उत्तर प्रदेश: पुलिस इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय की चुनावी कविता ने सोशल मीडिया पर मचायी धूम

उत्तर प्रदेश पुलिस के उन्नाव के पुलिस इंस्पेक्टर धर्मरज उपाध्याय ट्वीटर , यूट्यूब, फेसबुक व वाट्सएप पर छाये हुए हैं। इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय की एक कविता यूपी पुलिस के ट्वीटर अकाउंट पर धूम मचा रही है।

उत्तर प्रदेश: पुलिस इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय की चुनावी कविता ने सोशल मीडिया पर मचायी धूम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के उन्नाव के पुलिस इंस्पेक्टर धर्मरज उपाध्याय ट्वीटर , यूट्यूब, फेसबुक व वाट्सएप पर छाये हुए हैं। इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय की एक कविता यूपी पुलिस के ट्वीटर अकाउंट पर धूम मचा रही है।

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पुलिस महकमे में धर्मराज को साथी कविवर कहकर बुलाते हैं। वह हर माहौल में एक पल में कविता बना देते हैं। उसी कविता को सुनाते हुए वीडियो इंटरनेट मीडियो के सोशल प्लेटफार्म पर अपलोड भी करते हैं। पुलिस इंस्पेक्टर को  उनकी कविताओं पर हजारों लाइक्स तो मिलते ही है। देखने वाले शेयर भी करते हैं। यूट्यूब पर उनके अकाउंट में कविताओं को लाखों व्यूज भी मिल चुके हैं।

श्रावस्ती जिला के मूल निवासी धर्मराज उपाध्याय पुलिस इंस्पेक्टर । वर्तमान में उन्नाव के अपराध एवं विवेचना शाखा में प्रभारी हैं। वर्ष 2001 में सब इंस्पेक्टर पोस्टपर बहाल हुए थे। वह  2016 में प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने है। साहित्य में रुचि होने के चलते कविताएं लिखना शुरू किया। वर्ष 2020 में यू-ट्यूब चैनल, फेसबुक व पब्लिक एप बनाकर वीडियो पोस्ट करना शुरू किया। इसके बाद उनके साथी भी कविवर कहकर बुलाने लगे। इन दिनों चुनावी मौसम में भी कविताएं तैयार की है।  उनकी एक खास कविता से यूपी पुलिस के ट्विटर पर छाए हुए हैं। यह कविता सात फरवरी को पोस्ट किया गया है। इस कविता में उन्होंने चुनाव के दौरान पुलिस के जज्बे को कविता का रूप दिया है लोगों से मतदान करने की अपील की है।

 अबतक 6470 हजार से ज्यादा व्यूज

 यूपी पुलिस के ट्विटर आकाउंट पर पोस्ट वीडियो इंस्पेक्टर धर्मराज के पर्सनल यूट्यूब चैनल पर भी वायरल हो रहा है। इसमें अबतक 70 हजार से भी ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। अवधी भाषा में वह कविता सुना रहे हैं-

 ना कोई के डर मा, ना कोई के दबाव मा..

 ना कोई के डर मा..2

 चले हैं दीवान जी ड्यूटी चुनाव मा ।।

 मिली तो खइहैं, नही भूखे सोइहैं...

 मिली तो खइहैं..2

 और जान से ज्यादा ईवीएम रखइहैं।।

 मिली तो खइहैं, नही भूखे सोइहैं, और जान से ज्यादा ईवीएम रखइहैं।

 ..और जौन तुहार व्यवस्था है, रहिहैं वही भाव मा...

 चले दीवान जी ड्यूटी चुनाव मा...।।

 की ड्यूटी के कुछ नए नियम आए हैं...

 ड्यूटी के कुछ नए नियम आए हैं, लेकिन...

 दीवान सब सिखे सिखाएं हैं।।

 ड्यूटी के कुछ नए नियम आए हैं, लेकिन दीवान जी सब सिखे सिखाए हैं..।।

 काम सब करिहैं, काम सब करिहैं...

 बस बोले न ताव मा, चले हैं दीवान जी ड्यूटी चुनाव मा....।।

 ना कोई के डेर मा

ना कोई के दबाव मा

चले हैं दीवान जी

ड्यूटी चुनाव मा…

20 पुलिस स्टेशन-कोतवाली का रह चुके हैं इंचार्ज

धर्मराज उपाध्याय सब इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर रहते हुए लखीमपुर, कानपुर, हरदोई, सुल्तानपुर, लखनऊ, सीतापुर से उन्नाव में पोस्टिंग के दौरान 20 पुलिस स्टेशन-कोतवाली इंचार्ज रह चुके हैं। वर्तमान में वे उन्नाव में अपराध व विवेचना शाखा के प्रभारी हैं। धर्मराज बताते हैं कि उन्हें कविता लिखने की रुचि बचपन से है और समय मिलने पर वह इसे लेकर प्रयासरत रहते हैं।