बिहार: अनंत सिंह की वाइफ ने टाल में संभाला मोर्चा, छोटे सरकार के खास का दावा, इस बार मोकामा में बनेगा जीत का रिकार्ड

बिहार के बाहुबली कहे जाने वाले अनंत सिंह के पैतृक आवास से एके-47 समेत बरामदगी मामले में कोर्ट से 10 साल की सजा सुनाये जाने के बाद उनकी विधायकी खत्म हो गई। अब मोकामा में उपचुनाव होना है। इसको लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो गई है।

बिहार: अनंत सिंह की वाइफ ने टाल में संभाला मोर्चा, छोटे सरकार के खास का दावा, इस बार मोकामा में बनेगा जीत का रिकार्ड
  • आरजेडी एमएलसी कार्तिक मास्टर का दावा
  • इस बार भी छोटे सरकार को जनता दिलायेगी जीत

पटना। बिहार के बाहुबली कहे जाने वाले अनंत सिंह के पैतृक आवास से एके-47 समेत बरामदगी मामले में कोर्ट से 10 साल की सजा सुनाये जाने के बाद उनकी विधायकी खत्म हो गई। अब मोकामा में उपचुनाव होना है। इसको लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो गई है।

यह भी पढ़ें:झारखंड:CM हेमंत सोरेन के प्रेस एडवाइजर अभिषेक प्रसाद पिंटू से से ईडी की पूछताछ जारी, गिरफ्तारी संभव 
छोटे सरकार के नाम से पुकारे जाने वाले अनंत सिंह की वाइफ नीलम देवी उप चुनाव में विरोधियों को टक्कर देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने मोकामा में लोगों से मिलना भी शुरू कर दिया है। अनंत के खास और आरजेडी कार्तिक सिंह उर्फ कार्तिक मास्टरने यह दावा किया है कि इस बार मोकामा में एक लाख से ज्यादा वोट से नीलम देवी की जीत होगी।

टाल के चुनावी समीकरण को साधने में जुटीं नीलम 
अनंत सिंह की विधायकी खत्म होने के बाद मोकामा में होने वाले उपचुनाव को लेकर छोटे सरकार की वाइफ नीलम देवी ने क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। हाल ही में वो मोकामा के दौर पर गईं। इस दौरान उनके साथ गाड़ियों का लंबा काफिला देखने को मिला। नीलम देवी ने लोगों से मुलाकात की और उनका हाल चाल पूछा। 

इस बार 'एक लाख वोट से होगी जीत'

बाहुबली अनंत सिंह ऊर्फ छोटे सरकार के खास कहे जाने वाले राजद के विधान पार्षद कार्तिक सिंह ने दावा किया है कि पिछली बार अनंत सिंह मोकामा से 80 हजार वोट से जीते थे, इस बार उनकी वाइफ नीलम देवी चुनावी मैदान में हैं। वो एक लाख वोट से जीत दर्ज करेंगी। उन्होंने कहा कि वहां के लोग चुनाव को लेकर तैयार रहते हैं। उन्होंने बताया कि हाल में हमारे एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी,इसी सिलसिले में नीलम देवी मोकाम गईं थी। अनंत सिंह की वाइफ के साथ गाड़ियों के काफिले पर उन्होंने कहा कि पटना से हमलोग चार गाड़ी से ही निकले थे। लेकिन मोकामा पहुंचते पहुंचते लोग जुड़ने लगते हैं और काफिला बड़ा हो जाता है।