धनबाद: झरिया एमएलए पूर्णिमा ने आउटसोर्सिग का काम बंद कराया, रागिनी ने चालू कराया 

बीसीसीएल की बस्ताकोला एरिया में एटीदेवप्रभा आउटसोर्सिंग पैच को लेकर झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह और बीजेपी रागिनी सिंह आमने-सामने हैं।यह आउटसोर्सिग कंपनी चर्चित दबंग कंट्रेक्टर लालबाबू सिंह की है।

धनबाद: झरिया एमएलए पूर्णिमा ने आउटसोर्सिग का काम बंद कराया, रागिनी ने चालू कराया 
  • बस्ताकोला देवप्रभा आउटसोर्सिंग पैच को लेकर रागिनी व पूर्णिमा आमने-सामने

धनबाद। बीसीसीएल की बस्ताकोला एरिया में एटीदेवप्रभा आउटसोर्सिंग पैच को लेकर झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह और बीजेपी रागिनी सिंह आमने-सामने हैं।यह आउटसोर्सिग कंपनी चर्चित दबंग कंट्रेक्टर लालबाबू सिंह की है। एमएलए पूर्णिमा ने चांदमारी मांझी बस्ती के आदिवासियों की जमीन पर बिना मुआवजा दिये ही आउटसोर्सिंग चलने का हवाला देते हुए शुक्रवार को काम बंद करा दिया था। वहीं रागिनी सिंह ने जेएमएसए  समर्थकों के साथ शनिवार की सुबह पैच में पहुंचकर काम शुरू करा दिया।
आउटसोर्सिंग पैच को लेकर रागिनी व पूर्णिमा के समर्थकों में टेंशन देखा जा रहा है। हालांकि, आज पैच में काम चालू कराने के बाद भी एमएलए दुबारा बंद कराने नहीं पहुंचे। बस्ताकोला कोलियरी के पीओ एके शर्मा का कहना है कि जोरिया के पास आदिवासियों की जमीन को सीआइ की ओर से नापी कर चिन्हित कर लिया गया है। फिलहाल उनकी जमीन पर माइनिंग कार्य नहीं किया जा रहा है। समझौता होने तक उनकी जमीन पर काम नहीं होगा। रैयतों की ओर से कागजात मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।

सीआइ पर लगाए गलत तरीके से जमीन मापी करने का आरोप 

रैयतों ने झरिया के सीआइ की ओर से बस्ताकोला आउटसोर्सिंग के जद में आई जमीन मापी को लेकर नाराजगी जतायी है। रैयतों का कहना है कि सीआइ की ओर से शनिवार को गलत तरीके से जमीन की मापी की गई। दबाव देकर जबरन साइन भी कराये गये हैं। जो रैयत वहां मौजूद नहीं थे उनका भी दूसरे लोगों से फर्जी साइन करवा लिया गया है। रैयतों ने डीसी से धनबाद के सीआइ से जमीन जांच व मापी कराने की मांग की है। 
रंगदारी के लिए बंद कराया गया आउटसोर्सिंग पैच : रागिनी

रागिनी सिंह ने कहा है कि बस्ताकोला आउटसोर्सिंग पैच को बंद कराने का मामला रंगदारी लेने से जुड़ा है। झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह ने पैच में पहुंचकर बीसीसीएल के काम को बंद कराया। यह उचित नहीं है। यह काम प्रशासन का है। एमएलए अपने देवर के इशारे पर चल रही है। रंगदारी नहीं मिलने पर काम बंद करायी है। एमएएल झरिया में  की आउटसोर्सिंग कंपनियों में अपना वर्चस्व कायम करने में लगी है। पैच में रैयती जमीन है या नहीं है, इसकी जांच करना प्रशासनिक अधिकारी का है न कि झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह का।

आरोप झूठा, किसी को रंगदारी नहीं लेने देंगे:पूर्णिमा

एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि कंपनी की ओर से अभी सरकार की बंदोबस्ती जमीन पर माइनिंग किया जा रहा है। विरोध करने के बाद स्थानीय आदिवासी रैयतों की जमीन पर काम नहीं किया जा रहा है। रैयतों की जमीन पर ओबी डंपिग भी बंद कर दिया गया है। बीसीसीएल अफसर ने भी कहा है कि रैयतों की जमीन पर अभी काम नहीं करेंगे। एमएलए ने कहा कि सत्ता व रंगदारी हाथ से जाने के बाद रागिनी सिंह झूठा आरोप लगा रही हैं। हम किसी को रंगदारी नहीं लेने देंगे।