बिहार:एनडीए विधायक दल की बैठक आज, राजनाथ सिंह की मौजूदगी में सीएम व डिप्टी सीएम के नाम पर होगा फैसला

बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर बिहार में एनडीए के चारों घटक दल जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के विधानमंडल दल की बैठक 15 नवम्बर को होगी। इस बैठक में एनडीए विधायक दल के नेता चुना जायेगा।

पटना। बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर बिहार में एनडीए के चारों घटक दल जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के विधानमंडल दल की बैठक 15 नवम्बर को होगी। इस बैठक में एनडीए विधायक दल के नेता चुना जायेगा। सीएम नीतीश कुमार को फिर से एनडीए विधायक दल का नेता चुना तय माना जा रहा है। बीजेपी विधायक दल यानी डिप्टी सीएम को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। सुशील मोदी की जगह राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कामेश्वर चौपाल के नाम की चर्चा है। 
सूत्रों के मुताबिक एनडीए विधायक दल की बैठक में डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि बैठक में कुछ अहम फैसले हो सकते हैं। चर्चा यह भी है कि इस बार बीजेपी डिप्टी सीएम के लिए नया  चेहरा ला सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजनाथ सिंह बीजेपी के सीनीयर लीडर हैं ही, जेडीयू में भी उनकी अच्छी स्वीकार्यता है। नीतीश कुमार के साथ उनके काफी अच्छे संबंध हैं। 
डिप्टी सीएम बदलेगी बीजेपी!
राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि बीजेपी इस बार सुशील मोदी की राजनीतिक रोल में बदलाव करने जा रही है। मोदी को सेंट्रल में जिम्मेदारी दी जा सकती है। बिहार में किसी ऐसे चेहरे को डिप्टी सीएम का पद सौंपा जा सकता है जिसे बीजेपी 2015 में सीएम फेस के तौर पर पेश कर सके। माना जा रहा है कि यह नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री के तौर पर यह आखिरी कार्यकाल होगा। खुद नीतीश कह चुक हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है। 

सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में 16वीं बिहार विधानसभा को भंग करने का निर्णय लिया गया। सीएम गर्वनर फागू चौहान से कैबिनेट के निर्णय के आलोक में 16वीं विधानसभा को भंग करने की अनुशंसा की। अपने और मंत्रिपरिषद के अन्य सहयोगियों के इस्तीफे भी सौंपे। एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक के पूर्व चारों घटक दल जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के विधायक दलों की अपनी-अपनी बैठकें होंगी। इस बैठक में ये दल एनडीए के चुने जाने वाले नेता के नाम पर चर्चा करेंगे साथ ही उनके नेतृत्व में सरकार गठन के लिए राज्यपाल को सौंपा जाने वाला पत्र तैयार करेंगे। संयुक्त बैठक के बाद चारों दलों द्वारा राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा जायेगा। इसके साथ ही एनडीए राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। वैधानिक प्रक्रिया के तहत राज्यपाल उसके बाद एनडीए के नेता को सरकार गठन का आमंत्रण देंगे।