भारत के 53वें CJI बने जस्टिस सूर्यकांत, नई पारी के पहले ही दिन 17 मामलों की सुनवाई
भारत के 53वें CJI बने जस्टिस सूर्यकांत। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ। पहले ही दिन 17 मामलों की सुनवाई। 15 महीने का होगा कार्यकाल। पीएम मोदी समेत कई गणमान्य व्यक्ति रहे मौजूद।
- 15 महीने यानी नौ फरवरी 2027 तक संभालेंगे देश की न्याय व्यवस्था”
नई दिल्ली। जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस महत्वपूर्ण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई सदस्य और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश मौजूद रहे।
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हरियाणा के हिसार के रहने वाले जस्टिस सूर्यकांत हिंदी में शपथ लेने वाले बेहद कम CJIs में से एक हैं। उन्होंने शपथ के तुरंत बाद अपने भाई और बहन के पैर छुए और उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। जस्टिस सूर्यकांत ने CJI भूषण आर गवई का स्थान लेंगे, जिन्होंने सेवानिवृत्ति से पहले परंपरा के अनुसार उनके नाम की सिफारिश की थी।
#WATCH | Delhi: Justice Surya Kant takes oath as the Chief Justice of India, at Rashtrapati Bhavan. President Droupadi Murmu administers the oath to him.
— ANI (@ANI) November 24, 2025
(Video: DD News) pic.twitter.com/ZGpcknj7G8
नौ फरवरी 2027 तक रहेगा कार्यकाल
जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल लगभग 15 महीनों का होगा। वे 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त होंगे और उन्होंने अपने पूर्ववर्ती CJI भूषण आर गवई का स्थान लिया है। CJI गवई ने सुप्रीम कोर्ट की परंपरा के अनुरूप उन्हें अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नामित किया था।
शपथ समारोह में पहली बार विदेशी देशों के जज शामिल
समारोह की एक बड़ी खासियत यह रही कि पहली बार किसी भारतीय CJI के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भूटान, केन्या, मलेशिया, ब्राजील, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के न्यायाधीश शामिल हुए।
पहले दिन ही 17 मामलों की सुनवाई
CJI सूर्यकांत ने पहला दिन बेहद सक्रिय रूप से बिताया। उन्होंने करीब दो घंटे में 17 मामलों की सुनवाई की। उनके साथ जस्टिस जोयमाल्या बागची और जस्टिस अतुल एस. चंदुरकर की बेंच भी शामिल थी।सुनवाई के दौरान उन्होंने मौखिक मेंशनिंग पर महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा कि सामान्य परिस्थितियों में अर्जेंट मामलों की मेंशनिंग लिखित स्लिप के जरिए ही की जाए। केवल अत्यंत विशेष परिस्थितियों—जैसे मौलिक स्वतंत्रता, हिरासत या मृत्युदंड—के मामलों में ही मौखिक मेंशनिंग स्वीकार होगी।
CJI सूर्यकांत का न्यायिक सफर
जन्म: 10 फरवरी 1962, हिसार (हरियाणा)
शिक्षा: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मास्टर्स
महत्वपूर्ण पद
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश
24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने
अहम फैसले
अनुच्छेद 370 हटाने से जुड़े मामलों में भूमिका
बिहार में SIR से जुड़े केस
चुनाव आयोग को 65 लाख मतदाताओं की सूची सार्वजनिक करने का आदेश
कोलेजियम में बदलाव
CJI सूर्यकांत के 15 महीने के कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम में केवल एक बदलाव होगा।
वर्तमान सदस्य:
CJI सूर्यकांत
जस्टिस विक्रम नाथ
जस्टिस बीवी नागरत्ना
जस्टिस जेके महेश्वरी
जस्टिस एमएम सुंद्रेश
28 जून 2026 को जस्टिस महेश्वरी के रिटायर होने पर उनकी जगह जस्टिस पीएस नरसिम्हा कोलेजियम में शामिल होंगे।






