बाभन के चूरा व यादव के दही, ऐसे ही होई बिहार सही, ब्रह्मर्षि समाज के सोशल मीडिया में पोस्ट, निशाने पर BJP-JDU

बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से 24 सीटों पर हुए एमएलसी चुनाव के बाद ब्रह्मर्षि समाज आरजेडी के पक्ष में खुलकर बोलने लगे हैं। राजनीतिक रुप से तेजस्वी के साथ चलने के दावे किये जा रहे हैं। ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े फेसबुक पर बीजेपी व जेडीयू खासकर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। आरजेडी द्वारा एमएलसी चुनाव में पांच भूमिहार को टिकट दिये जाने व तीन की जीत से भी समाज गदगद है। 

बाभन के चूरा व यादव के दही, ऐसे ही होई बिहार सही,  ब्रह्मर्षि समाज के सोशल मीडिया में पोस्ट,  निशाने पर BJP-JDU
  • ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े फेसबुक पर बीजेपी व नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रोश
  • आरजेडी के साथ गोलबंदी, विरोधियों को सबक सिखाने की तैयारी
  • भूमिहारों ने दिया नारा, जो हमको देगा सम्मान देंगे उसका साथ
  • बोचहा विधानसभा उपचुनाव में  NDA खिलाफ हुआ ब्रह्मर्षि समाज !
  • फेसबुक किये जा रहे सवाल, चोकर बाबा व सच्चिदानंद राय का टिकट क्यो कटा?
  • पप्पू देव की मर्डर पर एनडीए नेताओं ने चुप्पी क्यो साधी
  • नालंदा, मुजफ्फरपुर व मोतिहारी में समाज के लोगों की मर्डर पर सत्ताधारी दल ने क्या किया?

पटना। बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से 24 सीटों पर हुए एमएलसी चुनाव के बाद अब ब्रह्मर्षि समाज आरजेडी के पक्ष में खुलकर बोलने लगे हैं। समाज के एक बड़े तबका द्वारा राजनीतिक रुप से तेजस्वी यादव के साथ चलने के दावे किये जा रहे हैं। ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े फेसबुक पर बीजेपी व जेडीयू खासकर सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। आरजेडी द्वारा एमएलसी चुनाव में पांच भूमिहार को टिकट दिये जाने व तीन की जीत से भी समाज खासे गदगद है। 

ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े फेसबुक ग्रुप पर तरह-तरह के पोस्ट

ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े अलग-अलग फेसबुक ग्रुप पर तरह-तरह के पोस्ट किये जा रहे हैं। बाभन का चूरा यादव के दही, ऐसे होई बिहार सही पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है। ब्रह्मर्षि समाज के सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि जो समाज के साथ हाथ बढ़ायेगा हम उसे गले लगायेंगे। जो हमें सम्मान देगा उसको साथ देंगे। ऐसे पोस्ट कर प्रत्यक्ष रूप से बिहार में बीजेपी व एनडीए को कोसा जा रहा है। खुलकर कहा जा रहा है कि भूमिहार किसी का बंघुआ नहीं है। कोर वोटर बनाकर बनाकर की जा रही अनदेखी अब नहीं सहेंगे। 

बोचहा विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी के पक्ष में गोलबंदी,मिनिस्टर रामसूरत राय से खासे नाराजगी

बताया जाता है कि ब्रह्मर्षि समाज की नाराजगी व आरजेडी के पक्ष में गोलबंदी बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है। बोचहा में ब्रह्मर्षि समाज के लोगों में बीजेपी कैंडिडेट बेबी कुमार व सीएम नीतीश कुमार के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। ब्रह्मर्षि समाज के लोग खुलकर बीजेपी के खिलाफ बोल रहे हैं। जिले के बीजेपी एमएलए सह मिनिस्टर रामसूरत राय की कार्यप्रणाली से भी लोगों में आक्रोश है। रामसूरत राय का स्वर्गीय रघुनाथ पांडेय के पुत्र अमर पांडेय के खिलाफ की गयी प्रतिकूल टिप्पणी को मुद्दा बना दिया गया है। आरोप लगाया जा रहा है जातीय भावना से पांडेय फैमिली को मिनिस्टर परेशान कर रहे हैं। राजधानी पटना में पांडेय फैमिली की जमीन में सरकारी लोचा लगा रहे हैं। इसका प्रतिकूल असर बोचहा चुनाव में पड़ सकता है। 

ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े अधिकांश संगठनों ने दिया आरजेडी का साथ

ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े लोग सवाल उठा रहे हैं कि एमएलसी चुनाव में जेडीयू ने समाज के कितने लोगों को टिकट दिया था। बीजेपी ने कितने भूमिहार को मैदान में उतारा था। अन्य जातियों के कितने कैंडिडेट थे। मिनिस्टर की पत्नी को बीजेपी कैंडिडेट बना सकता है लेकिन भूमिहार से एलर्जी क्यो? विगत विधानसभा चुनाव में सारण में बीजेपी द्वारा सीटिंग एमएलए चोकर बाबा का टिकट काटने, हालिया एमएलसी चुनाव में सारण से सीटिंग सच्चिदानंद राय का टिकट काटने, बीजेपी के एक बड़े नेता द्वारा बिहार में भूमिहार नेताओं को हटाकर दूसरे दल से आये अपने स्वजातीय नेता को सदन में उपनेता बनाये जाने की भी खूब चर्चा हो रही है। विधानसभा में स्पीकर विजय सिन्हा के साथ सीएम द्वारा किये गये व्यवहार से भी ब्रह्मर्षि समाज के लोग काफी आहत हैं। 

दो दशक में पहली बार बीजेपी व जेडीयू के खिलाफ ब्रह्मर्षि समाज के लोग में दिख रहा आक्रोश

पिछले दो दशक में पहली बार 2022 में ब्रह्मर्षि समाज के लोगों में बीजेपी व जेडीयू के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का आरोप है कि लालू यादव का कौोफ दिखाकर सत्ता हासिल करने वाली जेडीयू व बीजेपी समाज के लोगों के साथ अन्याय कर रही है। रानीतिक व सामाजिक मोरचों पर अनदेखी ही नहीं जलील किया जा रहा है। कैैसे मुजफ्फरपुर व जहानाबाद संसदीय सीट समाज से छीन ली गयी। समाज के बड़े नेताओं को टिकट काटा गया। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या कैलाशपति मिश्र की सींची हुई बिहार में बीजेपी अब ब्रह्मर्षि समाज के लोगों के साथ इसी तरह अन्याय करेगी। प्रशासनिक लेवल पर भी बिहार में समाज के लोगों की अनदेखी हो रही है।

बीजेपी नेताओं के काउंटर में आरजेडी ने ब्रह्मर्षि समाज के नेताओं को बोचहा में उतारा

बोचहां उपचुनाव में बीजेपी ने ब्रह्मर्षि समाज के एमएलए, मिनिस्टर व बड़े नेताओं को समाज के लोगों के बीच उतारा है। समाज में इन नेताओं की पहले की तरह समर्थन नहीं मिल रहा है। आरजेडी ने बीजेपी का काउंटर कर हाल में जीते तीनों भूमिहार एमएलसी कार्तिक कुमार, अजय सिंह व ई सौरभ के साथ पराजित दोनों कैंडिडेट शंभू सिंह व बबलू देव को उतार दिया है। समाज के नेता आशुतोष कुमार भी इनलोगों के साथ बोचहां में कैंप कर रहे हैं। इन नेताओं ने प्रेस कांफ्रेस कर लोगों से आरजेडी के पक्ष में वोट देने की अपील की है। भूमिहार समाजित फ्रंट के कार्यकारी अध्यक्ष ई अजीत कुमार ने भी समाज की ओर से आरजेडी का साथ देने का एलान कर दिया है। समाज के लोगों का आरजेडी के पक्ष में एकजुटता से बीजेपी नेताओं को सांप सुंघ गया है। 

ब्रह्मर्षि समाज से जुड़े लोग दावा कर रहे हैं कि बोचहां में बदलाव होगा। युवा व शिक्षित कैंडिडेट को वोट देंगे। ब्रह्मर्षि समाज ने कांग्रेस को छोड़ा तो पार्टी का क्या हाल हुआ बिहार में यह सबके सामने है। अगर बीजेपी इसी तरह समाज की अनदेखी करती रही तो 2024 के लोकसभा चुनाव व आनेवाली बिहार विधानसभा चुनाव में भी खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहे।