Bihar: तिहाड़ जेल से सीतामढ़ी लाया गया गैंगस्टर कालिया, शिवहर कोर्ट में हुई पेशी

बिहार के गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया को शुक्रवार देर शाम दिल्ली से लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन से यहां लाया गया। उसे प्रोडक्शन वारंट पर 15 दिनों के लिए वह शिवहर-सीतामढ़ी लाया गया है।

Bihar: तिहाड़ जेल से सीतामढ़ी लाया गया गैंगस्टर कालिया, शिवहर कोर्ट में हुई पेशी
गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया (फाइल फोटो)।

सीतामढ़ी। बिहार के गैंगस्टर विकास झा उर्फ कालिया को शुक्रवार देर शाम दिल्ली से लिच्छवी एक्सप्रेस ट्रेन से यहां लाया गया। उसे प्रोडक्शन वारंट पर 15 दिनों के लिए वह शिवहर-सीतामढ़ी लाया गया है।

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उत्तर बिहार के गैंगस्टर शिवहर के संतोष झा की मर्डर के बाद बथनाहा का विकास झा उर्फ कालिया गैंग लीडर बना है। शिवहर के एक केस में शनिवार को उसकी पेशी करायी गयी है। शाम में यहां पहुंचने पर सुरक्षा कारणों से उसको रात में शिवहर जेल में शिफ्ट कराने का जोखिम नहीं उठाकर सीतामढ़ी मंडल कारा में ही रखा गया था।
कालिया को शनिवार सुबह उसको शिवहर ले जाकर पेशी करायी गयी। कालिया को ट्रेन से उतारे जाने से पहले ही पूरा स्टेशन कैंपस फोर्स से घिरा हुआ था। उसको एसटीएफ अपने साथ लेकर आई है। सदर एसडीपीओ सुबोध कुमार ट्रेन के पहुंचने से पहले से ही स्टेशन पर पुलिस बल के साथ तैनात थे।
विकास झा उर्फ कालिया के खिलाफ कई जिलों में मामले दर्ज
स्टेशन कैंपस में मेहसौल ओपी प्रभारी गौरी शंकर बैठा, आरपीएफ और जीआरपी के प्रभारी के साथ जवान मुस्तैद थे। इस दौरान जंक्शन से बाहर निकलने और अंदर जाने वाले एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली जा रही थी। कालिया पर मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा समेत कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। दरभंगा में डबल इंजीनियर मर्डर केस में शिवहर के दोस्तियां गांव से पुलिस ने एके-56 बरामद किया था। तब वह जेल में था। पुरनहिया में अवधेश झा की मर्डर, और दोस्तियां गांव से एके-56 बरामदगी मामले में गवाह के प्रस्तुत नहीं होने की स्थिति में शिवहर कोर्ट ने तिरहुत रेंज के आईजी को पत्र लिखा था। कहा जा रहा है इसी केस में उसकी पेशी है।
ठाठ-बाट में रहा है कालिया
कभी तंगहाली में गुजारा करने वाला कालिया आज तिहाड़ जेल में बंद रहते हुए भी शानो-शौकत की जिंदगी जी रहा है। दिल्ली से लाये जाने के दौरान उसका लिबास फिल्मी हीरो की तरह दिखाई पड़ रहा था। रात में भी वह आंखों पर चश्मा लगाया था। अमीर बनने की चाहत में जरायम की दुनिया में उसने कदम रखा था। 
गांव में ही अंडे वाले को गोली मारकर किया मर्डर
कालिया पहले गांव में ही मोबाइल बनाने का काम करता था। गांव में ही अंडे वाले को गोली मारकर उसने पहली हत्या की था। बथनाहा बाजार पर मोबाइल मरम्मत के पैसों को लेकर उसका विवाद हुआ। तब विकास ने अंडा दुकानदार सुरेश महतो को गोली मार दी। इसके बाद वह संतोष झा गैंग के लिए काम करने लगा। अब तो वह गैंग की कमान संभाल चुका है। संतोष झा के लिए कालिया कभी दाहिना हाथ हुआ करता था। विकास झा को दरभंगा मर्डर कांड में सजा हो चुकी है। इसी दौरान विकास जेल से भाग निकला।