झारखंड: नक्सलियों और क्रिमिनल गैंग को आर्म्स सप्लायर CRPF कांस्टेबल समेत तीन अरेस्ट, ATS को मिली सफलता

झारखंड एटीएस ने भाकपा माओवादी संगठन और क्रिमिनल गैंग्स को आर्म्स सप्लाई करने वाला CRPF कांस्टेबल  जवान समेत तीन को अरेस्ट किया है।  पुलवामा में तैनात बिहार का रहने वाला सीआरपीएफ कांस्टेबल अविनाश कुमार, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। इनके पास से 450 राउंड गोली की बरामद की गयी है। एटीएस एसपी प्रशांत आनंद ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है। 

झारखंड: नक्सलियों और क्रिमिनल गैंग को आर्म्स सप्लायर CRPF कांस्टेबल समेत तीन अरेस्ट, ATS को मिली सफलता

रांची। झारखंड एटीएस ने भाकपा माओवादी संगठन और क्रिमिनल गैंग्स को आर्म्स सप्लाई करने वाला CRPF कांस्टेबल  जवान समेत तीन को अरेस्ट किया है।  पुलवामा में तैनात बिहार का रहने वाला सीआरपीएफ कांस्टेबल अविनाश कुमार, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। इनके पास से 450 राउंड गोली की बरामद की गयी है। एटीएस एसपी प्रशांत आनंद ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है। 

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एटीएस पूछताछ में यह बात खुलासा हुआ है कि सीआरपीएफ जवान व उसका हैंह के द्वारा भाकपा माओवादी संगठन को भारी संख्या में एके-47 और इंसास राइफल का कारतूस उपलब्ध कराया है। गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गिरोह, अमन साहू गिरोह, अमन सिंह गिरोह व अमन श्रीवास्तव गिरोह को भी आर्म्स व कारतूस की सप्लाई कर चुका है।
कई क्रिमिनल गैंग के संपर्क में था CRPF जवान अविनाश कुमार
पुलिस गिरफ्त में आया अविनाश कुमार सीआरपीएफ के 182 बटालियन में कांस्टेबल के रूप में पुलवामा में पोस्टड था।वह पिछले चार महीने से अनुपस्थित रहा है। वह 24 अगस्त 2018 को मोकामा ग्रुप सेंटर से सीआरपीएफ में बहाल हुआ था। इससे पहले 112 बटालियन सीआरपीएफ लातेहार और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में पोस्टेड रहा है।वह वर्ष 2017 से 182 बटालियन जगदलपुर में पोस्टेड रहा है। वह क्रिमिनल अमन साहू हरेंद्र यादव और लल्लू खान से संपर्क में था। वर्तमान में हरेंद्र यादव और लल्लू खान शेरघाटी और गया जेल में बंद है।
माओवादियों ने कंट्रेक्टर को गोली उपलब्ध कराने की दी थी जिम्मेवारी
ऋषि कुमार हटिया रांची में ट्रांसपोर्टेशन का कार्य और एयरपोर्ट रोड में भवन निर्माण का कार्य करता था।इसी दौरान वह कंट्रेक्टर संजय सिंह और मुहाहिर के संपर्क में आया. जो सरायकेला और चाईबासा एरिया में रोड निर्माण का कार्य कर रहे थे। इन कंट्रेक्टरों को माओवादियों द्वारा गोली उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी दी थी। इन कंट्रेक्टर से बैंक अकाउंट में कैश लेकर कई बार गोली उपलब्ध कराने का भी कार्य किया है। क्रिमिनल पंकज कुमार सिंह धनबाद के भूली में रहकर कोयला और जमीन का कारोबार कर रहा था। संजय सिंह झारखंड और बिहार के अलावा असम और नागालैंड के आर्म्स और कारतूस के कारोबारियों से संपर्क में था। उनके माध्यम से ऋषि के साथ अन्य व्यक्तियों को भी आर्म्स और गोली उपलब्ध कराता था।