धनबाद जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा के खिलाफ कार्रवाई गलत, अनुशासन समिति के प्रसिडेंट सुरेश चंद्र झा पार्टी से सस्पेंड
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा के बीच चल रहे विवाद में अब अनुशासन समिति के प्रसिडेंट सुरेश चंद्र झा के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। झारखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने अनुशासनहीनता के आरोप में सुरेश चंद्र झा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है।
- अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस की जिला अनुशासन समिति ने रवींद्र वर्मा को किया था सस्पेंड
धनबाद। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा के बीच चल रहे विवाद में अब अनुशासन समिति के प्रसिडेंट सुरेश चंद्र झा के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। झारखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने अनुशासनहीनता के आरोप में सुरेश चंद्र झा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। 24 घंटे के अंदर जिला कांग्रेस विवाद में नया मोड़ आ गया है।
झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की ओर से जिला कांग्रेस अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा व शंकर प्रजापति को उक्त मामले में पत्र भेजा गया है। पत्र में कहा गया है कि जिला अध्यक्ष व दोनों कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा की गयी थी। जिला कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष को कार्यकारी अध्यक्ष को शोकॉज करने व निलंबित करने का अधिकार नहीं है। यह पार्टी संविधान का उल्लंघन हैं। ऐसे में सुरेश चंद्र झा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि आरोप में कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवींद्र वर्मा को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। रवींद्र वर्मा पर अनुशासहीनता समेत कांग्रेस जिलाध्यक्ष की अनुमति के बगैर संगठनात्मक कांग्रेस चलाने के आरोप लगे थे। इसकी जांच के लिए जिला अनुशासन समिति कर रही थी। वर्मा का पक्ष लेने के लिए समिति ने नोटिस जारी किया था तो उन्होंने जवाब नहीं दिया।अनुशासन समिति ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर में रवींद्र वर्मा से जवाब मांगा था। उन्होंने जवाब तो नहीं ही दिया। अनुशासन समिति को ही वर्मा ने चुनौती दे डाली। इसके बाद वर्मा को निलंबित करने की अनुशंसा की गई।
जिला कांग्रेस में विवाद पर स्टेट कोआर्डिनेटर अशोक चौधरी ने धनबाद आकर मामले की जांच की थी। श्री चौधरी ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी थी। बैगर स्टेट कमेटी की अनुमति के आनन-फानन में जिला अनुशासन समिति ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम किया। इसका खामियाजा समिति के अध्यक्ष को भुगताना पड़ा। अब जिला कांग्रेस का विवाद और तेज होने की संभावना है।
अधिकार से बाहर जाकर अनुशासन समिति ने पुराने मामले को भी उठाया
धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के दूसरे नंबर के कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा को अनुशासन समिति के अध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में जारी शोकॉज में पुराने मामलों का भी उल्लेख किया था। रवींद्र वर्मा के खिलाफ वर्ष 2012 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय सलाहकार समिति के फर्जी सदस्य होने का प्रमाण प्रस्तुत कर गाड़ी में लाल बत्ती लगाने के आरोप में धनबाद में धनबाद थाना कांड संख्या 1052 / 12 एवं दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कांड संख्या 140 / 12 के तहत एफआइआर दर्ज किया था। रवींद्र वर्मा ने ही कांग्रेस नेता एवं प्रसिद्ध व्यवसायी शिवरतन डोकानिया को पीएमओ कार्यालय से फर्जी राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के सदस्य का प्रमाण पत्र दिलवाया था। इस कारण उन पर भी धनबाद पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज हुआ था।वं कांग्रेस पार्टी ने दोनों को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। नोटिस में इस पर भी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।