Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रिपोर्ट में खुलासा, 'एक सेकेंड में फ्यूल कट और इंजन बंद'
अहमदाबाद में 12 जून, 2025 को हुए एयर इंडिया का प्लेन AI171 क्रैश की घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गयी है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की 15 पेज की प्रारंभिक रिपोर्ट एक महीने बाद ने 12 जुलाई को सार्वजनिक की गयी है। प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट के अनुसार यह हादसा विमान के दोनों इंजन बंद होने की वजह से हुआ था।

- एक पायलट ने दूसरे से पूछा- तुमने फ्यूल बंद किया, जवाब- नहीं
- AAIB की 15 पेज की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
नई दिल्ली। अहमदाबाद में 12 जून, 2025 को हुए एयर इंडिया का प्लेन AI171 क्रैश की घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गयी है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की 15 पेज की प्रारंभिक रिपोर्ट एक महीने बाद ने 12 जुलाई को सार्वजनिक की गयी है। प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट के अनुसार यह हादसा विमान के दोनों इंजन बंद होने की वजह से हुआ था।
प्लेन में टेक्निकल गड़बड़ी न होने और पायलट से चूक की ओर इशारा
टेकऑफ के तुरंत बाद एक-एक करके दोनों फ्यूल स्विच बंद हो गये थे। इस वजह से दोनों इंजन भी बंद हो गये। इस दौरान कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा था कि क्या तुमने स्विच बंद किया है? दूसरे ने जवाब दिया, नहीं। अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक्सपर्ट के हवाले से कहा है कि रिपोर्ट में शामिल सभी प्वाइंट्स प्लेन में टेक्निकल गड़बड़ी न होने और पायलट से चूक की ओर इशारा कर रहे हैं।
रिपोर्ट में प्लेन क्रैश के आखिरी पलों की जानकारी
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में प्लेन क्रैश के आखिरी पलों की जानकारी दी गयी है। रिपोर्ट में पाया गया है कि एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI171 के दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति एक सेकेंड में ही बंद हो गई थी। विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद ही जमीन पर गिर गया। 15 पन्नों की रिपोर्ट में बताया गया कि कॉकपिट की वॉइस रिकॉर्डिंग में एक पायलट ने दूसरे पायलट से कहा कि उसने फ्यूल क्यों बंद कर दिया? तो वहीं दूसरे पायलट ने कहा कि उसने ऐसा नहीं किया है। जब इंजन रिकवर नहीं हो पाया तो MAYDAY कॉल की गयी।
दोनों इंजन न्यूनतम निष्क्रिय दर से नीचे आ गये थे
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की रिपोर्ट में दिये गये घटनाक्रम के मुताबिक, दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच उड़ान भरने के तुरंत बाद ही कटऑफ की स्थिति में चले गये। हालांकि रिपोर्ट में इस बात जिक्र नहीं है कि ये किसने किया और कैसे हुआ। जैसे ही दोनों फ्यूल कटऑफ स्विच एक सेकेंड में RUN से CUTOFF में चले गये, हाइड्रोलिक पावर की सप्लाई के लिए RAT पंप तैनात किया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि दोनों इंजन न्यूनतम निष्क्रिय दर से नीचे आ गये थे।
उड़ान और दुर्घटना के बीच का समय केवल लगभग 30 सेकेंड
10 सेकेंड बाद पहले इंजन का फ्यूल कटऑफ स्विच RUN की स्थिति में चला गया और उसके चार सेकेंड बाद दूसरा इंजन भी इसी स्थिति में पहुंच गया। पायलट दोनों इंजनों को चालू करने में कामयाब तो हुए लेकिन केवल पहला इंजन की ठीक से चालू हो पाया, जबकि दूसरा इंजन स्पीड कम करने के लिए जरूरी पावर नहीं दे पाया। दो पायलटों में से एक ने MAYDAY कॉल किया लेकिन इसको लेकर एअर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को इस बारे में कुछ पता चल पाता कि क्या गलत हुआ है, प्लेन अहमदाबाद एअरपोर्ट बाउंड्री के ठीक बाहर दुर्घटना का शिकार हो गया। कुछ पेड़ों को छूते हुए छात्रों के हॉस्टल पर जा गिरा। जब प्लेन ने उड़ान भरी थी, तब को-पायलट विमान उड़ा रहा था जबकि कैप्टन निगरानी कर रहा था। उड़ान और दुर्घटना के बीच का समय केवल लगभग 30 सेकेंड का था। एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में बोइंग 787-8 विमानों के संचालकों के लिए फिलहाल कोई कार्रवाई न करने की सिफारिश की गयी है।
फ्लैश बैक
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद क्रैश होकर एक मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की बिल्डिंग पर गिर गयी थी। इसमें 241 लोगों की मौत हो गयी थी। इनमें 241पैसेंजर और क्रू मेंबर शामिल थे। इस हादसे में सिर्फ एक पैसेंजर जिंदा बचा है।
'ये कैसे लीक हुई?' रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन ने जतायी आपत्ति
एअर इंडिया का प्लेन क्रैश मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिस पर एअरलाइन पायलट एसोसिएशन (एएलपीए) ने गंभीर चिंता जतायी है। एएलपीए के अध्यक्ष सैम थॉमस ने एक बयान में जांच की आलोचना की और दावा किया कि रिपोर्ट में पायलटों को दोषी माना गया है। थॉमस ने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने पायलटों को अंधेरे में रखते हुए प्रारंभिक रिपोर्ट मीडिया के साथ शेयर की थी। उन्होंने कहा, "हम एक बार फिर इन जांचों में बरती गई गोपनीयता से हैरान हैं।" एएलपीए ने 10 जुलाई, 2025 के वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक आर्टिकल का भी हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया कि इंजन फ्यूल कंट्रोल स्विच के अनजाने में हिलने से ये दुर्घटना हुई।
पायलट एसोसिएशन ने उठाये सवाल
एसोसिएशन ने सवाल उठाया कि यह संवेदनशील जानकारी प्रेस तक कैसे पहुंची। एसोसिएशन ने कहा, "हमें आश्चर्य है कि इतना महत्वपूर्ण दस्तावेज बिना किसी जिम्मेदार व्यक्ति के हस्ताक्षर के मीडिया को दे दिया गया। इन बातों को मद्देनजर रखते हुए हम एक बार फिर सत्ताधारियों से अनुरोध करते हैं कि हमें भी पर्यवेक्षक के रूप में शामिल करें, जिससे कि जांच में पारदर्शिता बनी रहे।"
एएलपीए ने की एएआईबी की आलोचना
स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए, एएलपीए ने बिना आधिकारिक हस्ताक्षर के दस्तावेज जारी करने के लिए एएआईबी की आलोचना की और तत्काल सुधार की मांग की। एसोसिएशन ने कहा, "हम सत्ताधारियों से अनुरोध करते हैं कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हमें, यहां तक कि पर्यवेक्षकों की हैसियत से भी, शामिल किया जाए।"