पश्चिम बंगाल: बीजेपी के एक और एमएलए टीएमसी में शामिल, ममता ने दिया दोहरा झटका

पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरे दिन बीजेपीको एक और बड़ा झटका लगा है। उत्तर 24 परगना जिले के बागदा से एमएलए विश्वजीत दास बीजेपी छोड़कर मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस शामिल हो गये। पार्षद मोनोतोष दास ने भी पार्टी की सदस्यता ली।

पश्चिम बंगाल: बीजेपी के एक और एमएलए टीएमसी में शामिल, ममता ने दिया दोहरा झटका

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरे दिन बीजेपीको एक और बड़ा झटका लगा है। उत्तर 24 परगना जिले के बागदा से एमएलए विश्वजीत दास बीजेपी छोड़कर मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस शामिल हो गये। पार्षद मोनोतोष दास ने भी पार्टी की सदस्यता ली।

कोलकाता स्थित तृणमूल भवन में विधायक विश्वजीत दास ने राज्य के उद्योग मंत्री व पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी एवं सांसद काकोली घोष दस्तीदार की मौजूदगी में टीएमसी का दामन थामा। दोनों नेताओं ने दास को पार्टी का झंडा देकर दल में स्वागत किया। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए कहा कि बंगाल ही नहीं पूरे देश में दीदी का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बंगाल के घर- घर में विकास लेकर पहुंचीं हैं और 2021 के चुनाव में उनके काम के आधार पर ही जनता ने टीएमसी को प्रचंड बहुमत से जीताकर आशीर्वाद दिया।

उन्होंने सभी से बंगाल के कल्याण के लिए ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की अपील की। वहीं, दास का पार्टी में स्वागत करते हुए राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि भाजपा के कई नेता टीएमसी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के काम व उनके प्रति आस्था रखकर ही लोग आ रहे हैं।बीजेपी एमएलए तन्मय घोष ने सोमवार को टीएमसी का दामन थाम लिया था। वह बिशुनपुर सीट से एमएलए हैं। तन्मय घोष की तरह ही बिस्वजीत दास भी पहले टीएमसी में थे और अब फिर से घर वापसी कर ली है। उन्होंने बीजेपी छोड़ने को लेकर कहा कि मैं वह खुश नहीं था। मैंने बीजेपी में जाकर गलती की थी और वापस आना चाहता था। 
टीएमसी से दो बार एमएलए रहे दास ने विधानसभा चुनाव के पहले ही बीजेपी का दामन थाम लिया था। उन्होंने मुकुल रॉय के साथ ही बीजेपी जॉइन कर ली थी, लेकिन वहां शांतनु ठाकुर की लॉबी के साथअकसर अनबन रहती थी। कहा जा रहा है कि मुकुल रॉय के एक बार फिर से टीएमसी लौटने और गुटबाजी के चलते दास ने टीएमसी का दामन फिर से थामा है। इसके अलावा वह बोनगांव सीट से विधायक बनना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें बागडा से लड़ने को कहा था। भले ही वह जीत गए, लेकिन यहां खुश नहीं थे।कहा जा रहा है कि वह विधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी बदलने के मूड में थे। लेकिन मुकुल रॉय और अर्जुन सिंह ने उनसे कहा था कि यदि ऐसा कुछ करना भी है तो विधानसभा चुनाव के बाद ही करें। फिलहाल बीजेपी के विधायकों की संख्या 72 हो गई है, जबकि विधानसभा चुनाव में उसके 77 मेंबर जीते थे। 

सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुछ और बीजेपी एमएलए भी पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। इनमें से ही एक दिनाजपुर के एमएलए भी हैं। कहा जा रहा है कि वह टीएमसी के नेताओं के संपर्क में हैं और जल्दी ही बीजेपी छोड़कर पार्टी में शामिल हो सकते हैं।