झारखंड: साहिबगंज में 1000 करोड़ तक का हो सकता है इलिगल स्टोन माइनिंग का कारोबार, ED का शिकंजा कसा 

झारखंड के सताल के साहिबगंज जिले के अलग-अलग स्थानों पर लगभग 45 करोड़ रुपयों की इलिगल स्टोन माइनिंग पकड़ी गई है। इईडी ने साहिबंग में इलिगल माइनिग पर शिकंजा कस गया है। लगातार पिछले तीन दिनों से ईडी टीम की जांच जारी है। 

झारखंड: साहिबगंज में 1000 करोड़ तक का हो सकता है इलिगल स्टोन माइनिंग का कारोबार, ED का शिकंजा कसा 

रांची। झारखंड के सताल के साहिबगंज जिले के अलग-अलग स्थानों पर लगभग 45 करोड़ रुपयों की इलिगल स्टोन माइनिंग पकड़ी गई है। इईडी ने साहिबंग में इलिगल माइनिग पर शिकंजा कस गया है। लगातार पिछले तीन दिनों से ईडी टीम की जांच जारी है। 

झारखंड: प्राइवेट यूनिवर्सिटी की जांच नहीं कर रहे अफसर, आदेश की कर रहे अवहेलना, गवर्नर रमेश बैस नाराज
ईडी टीम ईडी की जांच के साथ जिले में इलिगल स्टोन माइनिंग  का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इलिगल स्टोन माइनिंग का मामला लगभग एक हजार करोड़ तक पहुंच सकता है। ईडी की टीम पिछले तीन दिनों जिले के मंडरो अंचल के माझीकोला, सिमरिया, मुंडली, छोटा दामिनभिट्ठा,भूताहा आदि मौजों में संचालित कई स्टोन माइंस की जांच किया है। ईडी की ने बड़े पैमाने पर इलिगल स्टोन माइनिंग का मामला पकड़ा है। ईडी की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि जहां लीगल लीज रहने के बावजूद लीज एरिया से बाहर जाकर बड़े पैमाने पर स्टोन का माइनिंग किया गया है। 
कई जगह वन एरिया उससे सटे इलाकों में भी स्टेन माइनिंग की बात सामने आयी है।  ईडी की टीम इलिगल माइंस को देख अब हैरत में पड़ गये हैं। अब तक की जांच में ईडी को लगभग 40 मिलियन क्यूबिक फीट स्टोन इलिगल  तरीके से माइनिंग करने का मामला उनके सामने आये हैं। जानकार सोर्सेज का कहना है अब तक लगभग 60 करोड़ के इलिगल ढंग से स्टोन माइनिंग का खुलासा हुआ है। 
सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार की स्टोन माइंस इलाके का ड्रोन सर्वे 
इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग की जांच कर रही ईडी की टीम चौथे दिन गुरुवार को भी साहिबगंज में जमी है। टीम आज मिर्जाचौकी पहुंची और ड्रोन से माइंस का सर्वे शुरू किया। दुर्गम इलाका होने व नेटवर्क न होने से ईडी अफसरों को थोड़ी परेशानी भी हो रही है। ईडी की टीम पकड़िया, दामिनभिट्ठा व सुंदरे मौजा की तस्वीर ड्रोन से ले रही है। पैदल ही अफसर इन पहाड़ों की खाक छान रहे हैं। इन एरिया में टिंकल भगत, पतरू सिंह, राजेश जायसवाल, अभिषेक प्रसाद आदि की स्टोन माइंस है।सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस एडवाइजर अभिषेक प्रसाद की स्टोन माइंस पकड़िया मौजा में है। टीम सबसे पहले टिंकल भगत की स्टोन माइंस में पहुंच, वहां की फोटो ली। इसके बाद पतरू सिंह की स्टोन माइंस पहुंची। ड्रोन से फोटो लेने के बाद जरूरत के अनुसार स्टोन माइंस की मापी करायी जायेगी। जानकार सोर्सज का कहना है अभिषेक प्रसाद की स्टेन माइंस में अभी स्टोन निकालने का काम शुरू नहीं हो पाया था। अभी उसकी साफ-सफाई ही कराई जा रही थी। वैसे ईडी की जांच-शुरु होने के बाद फिलहाल काम बंद है।

उल्लेखनीय है कि ईडी ने आठ जुलाई को साहिबगंज में पंकज मिश्रा सहित एक दर्जन से अधिक स्टोन बिजनसमैन के यहां रेड मारा था। इसमें पांच करोड़ 34 लाख रुपये कैश बरामद किये गये थे। ईडी को कई बैंक अकाउंट्स का पता चला था जिसमें करोड़ों रुपये हैं। इस मामले में पंकज मिश्रा को अरेस्ट किया जा चुका है। ईडी की टीम साहिबगंज में जांच क्रम में पवित्र यादव के दो क्रशर प्लांट, दाहू व बच्चू यादव का जहाज, हजारों सीएफटी स्टोन चिप्स को ईडी ने जब्त किया है। कई जगह इलिगल माइनिंग के भी सबूत मिले हैं। मिर्जाचौकी में एक जगह आधा किलोमीटर से अधिक लंबाई में इलिगल रुप से स्टोन माइनिंग किया गया है।
ईडी ने पिछले ढाई महीने में संताल के एरिया में एवीडेंस जुटाने के लिए खूब मेहनत की है। साहिबगंज में इलिगल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंगसे ब्लैक मनी के अर्थशास्त्र का भौतिक सत्यापन, जब्त कागजात की जांच, खनन व परिवहन संचालकों से पूछताछ में मिले 100 करोड़ के इलिगल कारोबार की जानकारी मिली है।

आलमगीर आलम की बढ़ी मुश्किलें
साहिबगंज के बड़हरवा टेंडर विवाद में मनी लांड्रिंग के तहत इनविस्टीगेशन कर रही ईडी आलमगीर आलम सहित 11 लोगों पर नया केस दर्ज कर चुकी है। अब यह आशंका जताई जा रही है कि झारखंड सरकार के संसदीय कार्य व ग्रामीण विकास मंजत्री आलमगीर आलम की भी मुश्किलें बढ़ेंगी।