फ्रांस से आये पांचों राफेल विमान की अंबाला में हैप्पी लैंडिंग, Water Salute से स्वागत (देखें VIDEO)

फ्रांस से आये पांचों राफेल विमान की अंबाला में बुधवार को हैप्पी लैंडिंग हो गयी। विमानों का एयरबेस पर उतरने के बाद वाटर सैल्यूट देकर स्वागत किया गया।

फ्रांस से आये पांचों राफेल विमान की अंबाला में हैप्पी लैंडिंग, Water Salute से स्वागत (देखें VIDEO)

नई दिल्ली। फ्रांस से आये पांचों राफेल विमान की बुधवार को अंबाला में हैप्पी लैंडिंग हो गयी। विमानों का एयरबेस पर उतरने के बाद वाटर सैल्यूट देकर स्वागत किया गया। फाइटर विमानों की अंबाला एयरबेस पर लैंडिंग के मौके पर एयरफोर्स चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया सहित आइइएफ के सभी बड़े अफसर मौजूद थे। 


विमानों ने लैंडिेंग से पहले एयरबेस का आकाश में चक्कर लगाया। अंबाला एयरबेस पर लैंडिंग के बाद पांचों राफेल सुपरसोनिक विमानों को वाटर सैल्यूगट दिया गया। वाटर कैनन से यह सलामी दी गई। एयरबेस पर पहुंचने के बाद राफेल और इन्हेंय फ्रांस से लाने वाले जांबाज पालयटों का आइएफ एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने स्वागत किया।बताया जाता है कि पांचों राफेल फाइटर विमान को दो सुखोई MKI विमान एस्कॉर्ट कर रहे थे। यह दूसरा मौका है जब बड़े फाइटर विमान को अंबाला एयरबेस पर इंडिया में सबसे पहले लैंडिंग हुई है। इससे पहले जगुआर फाइटर प्ले न की अंबाला एयरफोर्स स्टेमशन पर लैंडिंग हुई थी।  पांचों राफेल विमान को लाने वाली टीम की अगुवाई एयरफोर्स अफसर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह कर रहे थे। उनकी विंग कमांडर वाइफ भी अभी अंबाला एयरफोर्स स्टे‍शन में ही कायर्रत हैं।

डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल विमानों की लैंडिंग पर खुशी जताई

डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने अंबाला एयरबेस पर पांच राफेल विमानों की लैंडिंग पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, राफेल अंबाला में सुरक्षित रूप से उतर गये हैं। भारत में राफेल लड़ाकू विमान का टच डाउन हमारे सैन्य इतिहास में एक नये युग की शुरुआत है। ये मल्टीरोल विमान भारतीय वायु सेना की क्षमताओं में क्रांति लायेंगे।उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, मैं जोड़ना चाहूंगा, अगर ऐसा कोई है जिसे भारतीय वायु सेना की इस नई क्षमता के बारे में चिंतित या आलोचनात्मक होना चाहिए, तो यह वह होना चाहिए जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालना चाहते हैं। मैं, जोड़ना चाहते हैं, तो यह उन सभी के बारे में चिंतित होना चाहिए या महत्वपूर्ण भारतीय वायु सेना की इस नई क्षमता के बारे में है, यह जो लोग हमारे क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा करना चाहते हैं होना चाहिए।

अंबाला एयरबेस पर ही राफेल में मिसाइल और अन्य उपकरण जोड़े जायेंगे

फ्रांस से लगभग सात हजार किलोमीटर की दूरी तय कर पांच राफेल आज इंडियन फोर्स  का हिस्सा बन ये। अंबाला एयरबेस पर लैंड होने के बाद अगले फेज इनमें मिसाइल व अन्य उपकरणों को फिट करना है। मिसाइलों के साथ राफेल को फ्रांस से अंबाला तक आने की अनुमति कई देशों ने नहीं दी, जिसके चलते मिसाइलों को अलग से लाया गया। राफेल में फिट होने वाले अन्य उपकरण पहले ही अंबाला पहुंच चुके थे। फ्रांस की टीम भी लंबे समय तक अंबाला में ही रहेगी। उधर, राफेल की तैनाती के लिए दो पुराने हैंगरों को ही अपडेट कर दिया गया है। नये हैंगर और करीब 18 शेल्टर बनाने का कार्य चल रहा है। इसमें छह माह का समय और लगेगा।

 राफेल विमान की विशेषता

राफेल के अधिकतम भार ढोने की क्षमता 24500 किलोग्राम है। ईंधन क्षमता 4700 किलोग्राम है। अधिकतम रफ्तार 2200 से 2500 तक किमी प्रतिघंटा है और इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है। इसमें घातक एमबीडीए एमआइसीए, एमबीडीए मेटेओर, एमबीडीए अपाचे, स्टोर्म शैडो एससीएएलपी मिसाइलें लगी रहती हैं। इसमें थाले आरबीई-2 रडार और थाले स्पेक्ट्रा वारफेयर सिस्टम लगा होता है।इसमें ऑप्ट्रॉनिक सेक्योर फ्रंटल इंफ्रा-रेड सर्च और ट्रैक सिस्टम भी लगा है। 30 एमएम की तोप से 2500 राउंड गोले दागे जा सकते हैं। विमान 1900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। 300 किलोमीटर की रेंज से हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है। 9.3 टन वजन के साथ 1650 किलोमीटर तक उड़ान भरने में सक्षम बताया जा रहा है। 14 हार्ड प्वाइंट के जरिये भारी हथियार भी गिराने की क्षमता है।