पाकिस्तानी आतंकी को किया ढेर, पहलगाम आतंकी हमले का बदला, मास्टरमाइंड हाशिम मूसा समेत तीन आतंकी ढे़र
श्रीनगर के श्रीनगर जिले के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास हरवान इलाके में सेना का ऑपरेशन महादेव, तीन पाकिस्तानी आतंकी मारे गये। दावा- पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा भी शामिल। सर्च ऑपरेशन जारी।

- भारी मात्रा में आर्म्स भी बरामद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है।श्रीनगर जिले के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास हरवान इलाके में सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत कार्रवाई करते हुए तीन पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया है। इन आतंकियों में पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी और मोस्ट वांटेड आतंकी हाशिम मूसा भी शामिल है। अन्य दो आतंकियों की पहचान जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। जिबरान 2024 के सोनमर्ग सुरंग प्रोजेक्ट पर हुए हमले में शामिल था।
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#WATCH श्रीनगर: हरवान इलाके में आतंकवाद-रोधी अभियान पर IGP कश्मीर जोन विधि कुमार बिरदी ने कहा, "अभियान अभी भी जारी है...आंतरिक रिपोर्टों के अनुसार, 3 शव देखे गए हैं... हमें पहचान करने में कुछ समय लगेगा और टीमें अभी भी अंदर हैं..." pic.twitter.com/69imvm3qVj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2025
सेना की बड़ी कार्रवाई
आतंकियों के पास से अमेरिकी M4 कार्बाइन, AK-47, 17 राइफल और ग्रेनेड मिले हैं। कुछ और संदिग्ध सामान भी बरामद हुआ है। सेना मंगलवार को ऑपरेशन महादेव पर जानकारी दे सकती है। पुलिस ने सुलेमानी व दो अन्य आतंकियों की पहचान की अभी पुष्टि नहीं की है, लेकिन उनमें एक हमजा अफगानी और एक जिब्रान बताया जा रहा है। सोर्सेज के अनुसार, मारा गया सुलेमानी लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने से पहले पाकिस्तानी सेना के स्पेशल स्ट्राइक ग्रुप (एसएसजी) का कमांडो था। इसकी जानकारी इंडियन आर्मी की चिनार कॉर्प्स ने दी है।
सेना ने बताया कि ऑपरेशन महादेव के तहत यह कार्रवाई की गयी है। आतंकियों में पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा भी शामिल है। हालांकि सेना ने इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। आतंकियों के बॉडी और उसके ठिकाने से काफी खतरनाक हथियार मिले हैं। एक अमेरिकी M4 कार्बाइन, एक एके-47, 17 राइफल ग्रेनेड और अन्य खतरनाक सामान बरामद किये गये हैं। इससे पहलगाम हमले के षड्यंत्र में पाकिस्तानी आर्मी के शामिल होने का सच एक आर फिर उजागर हो गया है।
आर्मी प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों की पहचान करने की कोशिश जारी है। श्रीनगर के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास हरवान इलाके में सोमवार सुबह आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान एनकाउंटर शुरू हो गयी, जो कई घंटों तक चली। एनकाउंटर में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया। हाशिम मूसा की पहचान को ले जांच की जा रही है।
आईजीपी कश्मीर ने बताया कि यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी के आधार पर चलाया गया था। इससे बड़ी आतंकी साजिश नाकाम हुई है। उन्होंने कहा कि यदि मारे गये आतंकी में हाशिम मूसा की पुष्टि होती है, तो यह सुरक्षा बलों के लिए बहुत बड़ी सफलता होगी।सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हाशिम मूसा के रूप में की गई है, जो हाल ही में पहलगाम में हुए अमरनाथ यात्रियों पर हमले का मास्टरमाइंड था। हालांकि, उसकी अंतिम पहचान फॉरेंसिक जांच और परिवार के डीएनए मिलान के बाद ही की जायेगी।
एरिया में हाई अलर्ट और तलाशी अभियान
घटना के बाद पूरे बेमिना और आस-पास के इलाकों को घेर लिया गया है। किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए सर्च ऑपरेशन जारी है। ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से सुरक्षा बल इलाके की छानबीन कर रहे हैं। जानकार सोर्सेज के अनुसार, सेना को दो दिन पहले आतंकियों के संदिग्ध कम्यूनिकेशन का पता चला था। इसके बाद सेना ने ऑपरेशन महादेव चलाया है।
आतंकियों की तलाश के लिए सेना ने ड्रोन का इस्तेमाल किया। सेना ने इस ऑपरेशन में ड्रोन फोटोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया। इसके बाद सेना के जवानों ने इन आतंकियों पर हमला बोला। आतंकियों की तरफ से सेना के जवानों पर फायरिंग की गयी। सेना ने इस एनकाउंटर में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। सेना के अनुसार, ऑपरेशन महादेव अभी भी जारी है। अभी और भी आतंकी छुपे हो सकते हैं। एनआइए ने हमले में लिप्त आतंकियों को पनाह देने वाले उनके दो मददगारों को भी पकड़ा था। सुलेमानी व उसके साथ पहलगाम हमले में लिप्त प्रत्येक आतंकी पर सुरक्षाबल ने 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। इस हमले के बाद भारतीय सेना ने आपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
कौन था आतंकी हाशिम मूसा
पहलगाम आतंकी हमले का हाशिम मूसा उर्फ शाह सुलेमान मास्टरमाइंड था। इस वीभत्स आतंकवादी हमले के पीछे इसका हाथ था। पाकिस्तानी सेना के साथ हाशिम मूसा ट्रेनिंग ले चुका था। उसके बाद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर आतंकवादी घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया था।
लश्कर का बेहद ट्रेंड आतंकी था मूसा
लगभग दो साल से वह भारत में आतंकवादी घटना को अंजाम दे रहा था। कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका था। हाशिम मूसा लश्कर का बेहद ट्रेंड आतंकी था। वह काफी दिनों से अंडरग्राउंड चल रहा था। उसके हैंडलर उसे बाहर निकालने के लिए लगातार षडयंत्र रच रहे थे।
पहलगाम में 26 लोगों की कर दी थी मर्डर
आतंकियों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसरन में 25 पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मर्डर कर दी थी। एक स्थानीय घोड़ेवाले को भी आतंकियों ने मार डाला था। ये लोग वादियों को दीदार करने आए थे। लेकिन निर्दोश लोगों को निशाना बनाकर आतंकियों ने उनकी मर्डर कर दी।
आतंकियों के अल्ट्रासेट इस्तेमाल करने की सूचना पर शुरू हुआ ऑपरेशन
आतंकियों के श्रीनगर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित दाचीगाम नेशनल पार्क में स्थित महादेव पहाड़ी के आसपास छिपे होने की सूचना के आधार पर सेना की 50 आरआर और 24 आरआर ने संयुक्त रूप से आपरेशन महादेव शुरू किया था। सूचना थी कि इस इलाके में आतंकियों द्वारा अल्ट्रासेट इस्तेमाल किया गया है। लश्कर के आतंकी अल्ट्रा हाई-फ्रीक्वेंसी रेडियो उपकरणों का उपयोग 2016 से कर रहे हैं। यह चीन में बनी अत्याधुनिक इनक्रिप्टेड संचार प्रणाली है।
सुरक्षाबल ने सुनियोजित तरीके से घेराबंदी की
जिस इलाके में यह एनकाउंटर हुई है, वहां पहुंचने के लिए लगभग 16 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इस क्षेत्र में खानाबदोश गुज्जर-बक्करवाल समुदाय ने भी इन दिनों अपने डेरे लगाए हुए हैं। कथित तौर पर बताया जा रहा है कि गुज्जर समुदाय के लोगों ने भी कुछ हथियारबंद लोगों को अपने डेरे से कुछ दूरी पर जंगल में देखा था। अफसरों ने बताया कि आतंकी बच कर भाग न सके इसके लिए सुरक्षाबल ने सुनियोजित तरीके से घेराबंदी की। सोमवार सुबह लगभग नौ बजे सुरक्षाबल ने आतंकियों के ठिकाने को घेर लिया। जवानों ने आतंकियों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए तीन से चार गोलियां हवा में चलाईं, लेकिन आतंकियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। जवानों ने इसके बाद जब आगे बढ़ने का प्रयास किया तो आतंकियों ने उन पर राइफल ग्रेनेड दागा। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और उसके बाद हुई भीषण मुठभेड़ में तीनों आतंकी मारे गये।
कई बड़े आतंकवादी हमलों में शामिल था सुलेमानी
सुलेमानी उर्फ हाशिम मूसा और जिब्रान के बारे में कहा जाता है कि ये दोनों पिछले वर्ष गुलमर्ग के बोटापथरी और सोनमर्ग के गगनगीर में हुए आतंकी हमलों में भी लिप्त थे। सुलेमानी वर्ष 2022 के अंत में चार अन्य आतंकियों के साथ गुलाम जम्मू-कश्मीर से पुंछ में एलओसी से घुसपैठ करके आया था। इसने ही पुंछ में एक सैन्य दल पर भी अपने साथियों के साथ घात लगाकर हमला किया था।