नई दिल्ली: यूपी के सीएम रेस में रहे हैं मनोज सिन्हा, अब होंगे जम्मू-कश्मीर के एलजी, मोदी व शाह के हैं करीबी

स्टूडेंट यूनियन के प्रसिडेंट से लेकर एक्स सेंट्रल मिनिस्टर तक सफर तय करने वाले बीजेपी के कद्दावर लीडर मनोज सिन्हा पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। कभी यूपी के रेस में रहे मनोज सिन्हा अब जम्मू-कश्मीर के दूसरे उपराज्यपाल (एलजी) होंगे। 

नई दिल्ली: यूपी के सीएम रेस में रहे हैं मनोज सिन्हा, अब होंगे जम्मू-कश्मीर के एलजी, मोदी व शाह के हैं करीबी

नई दिल्ली। स्टूडेंट यूनियन के प्रसिडेंट से लेकर एक्स सेंट्रल मिनिस्टर तक सफर तय करने वाले बीजेपी के कद्दावर लीडर मनोज सिन्हा पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। कभी यूपी के रेस में रहे मनोज सिन्हा अब जम्मू-कश्मीर के दूसरे उपराज्यपाल (एलजी) होंगे। 
पीएम मोदी और मनोज सिन्हा के बीच आरएसएस के दिनों से ही अच्छे संबंध हैं। मोदी लहर में जब वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत मिली, तो सीएम के रेस में मनोज सिन्हा का नाम भी शुमार रहा। हालांकि, योगी आदित्यनाथ सीएम। 61 साल के सिन्हा अब जम्मू-कश्मीर के दूसरे उपराज्यपाल का जिम्मा संभालेंगे।

मनोज सिन्हा का परिचय

मनोज सिन्हा का जन्म वर्ष 1959 की एक जुलाई को गाजीपुर के मोहनपुरा में हुआ है। सिन्हा ने की प्रारंभिक पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्कूल में हुई। वह आगे की पढ़ाई के लिए बनारस चले गये। वह वर्ष 1982 में बीएचयू स्टूडेंट यूनियन के प्रसिडेंट रहे।  श्री सिन्हा आइआइटी बीएचयू से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक और एमटेक हैं।

गाजीपुर से तीन बार एमपी व मोदी की टीम में रहे

गोल्ड मेडेलिस्ट मनोज सिन्हा ABVP से जुड़े रहे। वह वर्ष 1989 में बीजेपी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य बने। वर्ष 1996, 1999, 2014 में गाजीपुर से एमपी बने। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। एसपी-बीएसपी गठबंधन के कैंडिडेट व बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने उन्हें हराया। इसके बाद यह चर्चा होने लगी कि पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजेगी, बीजेपी की नेशनल कमेटी में अहम पद दिये जायेंगे। मोदी शाह ने उन्हें जम्मू-कश्मीर का एलजी की कमान सौंपी हैं। मनोज सिन्हा खेती का भी शौक रखते हैं। राजनेता के तौर पर उनकी ईमानदार नेता की रही है। पूर्वांचल  में उन्हें विकास के लिए जाना जाता है। 

मोदी सरकार के पहले कार्याकाल में रेल व संचाल मिनिस्टर रहे

मोदी गवर्नमेंट के पहले कार्याकाल में सिन्हा रेल राज्यमंत्री व संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। सिन्हा वर्ष1999 से 2000 तक ऊर्जा, संबंधी स्था(यी समिति के सदस्य रहे। उसी दौरान सरकारी आश्वारसनों संबंधी समिति के मेंबर भी रहे। पूर्वांचल में बीजेपी के बड़े चेहरों में शुमार मनोज सिन्हा की शादी वर्ष 1977 की एक मई  को बिहार के भागलपुर की नीलम सिन्हा से शादी हुई। उनकी एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है। एक बेटा है जो एक टेलीकॉम कंपनी में काम करता है।