Bihar: औरंगाबाद में रोड पर तड़प रहे घायलों को चिराग पासवान ने भेजा हॉस्पिटल, बचायी जान

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई के एमपी चिराग पासवान ने एक बार फिर पॉलिटिशन होने के साथ-साथ एक अच्छा नागरिक होने का भी परिचय दिया है। चिराग ने रविवार की रात औरंगाबाद जिले के ओबरा पुलिस स्टेशन एरिया के शंकरपुर पेट्रोल पंप के पास दुर्घटना में घायल टेंपो ड्राइवर समेत चार को हॉस्पिटल पहुंचा "गुड सेमेरिटन" बन गये हैं।

Bihar: औरंगाबाद में रोड पर तड़प रहे घायलों को चिराग पासवान ने भेजा हॉस्पिटल, बचायी जान
चिराग पासवान की मानवीयता।

औरंगाबाद। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई के एमपी चिराग पासवान ने एक बार फिर पॉलिटिशन होने के साथ-साथ एक अच्छा नागरिक होने का भी परिचय दिया है। चिराग ने रविवार की रात औरंगाबाद जिले के ओबरा पुलिस स्टेशन एरिया के शंकरपुर पेट्रोल पंप के पास दुर्घटना में घायल टेंपो ड्राइवर समेत चार को हॉस्पिटल पहुंचा "गुड सेमेरिटन" बन गये हैं।

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 रोड पर तड़प रहे थे घायल
बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट का नारा देने वाले चिराग ने रात को रोड पर तड़ रहे घायल को हॉस्पिटल अस्पताल पहुंचाकर इलाज कराया। अगर घायल समय से हॉस्पिटल नहीं पहुंचते तो उनकी जान भी जा सकती थी। चिराग पासवान झारखंड के गढ़वा से औरंगाबाद के रास्ते पटना लौट रहे थे।
रात में ट्रक-टेंपो की हुई थी टक्करलगभग करीब नौ बजे ट्रक-टेंपो की टक्कर हो गयी। इसमें ओबरा पुलिस स्टेशन एरिया के सिहुड़ी गांव निवासी सुनील यादव के पुत्र टेंपो ड्राइवर मनीष कुमार, मदनपुर पुलिस स्टेशन एरियाके आंजन गांव निवासी अक्षय कुमार, उनकी पत्नी रेणु देवी एवं पुत्री रंजू कुमारी घायल हो गये। ये सभी टेंपो पर सवार थे। ड्राइवर मनीष का पैर टूट गया था। वह रोड पर तड़प रहा था। एक्सीडेंट के कुछ ही देर बाद चिराग का काफिला इसी रास्ते से गुजर रहा था। 
लोजपा के प्रदेश महासचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जैसे ही चिराग की नजर रोड पर छटपटा रहे घायलों पर पड़ी तो उन्होंने अपने वाहन को रोक दिया। वाहन से उतरकर सड़क पर तड़प रहे मनीष के पास पहुंच गये। सभी को वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबरा पहुंचाया। घायलों की स्थिति गंभीर थी जिस कारण ओबरा अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराने के बाद सभी को बेहतर इलाज के लिए कार्यकर्ताओं के साथ सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया।उन्होंने कार्यकर्ताओं को घायलों का बेहतर इलाज कराने का निर्देश दिया। घायल टेंपो चालक की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
चिराग न आते तो चली जाती जान
घायल मनीष ने बताया कि अगर चिराग पासवान समय से हॉस्पिटल नहीं पहुंचाते तो मेरी जान चली जाती। चिराग के इस मानवीय कार्य की चर्चा सोमवार को जिले में होती रही।

यह है गुड सेमेरिटन योजना 
डीटीओ शैलेश कुमार दास ने बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट के ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने गुड सेमेरिटन योजना चलाई है। इसके तहत एक्सीडेंट के गोल्डेन आवर में घायल को हॉस्पिटल पहुंचाने वाले को पांच हजार रुपये कैश और प्रशस्ति पत्र पुरस्कार के तौर पर दिया जाता है।