Dhanbad: पेयजल संकट को ले डीसी ने की बैठक, कहा-बड़ी कंपनियां टैंकर की संख्या बढ़ा करें जलापूर्ति

कोयलांचल में गर्मी के दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की समस्या के समाधान के लिए डीसी सह जिला दंडाधिकारी संदीप सिंह ने समाहरणालय के सभागार में बैठक की। डीसी ने बीसीसीएल, टाटा स्टील, मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल), ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल), हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल), एसीसी सहित अन्य कंपनियों के साथ बैठक कर गर्मी के दौरान आपसी समन्वय बनाकर लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने पर विचार विमर्श किया।

Dhanbad: पेयजल संकट को ले डीसी ने की बैठक,  कहा-बड़ी कंपनियां टैंकर की संख्या बढ़ा करें जलापूर्ति

धनबाद। कोयलांचल में गर्मी के दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की समस्या के समाधान के लिए डीसी सह जिला दंडाधिकारी संदीप सिंह ने समाहरणालय के सभागार में बैठक की। डीसी ने बीसीसीएल, टाटा स्टील, मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल), ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल), हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल), एसीसी सहित अन्य कंपनियों के साथ बैठक कर गर्मी के दौरान आपसी समन्वय बनाकर लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने पर विचार विमर्श किया।

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बैठक के दौरान डीसी ने सभी कंपनियों से उनके क्षेत्र में आम लोगों को गर्मी के दौरान सुचारू रूप से कैसे जल सप्लाई किया जाता है, की समीक्षा की। बीसीसीएल ने कहा कि वे गर्मी के दौरान अपने आसपास के क्षेत्रों में 49 ट्रक माउंटेड टैंकर द्वारा पानी की सप्लाई करते हैं। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में लगे 208 हैंडपंप से लोगों को पानी मिलता है। डीसी ने बीसीसीएल को आम जनों के लिए टैंकर की अलग व्यवस्था रखने, किस क्षेत्र में आमजन के लिए कितने टैंकर चलेंगे, उसकी विस्तृत सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
एमपीएल ने कहा कि वे आसपास के 21 गांव में तीन टैंकर से जलापूर्ति करते हैं। इसके अलावा कंपनी के 17 सोलर वॉटर टैंक कार्यरत है। जिससे लोगों को जलापूर्ति की जाती है। चार आरओ प्लांट भी लगाये गये हैं।टाटा स्टील ने बताया कि वे आसपास के 42 गांव में फिल्टर वाटर सप्लाई करते हैं। 14 गांव में साल भर टैंकर से पानी की सप्लाई करते हैं। नियमित रूप से चापानल की मेंटेनेंस की जाती है। वहीं भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने के लिए छह स्थानों पर वाटर हार्वेस्टिंग किया गया है। कंपनी के पास वर्तमान में छह टैंकर है।

ACC ने बताया कि पिछले सात – आठ साल में उन्होंने 152 हैंडपंप लगाये हैं। साल भर उसकी मरम्मत और रखरखाव करते हैं। सभी हैंडपंप चालू स्थिति में है। राजा बस्ती में पानी की समस्या को देखते हुए डीसी ने वहां टैंकर से पानी सप्लाई करने का अनुरोध किया। ईसीएल ने कहा कि माइंस क्वारी के पास फिल्टर प्लांट लगाये गये हैं। वहां से आस-पास के गांव में पानी सप्लाई किया जाता है। रामकनाली पंचायत में अत्यधिक समस्या होने के कारण वहां दो डीप बोरिंग बनाने की योजना है।हर्ल ने बताया कि 2019 से एफसीआई की पाइप लाइन से लोगों को पानी की सप्लाई की जाती है। इससे लगभग दो लाख की आबादी को पानी मिलता है। कंपनी द्वारा पाइपलाइन सहित सभी संसाधनों का नियमित रूप से रखरखाव किया जाता है।

डीसी ने कहा कि अभी गर्मी का अधिकतम दौर है। इसलिए आमलोगों की पानी की समस्या के समाधान के लिए सभी जिला के समन्वय से लोगों को पेयजल उपलब्ध करायें। उन्होंने सभी से जलापूर्ति करने के लिए टैंकर की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया। इसके अलावा सभी कंपनियों से विगत 5 वर्षों का सीएसआर एक्टिविटी रिपोर्ट उपलब्ध कराने तथा वित्तीय वर्ष 2023-24 का सीएसआर एक्शन प्लान भी तैयार करने को कहा।
बैठक में डीसी संदीप सिंह, डीडीसी शशि प्रकाश सिंह, जिला योजना पदाधिकारी महेश भगत, पीएचईडी एक के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार, बीसीसीएल, टाटा स्टील, मैथन पावर लिमिटेड, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड, एसीसी सहित अन्य कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।