झारखंड: PLFI को विस्तार करने की रणनीति, छह जोन में बांटा स्टेट, सचिव को जोन को मजबूत करने का निर्देश

झारखंड में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) अपने संगठन के विस्तार के लिए सेंट्रल कमेटी की बैठक की है। बैठक में झारखंड स्टेट कमेटी की जिम्मेदारी राजेश गोप को दी गयी है। बैठक में झारखंड को छह जोन में बांटा गया है। झारखंड में ऐसे कई जोन थे जिनके पद बहुत दिनों से रिक्त थे। उन पदों को भरा गया है। बैठक में चर्चा की गयी कि झारखंड में पीएलएफआइ को किस प्रकार से और मजबूत किया जाये। सभी रीजनल सचिव को अपना जोन मजबूत करने व कमेटी का विस्तार करने का आदेश दिया गया।

झारखंड: PLFI को विस्तार करने की रणनीति, छह जोन में बांटा स्टेट, सचिव को जोन को मजबूत करने का निर्देश

रांची। झारखंड में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) अपने संगठन के विस्तार के लिए सेंट्रल कमेटी की बैठक की है। बैठक में झारखंड स्टेट कमेटी की जिम्मेदारी राजेश गोप को दी गयी है। बैठक में झारखंड को छह जोन में बांटा गया है।
झारखंड में ऐसे कई जोन थे जिनके पद बहुत दिनों से रिक्त थे। उन पदों को भरा गया है। बैठक में चर्चा की गयी कि झारखंड में पीएलएफआइ को किस प्रकार से और मजबूत किया जाये। सभी रीजनल सचिव को अपना जोन मजबूत करने व कमेटी का विस्तार करने का आदेश दिया गया।

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बैठक में तीन तरह की कमेटी बनाई गई है। पहला स्टेट कोर कमेटी, दूसरा रिजनल कोर कमेटी और तीसरा जोन कोर कमेटी। यह जानकारी PLFI के सुप्रीमो दिनेश गोप ने एक प्रेस बयान जारी कर दी है।सुप्रीमो दिनेश गोप के अनुसार झारखंड को छह जोन में बांटा गया है। हर जोन की कमान रिजनल स्तर के कामरेडों को सौंपी गई है। कोयल शंख जोन की जिम्मेवारी करमा उरांव, कोल्हान संतोष कंडुलना, संथाल परगना विजय हांसदा, झारखंड मध्य जोन दरवा यादव, उत्तरी छोटानागपुर विधान पासवान और दक्षिणी छोटानागपुर लाका पाहन को सौंपी गई है। 
स्टेट कोर कमेटी को भी छह हिस्सों में बांटा गया है। झारखंड की जिम्मेवारी राजेश गोप को दिया गया है। उड़ीसा राजा, छत्तीसगढ़ उज्जवल, बिहार अवधेश, बंगाल अरविंद गोप, यूपी महेंद्र राजन, उत्तराखंड की जिम्मेदारी लादन रावत को दी गई है। जोन स्तर के कामरेडों की सूची भी जारी कर दी गई है। जारी सूची के अनुसार पश्चिमी सिंहभूम रोशन, पूर्वी सिंहभूम नोवेल, खूंटी रोड़े, खरसावां संजय, सिमडेगा अमन पहान, गुमला राजेश टाईगर, लोहरदगा संतोष, लातेहार प्रकाश यादव, पलामू हरिहर, गढ़वा विकास यादव, चतरा चैतन पासवान, कोडरमा रंजीत यादव, रामगढ़ प्रदीप महतो, धनबाद सुखदेव महतो, हजारीबाग ईश्वर महतो, बोकारो संजय महतो, देवघर धर्मेंद्र राजा, दुमका विनय सोरेंग, गिरिडीह गुड्डू यादव, पाकुड़ अजय हांसदा, साहिबगंज पप्पू यादव, रांची केंद्रीय नेतृत्व, सरायकेला विजय सिंह एवं गोड्डा राजेंद्र यादव।

गिरफ्तार नक्सलियों को बताया ठग
रांची पुलिस ने हाल के दिनों में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप को आर्म्स पहुंचाने और लेवी के पैसे पहुंचाने के आरोप में आठ लोगों को अरेस्ट था। इसमें निवेश को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का करीबी बताया जा रहा था। इस मामले को लेकर पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने रविवार को प्रेस रिलीज जारी कर निवेश और उसके गिरफ्तार सभी साथियों को ठग बताया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी लोगों से पीएलएफआइ का कोई संबंध नहीं है। वे लोग पीएलएफआइ के नाम पर ठगी करते हैं।लोगों को डरा धमका कर पैसा वसूलते हैं।प्रेस रिलीज में कहा कि धुर्वा के निवेश पोद्दार से उसका दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। गिरफ्तार निवेश पोद्दार एक बड़ा ठग है. बेवजह जानबूझकर मिडियाबाजी कर निवेश का संबंध पीएलएफआई सुप्रीमो से जोड़ कर भय का माहौल बना रही है।दिनेश गोप की विज्ञप्ति में यह कहा गया है कि निवेश पोद्दार एक ठग है। उसने किसी कारोबारी से इतनी बड़ी रकम (72 लाख) ठगी की होगी। पुलिस उसे जानबूझकर हीरो बनाने का काम कर रही है। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि गिरफ्तार बांग्लादेशी युवती से भी उसका कोई संबंध नहीं है।

रांची पुलिस जिसे अरेस्ट कर भेजी है जेल 
रांची पुलिस की दर्ज प्राथमिकी में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि तीनों निवेश कुमार, शुभम पोद्दार और ध्रुव सिंह पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य हैं। ये लोग संगठन को मजबूत करने के लिए वे पीएलएफआई को आर्म्स के साथ सिम व अन्य जरूरत के सामान उपलब्ध कराते थे। पुलिस ने छह जनवरी को निवेश के तीन साथियों आर्या कुमार सिंह, अमीर चंद उर्फ चाचा और उज्जवल कुमार को गिरफ्तार किया था।आर्या व अमीर चंद के पास पुलिस ने पांच सिम व नगद 3.50 लाख रुपए पहले बरामद किये। अमीर चंद की निशानदेही पर पुलिस ने निवेश के नगड़ी स्थित भाड़े के मकान से पीएलएफआई के 70 पर्चे, सात स्लीपिंग बैग, 15 पोर्टेबल टेंट जब्त किये। गिरफ्तार उज्जवल कुमार खूंटी में एक मोबाइल कंपनी में काम करता था व सिम उपलब्ध कराता था।