पप्पू यादव को जेल भेजे जाने से सीएम नीतीश पर भड़कीं वाइफ रंजीत रंजन, कहा- सभी चार साजिशकर्ता और एंबुलेंस चोर को सड़क पर ला दूंगी

कांग्रेस के एक्स एमपी रंजीत रंजन अपने हसबैंड व अधिकार पार्टी के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद स्टेट गवर्नमेंट व सीएम नीतीश कुमार उन्होंने पप्पू यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद कोई मेडिकल सुविधा नहीं देने का आरोप प्रशासन पर लगाया है। रंजीत ने कहा है कि अगर उनके पति को कोरोना हुआ तो वे इस मामले के सभी साजिशकर्ताओं को सड़क पर लाकर खड़ा कर देंगी।

पप्पू यादव को जेल भेजे जाने से सीएम नीतीश पर भड़कीं वाइफ रंजीत रंजन, कहा- सभी चार साजिशकर्ता और एंबुलेंस चोर को सड़क पर ला दूंगी
  • आधी रात को किया इमोशनल ट्वीट,लिखा कि शायद आप लोग सो गये होंगे
  • पुलिस पप्पू यादव को पुलिस सुबह नौ बजे से रात एक बजे तक बैठा कर रखी 
  • वे शुगर के पेसेंट हैं और हाल में उनकी सर्जरी हुई है

पटना। कांग्रेस के एक्स एमपी रंजीत रंजन अपने हसबैंड व अधिकार पार्टी के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद स्टेट गवर्नमेंट व सीएम नीतीश कुमार उन्होंने पप्पू यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद कोई मेडिकल सुविधा नहीं देने का आरोप प्रशासन पर लगाया है। रंजीत ने कहा है कि अगर उनके पति को कोरोना हुआ तो वे इस मामले के सभी साजिशकर्ताओं को सड़क पर लाकर खड़ा कर देंगी।

आधी रात को किया इमोशनल ट्वीट

रंजीत ने आधी रात को इमोशनल ट्वीट कर लिखा कि शायद आप लोग सो गये होंगे। लेकिन पप्पू यादव को पुलिस सुबह नौ बजे से रात एक बजे तक बैठा कर रखी है। जबकि वे शुगर के पेसेंट हैं। हाल में उनकी सर्जरी हुई है। डॉक्टर ने उन्हें आराम करने को कहा है। 
नीतीश जी, कल पूरे दिन-रात जो आपके प्रशासन ने पटना से मधेपुरा फिर वहां से वीरपुर तक पप्पू यादव के साथ जो ड्रामा किया है, वह देख रहे हैं। उन्हें मेडिकल फेसिलिटी अभी तक नहीं मिली है।
सीएम नीतीश पर निशाना
रंजीत रंजन ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, 'नीतीश जी, पप्पू यादव कोरोना निगेटिव हैं।अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों और एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं।उन्होंने कहा कि नीतीश जी, कल पूरे दिन-रात जो आपके प्रशासन ने पटना से मधेपुरा फिर वहां से वीरपुर तक पप्पू यादव के साथ जो ड्रामा किया है, वह देख रहे हैं। उन्हें मेडिकल फेसिलिटी अभी तक नहीं मिली है।सरकार की मंशा समझें! मजिस्ट्रेट ने पप्पू यादव जी को मेडिकल सुविधा देने को कहा तो उन्हें वीरपुर जेल भेज दिया। जिसका भवन इतना जर्जर है कि कभी भी गिर सकता है।
नीतीश सरकार के रवैये पर उठाये सवाल
रंजीत रंजन ने कहा कि इस कोविड में बिहार के क्या हालात हैं ये किसी से छिपा हुआ नहीं है। इस संकट में पप्पू यादव लोगों की मदद कर रहे हैं।सरकार का फेलियर उजागर कर रहे हैं, जो कि एक जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है, तो सरकार ने आनन-फानन में 32 साल पुराना मामला, जिसमें तमाम लोग बरी हैं, इसमें उन्हें पकड़ा गया। पुलिस इस मामले में उन्हें सुबह नौ बजे से लगभग 12 घंटे तक अपने पास रखा। उन्होंने लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े कर बिहार सरकार के मंत्रियों नेताओं को भी घेरा।रंजीत ने अपने पति को वीरपुर जेल ले जाये जाने का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट ने पप्पू यादव को मेडिकल सपोर्ट देने को कहा है, लेकिन प्रशासन ऐसा नहीं कर रहा है। उल्टे उनके कोरोना निगेटिव होने के बावजूद क्वारंटीन सेंटर भेजा जा रहा है। वीरपुर जेल भेजे जाने को उन्होंने मेंटल टॉर्चर की कोशिश बताया है।रंजीत ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद को ऐसी जेल में भेजा जा रहा है, जो काफी जर्जर है। । उन्होंने कहा कि अगर उनके पति को कुछ हुआ तो इस पूरे प्रकरण में साजिश करने वाले लोगों को सड़क पर लाकर छोड़ेंगी।
कांग्रेस ने कहा पप्पू की जगह रूडी हों गिरफ्तार
बिहार प्रदेश कांग्रेस ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं कदवा एमएलए डॉ. शकील अहमद खान ने कहा कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी यह दिखाती है कि अन्याय के खिलाफ जो भी आवाज उठायेगा, उसे इसी तरह जेल में जबरदस्ती डाल दिया जायेगा। सरकार को पप्पू की जगह बीजेपी एमपी राजीव प्रताप रूडी पर मुकदमा कर जेल भेजना चाहिए था। कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि एंबुलेंस मामले में रूडी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्रेमचंद मिश्रा ने भी पुलिस के कदम का विरोध किया है।

जेल में पप्पू यादव ने शुरू की भूख हड़ताल, कहा- एंबुलेंस माफिया के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी

वहीं सुपौल की वीरपुर जेल में बंद एक्स एमपी पप्पू यादव ने भी खाना खाने से इनकार कर दिया है। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ये जानकारी दी गई है। पप्पू यादव के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा है, 'वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना,उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया, एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है!'appu Yadav 
भूख हड़ताल की सूचना मिलते ही काफी संख्या में जाप नेता, कार्यकर्ता व उनके समर्थक जेल गेट पर पहुंच गए। उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। समर्थक जेल गेट के बाहर बवाल कर रहे हैं। काफी संख्या में प‍ुलिस बल वहां तैनात कर दी है। इसके अलावा हरेक जगह राज्य सरकार और भाजपा के खिलाफ जाप कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।

रात में खुली कोर्ट, 14 दिन की ज्यूडिशिल कस्टडी में पप्पू यादव

कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार की रात लगभग 12:45 बजे पटना और मधेपुरा की पुलिस पप्पू यादव को लेकर वीरपुर पहुंची। पुलिस के काफिले के पीछे एक्स एमपी के सैकड़ों समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता अपने वाहनों से चल रहे थे। वीरपुर पहुंचने के बाद पप्पू यादव को लगभग एक घंटे तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। पीछे से मधेपुरा पुलिस सभी जरूरी कागजात लेकर पहुंची तब रात लगभग 1:45 बजे उन्हें जेल के अंदर भेज गया।जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और एक्स एमपी पप्पू यादव को गिरफ्तारी के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले उन्हें पटना में मंगलवार को पहले नजरबंद किया गया। फिर गिरफ्तार। पटना से गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच उन्हें मधेपुरा ले जाया गया। रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया। पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया।कोर्ट के स्टाफ अपने ऑफिस पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की पेशी हुई। पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का भी हवाला बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुरभि श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पूर्व सांसद को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बीरपुर (सुपौल) जेल भेज दिया। बेहतर इलाज की व्यवस्था का भी आदेश दिया।