सीतामढ़ी का इरफान बना इंटर स्टेट चोर, गांव में बनायी अकूत संपत्ति, गाजियाबाद पुलिस ने किया अरेस्ट

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया इंटर स्टेट चोर सीतामढ़ी जिले के पुररी के गाढ़ा जोगिया निवासी मो. इरफान उर्फ उजाले अकूत संपत्ति का मालिक बन चुका है। उसके पास जमीन,बंगला, महंगी गाड़ियां सब कुछ है। गांव लौटने पर वह आसपास होने वाले आयोजनों में रुपये लुटाकर अपनी हैसियत दिखाने लगा।

सीतामढ़ी का इरफान बना इंटर स्टेट चोर, गांव में बनायी अकूत संपत्ति, गाजियाबाद पुलिस ने किया अरेस्ट

सीतामढ़ी। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस द्वारा अरेस्ट किया गया इंटर स्टेट चोर सीतामढ़ी जिले के पुररी के गाढ़ा जोगिया निवासी मो. इरफान उर्फ उजाले अकूत संपत्ति का मालिक बन चुका है। उसके पास जमीन,बंगला, महंगी गाड़ियां सब कुछ है। गांव लौटने पर वह आसपास होने वाले आयोजनों में रुपये लुटाकर अपनी हैसियत दिखाने लगा।

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फटेहाल से बना करोड़पति
ग्रामीणों का कहना है कि मो. इरफान व उसका परिवार पहले मजदूरी करता था। रहने के लिए एक झोपड़ी थी। काम नहीं मिलने पर खाने को लाले पड़ जाते थे। वह अपनी माली हालत सुधारने के लिए घर छोड़कर चला गया, लेकिन जब वापस आया तो उसका रुतबा ही अलग था। गांव वालों को वह अपने काम के बारे में कुछ नहीं बताता था। गांव आते ही जमीन खरीदकर घर बनाया। फिर एक से एक महंगी बाइक खरीदी। गांव के कुछ युवकों को साथ घुमाने लगा। युवकों पर पानी की तरह रुपये खर्च कर अपना रौब भी जमाता था। वग महंगी कार खरीदने लगा। वह देशी के साथ-साथ विदेशी कंपनी की गाड़ियां से वह चलता था।

थियेटर व आर्केष्ट्रा में उड़ा देता था हजारों रुपये

ग्रामीणों का कहना है कि इरफान अपना हैसियत दिखाने के लिए गांव व आसपास होने वाले थियेटर व आर्केष्ट्रा में 10-20 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक लुटा देता था। कभी-कभी तो यह राशि एक लाख तक पहुंच जाती थी। इससे उसकी पहचान एक पैसे वाले के रूप में होने लगी। फिर धीरे-धीरे वह गांव व आसपास के लोगों को सहयोग करना शुरू कर दिया। गांव की नाली की उड़ाही से लेकर जर्जर सड़क की मरम्मत तक का काम करवाया। यहां तक की बेटी की शादी व बीमार के इलाज में भी मदद करता।

पुलिस रेड के बाद खुला राज
कई स्टेट की पुलिस इरफान को अरेस्ट करने गांव पहुंची। लगातार दूसरे स्टेटकी पुलिस की रेड से ग्रामीणों को उसके चोरी करने का पता चला। अक्सर चोरी के सोने व चांदी के आभूषण वह स्थानीय स्तर पर ही बेचता था। यही वजह थी कि कई स्वर्णकार से उसका रुपये के लेन-देन को लेकर झगड़ा भी होता था। कई बार यह विवाद पुलिस तक पहुंच गया था।

बंगला व बड़े घर को बनाता था निशाना
इरफान बड़े शहरों में बड़े घरों को ही अपना निशाना बनाता था। काम के बहाने से घर में प्रवेश कर खासकर सोने की ज्वेलरीपर नजर डालता था। इसके बाद वह चोरी की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाता था। यूपी सहित कई दूसरे राज्यों की पुलिस उसे गिरफ्तार कर गांव लेकर आयी थी। उसकी निशानदेही पर चोरी का समान भी बरामद हुआ है। साथ ही पुलिस चोरी का माल खपाने के आरोप में भी कुछ लोगों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी है। एक-दो दिन पहले भी पुलिस आयी थी, वह गांव से कुछ स्वर्ण व्यवसायी को लेकर गयी है।

राजनीति में पत्नी को किया आगे
रुपये कमाने के बाद इरफान की नजर गांव की राजनीति की ओर थी। यही वजह रही कि उसने गांव व आसपास के क्षेत्र में समाजिक कार्य शुरू किया था। उसने राजनीति में कदम रखने के लिए अपनी पत्नी गुलशन प्रवीण को आगे किया। उसे पुपरी के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 से प्रत्याशी बनाया। लोग बताते हैं कि नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार-प्रसार में उसने दिल खोलकर रुपये खर्च कियो। यहां रविवार को मतदान हुआ है। अब 26 अक्टूबर को ही पता चलेगा कि रिजल्ट क्या आता है।

सितंबर में इरफान की पत्नी सहित तीन हुए थे अरेस्ट
यूपी के गाजियाबाद के कविनगर की पुलिस सात सितंबर 2021 को पुपरी पहुंच लोकल पुलिस के सहयोग से गाढ़ जोगिया स्थित उसके घर में रेड की थी। रेड में वह तो नहीं मिला, लेकिन पुलिस ने उसकी पत्नी सहित तीन को अरेस्ट कर अपने साथ ले गयी थी। पुलिस को कुछ चोरी का समान भी उस दिन बरामद हुआ था।