हो जूनियर पुलिस मैनुअल व हेडक्वार्टर के आदेश की अनदेखी कर रहे हैं। ट्रांसफर व रिलीव होने के बावजूद इंस्पेक्टर अमिताभ राय, गिरिशदत्त मिश्रा व नूतन मोदी कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं।

बोकारो: रिलीव होकर भी 25 दिनों से काम कर रहे हैं तीन-तीन थाना प्रभारी, अपना ही आदेश अनुपलान नहीं करवा पा रहे हैं एसपी
  • चास, सेक्टर फोर व चंद्रपुरा पुलिस स्टेशन ओसी की कुर्सी का मोह
  • 14 दिसंबर को जिला बल से रिलीव होने के बावजूद थानेदारी कर रहे हैं इंस्पेक्टर 
  • इंस्पेक्टर सह चास ऑफिसर इंचार्ज के खिलाफ घूस मांगने का कंपलेन सीएम तक पहुंचा

बोकारो। बोकारो पुलिस का अपना आदेश व अपना मैनुअल है। जिला पुलिस के सीनीयर अफसर हो जूनियर पुलिस मैनुअल व हेडक्वार्टर के आदेश की अनदेखी कर रहे हैं। ट्रांसफर व रिलीव होने के बावजूद इंस्पेक्टर अमिताभ राय, गिरिशदत्त मिश्रा व नूतन मोदी कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं। तीनों थानेदारी कर रहे हैं। जिला से लेकर राजधानी तक यह चर्चा का विषय बना हुआ है। 

बोकारो जिला बल से 14 इंस्पेक्टरों (सात नव प्रोन्नत) का ट्रांसफर पिचले 11 दिसंबर को ट्रांसफर किया गया था।  पुलिस हेडक्वार्टर के आदेश के आलोक में एसपी ने 14 दिसंबर को ही सभी 14 इंस्पेक्टरों को जिला बल से रिलीव कर दिया है। रिटायरेंट अवधि छह माह से कम रहने के कारण इंस्पेक्टर सह बालीडीह ओसी का ट्रांसफर कैंसिल हो गया है। 10 इंस्पेक्टर जिला से रिलीव होने के बाद अपने नये पदस्थापना स्थान पर योगदान भी दे दिया है। लेकिन तीन इंस्पेक्टरों का आदेश की परवाह नहीं है। मामले में पुलिस कप्तान भी मौन साधे हुए हैं। 


चास, सेक्टर-4 व चंद्रपुरा ओसी पर महेरबानी, DIG व एसपी मौन!
इंस्पेक्टर सह चास पुलिस स्टेशन ओसी अमिताभ राय व इंस्पेक्टर सह सेक्टर-4  पुलिस स्टेशन ओसी गिरीश दत्त मिश्रा जिला से रिलीव होने के 25 दिन बाद कुर्सी पर बने हुए हैं। दोनों इंस्पेक्टर थानेदारी कर रहे हैं। सभी कागजी कार्रवाई कर रहे हैं। सब इंस्पेक्टर सह चंद्रपुरा पुलिस स्टेशन ओसी नूतन मोदी प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बन गयी है। नूतन का बतौर इंस्पेक्टर आइटएस ट्रांसफर हुआ है। वह रिलीव हो गयी है लेकिन बतौर सब इंस्पेक्टर चंद्रपुरा ओसी का काम कर रही है। मामले में DIG व एसपी मौन बने हुए हैं। रिलीव होने के बाद एफआइआर पर संबंधित अफसर का साईन करना बाद में कोर्ट में चुनौती दिये जाने पर परेशानी का सबव बन सकता है। 
इंस्पेक्टर अमिताभ राय के खिलाफ सीएम से की गयी कंपलेन

रिटायर्ड दारोगा शकील अहसन ने चास थाना प्रभारी अमिताभ राय पर घूस लेने का आरोप लगाते हुए सीएम हेमंत सोरेन को कंपलेन किया है। शकील सीएम को भेजे गये कंपलेन लेटर में कहा है कि मेरे बेटे शाहनवाज मलिक के नाम से छह डिसमिल का प्लॉट गौस नगर चास थाना क्षेत्र में है। यह जमीन चुनाराम मांझी से नदाबी पत्र के माध्यम से 2005 में घर बनाने के लिए लिया था। उसी समय से यह जमीन मेरे कब्जे में है और इस जमीन में मैंने बाउंड्री भी कर दी थी।जब इस जमीन में घर बनाना शुरू किया तो मुझे जमीन माफिया सरफुद्दीन अंसारी द्वारा धमकाते हुए  कहा कि यह जमीन मेरा है।
रिटायर्ड दारोगा का कहना है कि तीन  नवंबर को भू माफिया सरफुद्दीन अंसारी के खिलाफ फोन कर गाली गलौज और धमकी देने का चास थाना में लिखित कंपलेन किया।लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। यह मामला अभी तक लंबित है।उन्होंने कहा है कि 11 नवंबर को मेरे साथ भू माफिया सरफुद्दीन अंसारी के पुत्र जमील अख्तर एवं लोगों द्वारा मारपीट की गयी।इसकी इंजुरी रिपोर्ट भी मेरे पास है। इसकी भी सूचना चास थाना प्रभारी अमिताभ राय को दी गयी लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी। रिटायर्ड दारोगा शकील अहसन ने आरोप कि चास थाना प्रभारी अमिताभ राय ने मुझे अपनी जमीन पर मकान बनाने के लिए 50 हजार रुपये घूस मांगी।