Jharkhand: जिम ट्रेनर ने छात्रा के अपहरण की रची साजिश, कर्ज चुकाने के लिए बना मास्टरमाइंड, पांच गिरफ्तार
कर्ज में डूबे एक जिम ट्रेनर ने पैसों की खातिर छात्रा के अपहरण की साजिश रची। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है। जानिए पूरी घटना।

रांची। झारखंड की राजधानी रांची में कर्ज चुकाने के लिए जिम ट्रेनर ने स्कूली छात्रा के अपहरण की साजिश रची थी।डीआईजी सह एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर रांची पुलिस ने अपनी त्वरित कार्रवाई और ठोस रणनीति से मात्र 12 घंटे के भीतर छात्रा को सकुशल बरामद कर मामले का खुलासा कर लिया है। पुलिस ने किडनैपिंग में शामिल सभी चार मेन क्रिमिनलों और एक सहयोगी को अरेस्ट कर लिया है।
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आज दिनांक 30.07.2025 को सुबह करीब 8:30 बजे सूचना मिली कि चुटिया थाना अन्तर्गत सिरमटोली फ्लाइओवर के पास से टोटो पर सवार एक स्कूली छात्रा का कार सवार अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा अपहरण कर फायरिंग करते हुए मेकॉन चौक की तरफ भागे गए हैं। उक्त सूचना पर पुलिस उप-महानिरीक्षक -सह- वरीय… pic.twitter.com/zNHs7SniHK
— Ranchi Police (@ranchipolice) July 30, 2025
एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छात्रा की सकुशल बरामदगी के लिए पूरे जिले में नाकाबंदी कर दी गयी। पड़ोसी जिलों को भी सघन चेकिंग अभियान चलाने के लिए सूचित किया गया। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सभी पड़ोसी जिलों के एसपुी से अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलायें. इस पहल के परिणामस्वरूप कुल 90 से अधिक स्थानों पर चेकिंग आरंभ की गयी। त्वरित कार्रवाई और पुलिस के लगातार दबाव के चलते, रामगढ़ पुलिस के सहयोग से कुजू ओपी एरिया में अपहृत छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया गया। हालांकि, क्रिमिनलों अपने वाहन सहित वहां से चकमा देकर फरार होने में सफल रहे।
क्रिमिनलों की खोज, मामले के उद्भेदन और उनकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी रांची ने आठ अलग-अलग टीमें गठित कीं और उन्हें विशिष्ट कार्य सौंपे। सीसीटीवी फुटेज के गहन जांच, तकनीकी जांच और सभी टीमों द्वारा किए गये सघन जांच के परिणामस्वरूप, घटना के मात्र 12 घंटे के भीतर अपहरण में शामिल चारों मुख्य क्रिमिनलों और एक सहयोगी को अरेस्ट कर लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में क्रिमिनलों ने बताया है कि उन्होंने फिरौती के लिए इस अपहरण को अंजाम दिया था।लड़की को लेकर बिहार भागने की फिराक में थे।
मुख्य साजिशकर्ता रुद्रांशु विश्वकर्मा, जो एक जिम ट्रेनर है। उसने अपना कर्ज उतारने के लिए फिरौती के लिए अपहरण की इस योजना को बनाया था। अपहरण के दौरान गोली चलाने वाला क्रिमिनल ऋषभ बर्मन था। घटना में शामिल चारों अपराधियों ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए अपने छद्म नाम हसबुल्ला, सुनील, बिट्टू और प्रीतम रखे थे। रांची पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन, एक हुंडई आई 20 और हथियार भी बरामद कर लिए हैं। जांच में पता चला कि क्रिमिनलों ने वाहन का मूल नंबर (JH01FP8837) बदलकर JH01FU6874 कर दिया था। इस संबंध में डुप्लीकेट नंबर प्लेट बनाने वाले व्यक्ति को भी अरेस्ट कर लिया गया है। पुलिस गिरफ्त में आये मुख्य क्रिमिनलों में रुद्रांशु विश्वकर्मा, ऋषभ वर्मन और विकास कुमार शामिल हैं। घटना में शामिल एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया है।