बिहार: शादी के बाद पत्नी के साथ पटना लौटे तजस्वी यादव, कहा-हमलोग लोहियावादी, भेदभाव करना ठीक नहीं 

बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद व राबड़ी देवी के पुत्र सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शादी करने के बाद पहली बार अपनी नई नवेली पत्नी राजश्री उर्फ रिचेल के साथ पटना पहुंचे।आरेजडी कार्यकर्ताओं ने पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी और उनकी पत्नी का जोरदार स्वागत किया। 

बिहार: शादी के बाद पत्नी के साथ पटना लौटे तजस्वी यादव, कहा-हमलोग लोहियावादी, भेदभाव करना ठीक नहीं 
  • पिता लालू प्रसाद ने राजश्री नया नाम इसलिए दिया है कि किसी को पुकारने में परेशानी नहीं हो 

पटना। बिहार के एक्स सीएम लालू प्रसाद व राबड़ी देवी के पुत्र सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शादी करने के बाद पहली बार अपनी नई नवेली पत्नी राजश्री उर्फ रिचेल के साथ पटना पहुंचे।आरेजडी कार्यकर्ताओं ने पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी और उनकी पत्नी का जोरदार स्वागत किया। 

नई दिल्ली: बीयर बार में पांच घंटे डांस कराया,करने लगा जबरदस्ती, बचने को छत से कूद गई डांसर ने दे दी जान

मीडिया के साथ संक्षिप्त बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि घर में लक्ष्मी आती हैं तो घर उजाला होता है। हमें नई ऊर्जा मिली है। इस ऊर्जा का इस्तेमाल बिहार की जनता की सेवा में लगाएंगे। दोनों परिवार की मर्जी और आशीर्वाद से हमलोग एक हुए हैं। इनका नया नाम राजश्री है। पिता लालू प्रसाद ने यह नया नाम इसलिए दिया है कि किसी को पुकारने में परेशानी नहीं हो। इन्हें (पत्नी की ओर इशारा कर) भी यह नाम पसंद है। 

तेजस्वी ने कहा कि मैं लंबे समय से राजश्री को जानता हूं। पिता जी ने जब शादी के लिए लड़की के बारे में पूछा तो मैंने अपनी पसंद बताई। राजश्री ने कहा कि लालू-राबड़ी परिवार जमीन से जुड़ा हुआ है। मैं तेजस्वी को एक अच्छा राजनेता मानती हूं।एक चैनल से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मैं लंबे समय से राजश्री को जानता हूं। पिता जी ने जब शादी के लिए लड़की के बारे में पूछा तो मैंने अपनी पसंद बताई। इसके बाद दोनों परिवार मिले और रिश्ते के लिए तैयार हो गए। बिहार चुनाव, कोरोना और लालू यादव के स्वास्थ्य के कारण विवाह में देर हुई। अब बड़े स्तर पर भोज का आयोजन होगा। 

क्रिकेटर रहते या नेता बनते, तेजस्वी को हमेशा समर्थन: राजश्री

राजश्री ने कहा कि लालू-राबड़ी परिवार जमीन से जुड़ा हुआ है। मैं तेजस्वी को एक अच्छा राजनेता मानती हूं। तेजस्वी ने कहा कि लालू-राबड़ी यही चाहते थे कि जहां बच्चे खुश रहें वहीं शादी हो। उन्होंने कहा हम समाजवादी नेता रहे हैं, भेदभाव नहीं करते हैं। तेजस्वी ने कहा कि लोहिया ने कहा था कि एक बार किसी महिला को वचन दे दिया तो पीछे नहीं हटना। राजश्री ने कहा कि शादी से पहले लालू-राबड़ी से कई बार मुलाकात हुई। तेजस्वी का परिवार जमीन से जुड़ा है। तेजस्वी क्रिकेटर रहते या नेता बनते, मेरा हर जीच में समर्थन था। उन्होंने कहा कि मैं तेजस्वी को एक अच्छे राजनेता के रूप में देखती हूं। राजश्री ने कहा कि विवाह के ताम-झाम की जगह अपने लोग आशीर्वाद दें, यही ख्वाहिश थी। 

सबको बुलाते तो दिल्ली में जगह नहीं मिलती

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो फोटो राजश्री की बताकर दिखाई जा रही हैं वह सच नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए शादी में केवल परिवार को ही निमंत्रण दिया गया। तेजस्वी ने कहा कि एक सबको बुलाते तो दिल्ली में जगह न मिलती। साधु यादव पर तेजस्वी ने कहा कि वह बड़े हैं उनका सम्मान है, उनकी बातों का तवज्जों नहीं देता हूं। अब बिहार की सेवा करनी है। तेजस्वी ने सभी बधाई देने वालों को धन्यवाद दिया और कहा कि बिहार में बहुभोज दिया जायेगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया जायेगा। 
किसी को नाराजगी है कि नहीं मुझे नहीं पता 
मामा साधु यादव की नाराजगी को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा कि किसी को नाराजगी है कि नहीं मुझे नहीं पता। जो लोग कमेंट कर रहे हैं वे बड़े हैं, मुझे कुछ नहीं कहना। वो बड़े हैं और हम उनका आज भी सम्मान करते हैं। जिन्हें नाराजगी है, कुछ भ्रम हैं हमें उनके बारे में कुछ नहीं कहना है हमलोग लोहियावादी हैं। जब हम ए टू जेड की बात करते हैं तो भेदभाव करना ठीक नहीं है। हम युवा हैं और हमारी सोच भी समाजवादी है. हम जाति धर्म विहीन समाज चाहते हैं। हम लोहिया जी के सिद्धांतों पर चलनेवाले लोग हैं परिवार में खुशी का पल है। दोनों परिवार की मर्जी और आशीर्वाद से हम एक हुए हैं। नई ऊर्जा मिली है। इस ऊर्जा को बिहार की जनता की सेवा में लगाना है। 
राबड़ी ने की राजश्री की अगवानी, मौसियों ने उतारी आरती

अपनी पत्नी के साथ राबड़ी आवास पहुंचे तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनकी पत्नी का नाम रशेल है, लेकिन अब वो राजश्री नाम से पुकारी जायेगी। अपनी छोटी बहू का यह नाम पिता लालू प्रसाद ने रखा है। रशेल को भी अपना नया नाम बेहद पसंद है।शादी की गोपनीयता पर तेजस्वी ने कहा कि भीड़ में दो परिवारों के बीच संवाद नहीं हो पाता है। हम चाहते थे कि दोनों परिवारों के बीच संवाद हो. इसलिए शादी में बेहद कम लोगों को बुलाया गया। बहूभोज के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि सबकुछ होगा। तेजस्वी ने बताया कि तिथि और जगह तय कर ली जायेगी। सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया जाना है। बड़ी संख्या में लोगों को बुलाया जायेगा। बधाई और शुभकामनाओं के लिए तेजस्वी ने कहा कि मैं और मेरी पत्नी दोनों बिहार के तमाम लोगों का आभार जताते हैं जिन्होंने हमें बधाई और आशिर्वाद दिया है?

एयरपोर्ट से लेकर राबड़ी आवास तक राजद कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ रही
पटना एयरपोर्ट से लेकर राबड़ी आवास तक राजद कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ रही। राजद कार्यकर्ताओं की भीड़ ने बैंड-बाजों एवं नारों के साथ उनका स्वागत किया। उत्साहित समर्थकों ने फूल बरसाये। इसके बाद समर्थकों के काफिले के साथ तेजस्वी घर की ओर रवाना हुए। वह जिस गाड़ी में बैठे हुए थे, उसे फूलों से सजाया गया था। एयरपोर्ट से राबड़ी आवास तक जाने के लिए विशेष वाहन की व्यवस्था की गई थी।सरकारी आवास में पहुंचते ही सबसे पहले राबड़ी देवी ने अपनी बहनों जलेबी देवी एवं पन्ना देवी के साथ नई बहू एवं बेटे की अगवानी की। बेटे को टीका लगाया। परंपरा के मुताबिक बहू-बेटे ने टोकरी में पांव रखकर घर में प्रवेश किया। यह खुशी का क्षण था। लिहाजा समर्थकों ने जमककर पटाखे छोड़े। गांव से आई महिलाओं ने मंगल गीत गाये।