एडमिस्ट्रेशन की ओर भेजे गये डिसकशन लेटर को वकीलों ने फाड, स्टेट भर में आंदोलन करने की चेतावनीधनबाद: एडवोकेट अश्विनी कुमार को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने के मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर धनबाद के एडवोकेट का आंदोलन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी है. धनबाद बार एसोसिएशन बुधवार से ही न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर रखा है. अधिवक्ताओं के आंदोलन के कारण धनबाद में कोर्ट का कार्य ठप्प पड़ा हुआ है. एडवोकेट ने बार गेट पर धरना पर बैठ पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. डिस्ट्रीक एडमिशट्रेशन की ओर से आंदोलनकारी एडवोकेटों को डिसकशन के लिए लेटर भेजा गया. बार महासचिव ने लेटर को फाड़ दिया. एडवोकेटों ने धरनास्थल पर ही अफसर को बुलाने की मांग की. आंदोलन को लेकर 10 मई को धनबाद में महासभा होगी, जिसमें झारखंड राज्य के सभी जिला के बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य के अलावा बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन शामिल होंगे.
धनबाद बार एसोसिएशन के गेट से एडवोकेट ने जुलूस निकाल कर रणधीर वर्मा चौक पहुंचकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. जमशेदपुर बार एसोसिएशन के महासचिव सह झारखंड स्टेट बार काउंसिल के मेंबर अनिल कुमार तिवारी धनबाद के एडवोकेट के आंदोलन को समर्थ देने देने पहुंचे. उन्होंने कहा कि आज पुलिस और कोर्ट मिलकर न्याय दिलाने का काम कर रहा है. इससे एडवोकेट की यह गति हो रही है. यदि जिला प्रशासन अपने रवैये में बदलाव नहीं लाता है और अधिवक्ता को जेल से रिहा नहीं करता है तो कोल्हान के लातेहार, जमशेदपुर, चाईबासा बार एसोसिएशन के अधिवक्ता धनबाद के अधिवक्ताओं के समर्थन में न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करेंगे. देवघर व हजारीबाग में शनिवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करनेवाले हैं.
चीफ सेकरेटरी या होम सेकरेटरी धनबाद आयें: बार एसोसिएशन
धनबाद बार एसोसिएशन के प्रसिडेंट सह स्टेट बार काउंसिल के मेंबर राधेश्याम गोस्वामी व जेनरेल सेकरेटरी विदेश कुमार दां ने कहा कि जब तक एडवोकेट अश्विनी कुमार के मामले में न्यायिक जांच शुरू नहीं होती है और झारखंड चीफ सेकरेटरी या होम सेकरेटरी धनबाद आकर वार्ता नहीं करते हैं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. घरनास्थल पर सभा को एडवोकेट शहनबाज आलम , दिलीप चक्रवर्ती, अहमद हुसैन अंसारी, समर श्रीवास्तव, जया कुमार, देवी शरण सिन्हा, धनेश्वर महतो ने संबोधित किया. घरना में कंसारी मंडल, पीके भट्टाचार्य, अनिता आचार्या, एके सहाय (पूर्व जीपी), राजदेव यादव, जयदेव कुम्हार, सुबोध कुमार, अमित सिंह, ब्रज किशोर, आनंद मिश्रा, दीप नारायण भट्टाचार्य समेत सैकड़ों एडवोकेट मौजूद थे.
पड़ोसियों ने एडवोकेट के पक्ष में एसएसपी को आवेदन दिया
धनबाद एडवोकेट अश्विनी कुमार के पड़ोसी द्वारा साजिश के तहत झूठा आरोप में एफआइआर दर्ज करा जेल भिजवाने के खिलाफ उनके 40 पड़ोसियों ने अपने मोबाइल नंबर के साथ एसएसपी को लेटर देकर जांच करने की अपील की लोगों ने एसएसपी को दिये गये आवेदन में कहा है कि 27 अप्रैल की रात नौ बजे मनोज ठाकुर एवं अन्य चार-पांच लोग शराब के नशे में एडवोकेट अश्विनी कुमार के पुराना बाजार ऑफिस में गाली गलौज करने लगे. एडवोकेट ने इसका विरोध किया था.मनोज ठाकुर से बिजली तार को ले जाने को लेकर भी विवाद हुआ था. एडवोकेट पर छेड़खानी का झूठा आरोप लगाया गया है. पड़ोसियों ने आवेदन की एक प्रति बार एसोसिएशन धनबाद को भी भेजी है.
हाइकोर्ट ने गर्वमेंट से रिपोर्ट मांगी
गढ़वा में पुलिस द्वारा एडवोकेट आशीष दुबे के साथ की गयी मारपीट के मामले में दायर याचिका पर शुक्रवार को हाइकोर्ट में सुनवाई हुई.कोर्ट ने आरोपी पुलिस अफसर के खिलाफ सीपी केस दर्ज करने व न्यायिक जांच कराने का ऑर्डर दिया है. धनबाद मामले में भी पीआइएल दायर की जायेगी. हाइकोर्ट ने सरकार के एक सीनीयर अफसर से जिले के एडवोकेट के साथ पुलिस द्वारा की गयी ज्यादती की रिपोर्ट भी आठ मई तक मांगी है.
कमीशनर व डीआइजी अांदोलनकारी एडवोेकेट से करेंगा वार्ता