बिहार: जल-जीवन-हरियाली अभियान को दो वर्ष का विस्तार, नीतीश कैबिनेट की बैठक में फैसला

बिहार में नीतीश कुमार के लीडरशीप में बनी महागठबंधन की सरकार की कैबिनेट दूसरी बैठक में जल-जीवन-हरियाली योजना को दो वर्ष का विस्तार देने का प्रोपोजल स्वीकृत किया। 

बिहार: जल-जीवन-हरियाली अभियान को दो वर्ष का विस्तार, नीतीश कैबिनेट की बैठक में फैसला

पटना। बिहार में नीतीश कुमार के लीडरशीप में बनी महागठबंधन की सरकार की कैबिनेट दूसरी बैठक में जल-जीवन-हरियाली योजना को दो वर्ष का विस्तार देने का प्रोपोजल स्वीकृत किया। 

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कैबिनेट की बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने बताया कि जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत 2019-20 में हुई थी। इसकी मियाद तीन वर्ष की थी। मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस अभियान के विस्तारीकरण और कार्यान्वयन का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। अब यह मिशन 2024-25 तक चलेगा। इस दौरान जो कार्य छूट गये हैं, उनका कार्यान्वयन किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव के अनुसार 2022-23 और 2024-25 पर होने वाले अनुमानित खर्च के लिए मंत्रिमंडल ने कुल 12568.97 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। जबकि प्रशासनिक मद पर होने वाले खर्च के लिए 37.38 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं। विस्तारीकरण के बाद योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 5222 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। जबकि 2023-24 में 3668 करोड़ और 2024-25 में 3677 करोड़ रुपये खर्च होंगे।  
सिद्धार्थ ने बताया कि पूर्व में जब योजना स्वीकृत की गई, उस दौरान 24500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। जिसमें 7376 करोड़ रुपये व्यय किये गये। उस दौरान लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने 31.60 करोड़, जल संसाधन विभाग ने 3175 करोड़ रुपये खर्च किए। जल संचयन योजना के तहत सरकारी भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर 55 करोड़ रुपये खर्च किये गये। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने 203 करोड़, कृषि विभाग ने 354 करोड़ जबकि वन, पर्यावरण विभाग ने 947 करोड़ रुपये व्यय किए।