Corona Virus Infection: चीन में कोरोना से हाहाकार, संक्रमण से मरने वालों की संख्या लाख पहुंची, कस्बों में पहुंचा covid

चीन में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर विकराल रूप धारण कर लिया है। देश में कोरोना संक्रमित पेसेंट की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण अस्पतालों में न तो मरीजों के लिए बेड बचे हैं और न ही दवाइयां। इसकारण मरीजों को बेंच पर दिन और रात गुजारना पड़ रहा है। 

Corona Virus Infection: चीन में कोरोना से हाहाकार, संक्रमण से मरने वालों की संख्या लाख पहुंची, कस्बों में पहुंचा covid
  • इमरजेंसी सर्विस ध्वस्त
  • शमशानों में भी बढ़ रही बॉडी की संख्या

बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर विकराल रूप धारण कर लिया है। देश में कोरोना संक्रमित पेसेंट की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण अस्पतालों में न तो मरीजों के लिए बेड बचे हैं और न ही दवाइयां। इसकारण मरीजों को बेंच पर दिन और रात गुजारना पड़ रहा है। 

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चीन के लोगों को कोविड के चलते तुरंत चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता है। आपातकालीन सेवायें ध्वस्त हो चुकी है। शमशानों में मरने वालों की भी संख्या बढ़ रही है। इससे प्रशासन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।चीन की एक आम नागरिक याओ रुयान ने कहा, मैं बीजिंग से 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित हेबेई प्रांत के प्रांतीय अस्पताल के फीवर क्लीनिक की ओर बढ़ रही हूं। उनकी सास को कोविड-19 हुआ है। उन्हें तुरंत चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता है लेकिन अधिकतर अस्पताल भरे हुए हैं। ‘वो कह रहे हैं यहां बेड्स नहीं हैं।’ वह फोन पर चिल्ला रही थीं।
बीजिंग के दक्षिण पश्चिमी कस्बों और शहरों के आपातकालीन वॉर्ड खचाखच भर गये हैं। मरीजों के परिजन उनके लिए बेड़ की तलाश कर रहे हैं। कई मरीजों को बेंच का सहारा लेना पड़ रहा है। लोग अस्पतालों के गलियारों में फर्श पर लेटने के लिए मजबूर हैं। याओ की बूढ़ी सास एक सप्ताह पहले कोरोना के कारण बीमार हुईं थी। वे पहले स्थानीय अस्पताल में गए, जहां जांच में निमोनिया के लक्षण दिखाई दिए। लेकिन अस्पताल में गंभीर कोविड मामलों को संभालने की क्षमता नहीं थी इसलिए उन्हें पास वाले इलाके के बड़े अस्पताल में जाने के लिए कहा गया। जब वे और उनके पति वहां पहुंचे तो पता चला की वहां के सारे बेड भरे हुए हैं।
कोरोना के चलते फैक्ट्रियां भी बंद, अब मंदी का भी खतरा
चीन में हर दिन कोरोना वायरस के 10 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। बीजिंग, शंघाई, वुहान से लेकर शिनजियांग तक में रेस्तरां, बार, दुकानें खाली पड़ी हैं। फैक्ट्रियों औरपनियों में कामकाज ठप है। मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स मेंउत्पादन नहीं हो रहा है। सुनसान कंपनियां और बाजार बताते हैं कि चीन में हालात बेहद खराब हैं। हाल ही में जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देनेवाले चीन में अब लोग बाहर निकलने से भी डर रहे हैं।सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार चीन में कंपनियों को काम बंद करने या फिर उत्पादन में ही कटौती करने का फैसला करना पड़ा है ताकि ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को कोरोना से बचाया जा सके। इसके चलते चीन की इकॉनमी में मंदी और बढ़ने की आशंका है। लगभग दो साल से ज्यादा वक्त तक चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के तहत सख्त पाबंदियां लागू थीं।  इससे अर्थव्यवस्था काफी कमजोर पड़ी है। नवंबर में चीन मेंव्यापक लॉकडाउन के चलते रिटेल सेल में गिरावट आई है।बेरोजगारी छह महीने के टॉप पर पहुंच गई थी।

दिंसबर में कार व घरों की बिक्री घटी
दिसंबर के महीने में कार और घरों की बिक्री घट गई है। एकदिसंबर से 18 दिसंबर तक चीन में 9,46,000 कारों की बिक्री हुई है, जो बीते साल इसी अवधि के मुकाबले 15 फीसदी कम है। चाइना पैसेंजर कार एसोसिएशन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। चीन के 30 बड़े शहरों का डेटा बताता है कि घरों की बिक्री में 44 फीसदी तक की कमी आई है। बीजिंग और शंघाई में तो यह गिरावट 53 फीसदी की है। हालात इतने विपरीत हैं कि तमाम कंपनियों को मजदूरों के कोरोना की चपेट में आने के चलते शट डाउन करना पड़ा है।
चीनी लोकल मीडिया के मुताबिक पूर्वी प्रांत जियांग्सू में ज्यादातर फैक्ट्रियों में लोगों से कहा गया है कि वेनया साल मनाने के लिए लंबी छुट्टियों पर जा सकते हैं  चीन में 21पत्रकारों ने सेंट्रल हेबेई प्रांत के पांच अस्पतालों और श्मशानों का दौरा किया जो नवंबर दिसंबर के दौरान कोविड मामलों का प्रमुख केंद्र रहा है। उनके अनुसार लोगों की बीमार होने के कारण घर पर रहने से हफ्तों तक यह इलाका शांत रहा। बहुत से अब ठीक हो चुके हैं। बाजारों में हलचल बढ़ी है। चीन के दूसरे इलाकों में बढ़ते मामलों के बावजूद यहां सड़कों पर गाड़ियां दिखाई दे रही हैं। लोकल  मीडिया के अनुसार इस इलाके में सामन्य जीवन धीरे-धीरे लौट रहा है। लेकिन सेंट्रल हेबेई के आपातकालीन वॉर्डों और शमशानों में स्थितियां वैसी ही दिखाई दे रही है। युवाओं ने अपने काम पर जाना शुरू कर दिया है लेकिन बुजुर्ग गंभीर बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं।

10 लाख लोगों की मौत का अनुमान
चीन की सरकार ने सात दिसंबर से नाटकिय ढंग से प्रतिबंधों में छूट दी थी। सरकार के अनुसार तब से अब तक कोविड-19 से सिर्फ सात मौते दर्ज की गई हैं। इससे देश में हुई मौतों का आंकड़ा 5241 पर पहुंचा है। मंगलवार को चीन के चिकित्सा अधिकारियों ने कहा था कि चीन सिर्फ निमोनिया और श्वसन संबंधी बीमारियों के कारण हुई मौतों को ही कोविड-19 द्वारा हुई मौतों में गिन रहा है। यह एक छोटा दायरा है।विशेषज्ञों का अगले साल के अंत तक चीन में 10 लाख से 20 लाख तक मौतों की आशंका जताई है और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठनों ने बीजिंग को उनके गितनी के तरीके के लिए चेताया है।